महारानी लक्ष्मीबाई के 151वें बलिदान दिवस पर सार्वजनिक श्रध्दांजलि सभा सम्पन्न
ग्वालियर दिनांक 18 जून 2008: महारानी लक्ष्मीबाई के 151 वें बलिदान दिवस पर सार्वजनिक श्रध्दांजलि सभा का आयोजन आज प्रात: महारानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल पर नगर निगम ग्वालियर द्वारा किया गया।
महारानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर आयोजित इस सार्वजनिक श्रध्दांजलि समारोह में महापौर विवेक नारायण शेजवलकर द्वारा नागरिकों को राष्ट्रीयता की शपथ दिलाई गई तत्पश्चात दो मिनट का मौन रखकर श्रध्दांजलि दी गई । श्रध्दांजलि सभा में विभिन्न राजनीतिक दलों तथा समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर वीरांगना लक्ष्मीबाई को श्रध्दा सुमन अर्पित किये ।
आज की इस श्रध्दांजलि सभा में म0प्र0 शासन के पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लीलाधर वाजपेई, मुरार विधायक ध्यानेन्द्र सिंह, प्रभाकर नारायण केलकर, दत्तात्रेय भालेराव, राजेन्द्र जैन, ए0के0 मुखर्जी, कुलपति लक्ष्मीबाई शारीरिक प्रशिक्षण विश्वविद्यालय, श्यामबिहारी मिश्रा अति. महाधिवक्ता म0प्र0 उच्च न्यायालय, उपायुक्त नगर निगम सुरेन्द्र सिंह भदौरिया, डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव, पीपुल्स फोर एनीमल के ग्वालियर चैप्टर के चेयरमेन सतेन्द्र ंसिंह भदौरिया तथा शहर के राष्ट्रीय स्वयंसेवी संघ के सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा महारानी लक्ष्मीबाई को श्रध्दा सुमन अर्पित किये गये।
दोपहर में नगर निगम ग्वालियर द्वारा महारानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल पर लगाई गई प्रदर्शनी का उद्धाटन विवेक नारायण शेजवलकर महापौर ग्वालियर तथा श्रीमती हेमलता भदौरिया प्रभारी सदस्य शिक्षा एवं एम.आई.सी. सदस्य एवं निगमायुक्त डॉ. पवन शर्मा द्वारा किया गया।
प्रदर्शनी का अवलोकन करने के बाद महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने अधीक्षणयंत्री चतुर ंसिह यादव, नगर निगम को निर्देश दिये गये कि सराफा बाजार में शहीद अमर सिंह बाठिया की प्रतिमा पर एक छत्र का निर्माण कराया जाये । उन्होंने कहा कि अमरचन्द्र बाठिया के शहीद दिवस 22 जून से पूर्व उक्त छत्री के निर्माण की कार्यवाहियां प्रांरभ कर दी जावे । निगमायुक्त डॉ. पवन शर्मा द्वारा तत्काल अधिकारियों को जयपुर भेजकर संगमरमर की छत्री बनवाये जाने के निर्देश दिये गये।
प्रदर्शनी में महारानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे तथा विभिन्न क्रांतिकारियों द्वारा उपयोग किये जाने वाले हथियारों का प्रदर्शन किया गया। इसके अतिरिक्त ग्वालियर के बलिदान मेले की परम्परा से संबंधित प्रदर्शनी का भी उद्धाटन महापौर विवेक नारायण शेजवलकर द्वारा किया गया।
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