सीनियर चक्री में दिनेश राठौर ने बाजी मारी - जूनियर में पवन राठौर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया- हसली में प्रीतम सिंह विजयी रहे- सुदर्शन चक्र में मुन्ने खां एवं सीने पर पत्थर तोड़ प्रतियोगिता में जयप्रकाश गोस्वामी विजयी रहे
ग्वालियर दिनांक 18.08.2008- नगर निगम द्वारा आयोजित ऐतिहासिक चक्री मेले का आयोजन आज मनोरंजनालय मैदान हजीरा पर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महापौर विवेक नारायण शेजवलकर एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता सभापति बिजेन्द्र सिंह जादौन द्वारा की गई। कार्यक्रम में शिक्षा एवं खेल प्रभारी श्रीमती हेमलता भदौरिया, पार्षद महेश गौतम, श्रीमती भगवती राजपूत, पूर्व पार्षद गोविन्द वर्मा, मानसिंह राजपूत, वरिष्ठ पार्षद किशन सिंह राठौर उपस्थित रहे।
सर्वप्रथम मुख्य अतिथियों का स्वागत निगम के अपर आयुक्त सुरेश शर्मा, उपायुक्त सुरेन्द्र सिंह भदौरिया एवं सहा. आयुक्त गुलाबराव काले द्वारा पुष्पाहार से किया गया। मुख्य अतिथि के निर्देशन पर मेले की कार्यवाही प्रांरभ की गई। सर्वप्रथम सुदर्शन चक्र घुमाने की कला का प्रदर्शन दो कलाकारों द्वारा किया गया, जिसमें प्रथम स्थान मुन्ने खां तथा द्वितीय स्थान कैलाश खलीफा द्वारा प्राप्त किया गया।
इसके पश्चात गर्दन से हसली उठाने की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, इस प्रतियोगिता में तीन कलाकारों द्वारा भाग लिया गया। प्रथम स्थान गत वर्ष के विजेता प्रीतम सिंह द्वारा प्राप्त किया गया। द्वितीय स्थान पर हेमंत प्रजापति तथा तृतीय स्थान पर सरनाम सिंह रहे। सीने पर पत्थर तोड़ने की कला का प्रदर्शन जानेमाने कलाकार जयप्रकाश गोस्वामी द्वारा किया गया।
आज के आयोजित मेले में सर्वप्रथम 15 बाल कलाकारों द्वारा प्रथम बार चक्री घुमाने की कला का प्रदर्शन किया गया। इन सभी बाल कलाकारों को नगर निगम के सहयोग से विगत एक माह पूर्व से चक्री घुमाने की कला का प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। सीनियर चक्री घुमाने की प्रतियोगिता में चार कलाकारों द्वारा भाग लिया गया प्रथम स्थान जानेमाने चक्री कलाकार दिनेश राठौर द्वारा प्राप्त किया गया। इसी प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान चन्द्रशेखर तथा तृतीय स्थान अब्दुल रज्जाक ने प्राप्त किया।
जूनियर चक्री प्रतियोगिता में भी चार कलाकारों द्वारा चक्री घूमाने की कला का प्रदर्शन किया गया। प्रथम स्थान पवन राठौर, द्वितीय स्थान मोनू तथा तृतीय स्थान पर मनीष पाल रहे । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने सभी विजेता कलाकारों को एवं बाल कलाकारों को पुरूस्कार भेंट किये। तत्पश्चात मेला समाप्ति की घोषणा की गई।
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