लेखा समिति अध्यक्ष चुना जाना किसी जोड़-तोड़ का परिणाम नहीं
ग्वालियर दिनांक 17 जून 2008- लेखा समिति के नवनिर्वाचित अध्यक्ष रामेश्वर विजपुरिया द्वारा जनसम्पर्क नगर निगम के माध्यम से जानकारी दी गई कि लेखा समिति के अध्यक्ष के रूप में उनका निर्वाचन निर्विरोध सम्पन्न होने के पूर्व आम सहमति बन जाने से हुआ है न कि किसी राजनीतिक दल विशेष की गठजोर से । उन्होंने लिखित ब्यान जारी करते हुये कहा कि लेखा समिति के सदस्यों के चुनाव हेतु भाजपा के चार, कांग्रेस के तीन और दो अन्य सदस्यों जिनमें मैं स्वयं तथा बसपा के हजारी सिंह बघेल ने नामांकन प्रस्तुत किये थे। महापौर विवेक नारायण शेजवलकर का प्रस्ताव था कि यदि भाजपा और कांग्रेस अपने एक-एक प्रत्याशी का नाम वापिस ले ले और मुझे अध्यक्ष बनाने हेतु आम सहमति बने तो लेखा समिति के चुनाव निर्विरोध सम्पन्न हो सकते हैं। महापौर के इस प्रस्ताव पर आम सहमति बनी और एक सौहाद्रपूर्ण वातावरण में लेखा समिति के अध्यक्ष के रूप में मेरा चयन आम सहमति से निर्विरोध हुआ । उन्होंने विश्वास दिलाया है कि इस अध्यक्ष निर्वाचित किये जाने के लिये महापौर विवेक नारायण शेजवलकर, नेता प्रतिपक्ष देवेन्द्र ंसिंह तोमर एवं सभी पार्षदों का आभार व्यक्त करते हुये आशा व्यक्त की है कि जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई हैं उसका निर्वाहन वे पूरी जिम्मेदारी व ईमानदारी से करेंगे।
श्री विजपुरिया द्वारा जनसम्पर्क के माध्यम से जारी अपने ब्यान में उम्मीद जताई है कि जिस प्रकार लेखा समिति के इन चुनाव में सत्तापक्ष एवं विपक्ष ने दलगत हितों से ऊपर उठकर जनहित का ध्यान रखा है भविष्य में इसी प्रकार से सब मिलकर ग्वालियर के विकास के लिये कार्य करेंगे।
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