मंगलवार, 4 मई 2010

एस एन सी यू ने दिया 800 नवजात शिशुओं को नया जीवन

एस एन सी यू ने दिया 800 नवजात शिशुओं को नया जीवन

ग्वालियर 30 अप्रैल 10 । जन्म से ही जीवन मृत्यु से संघर्ष कर रहे नवजात शिशुओं को जीवन देने में जिला चिकित्सालय मुरार में स्थित नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एस.एन.सी.यू )महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है । प्रदेश सरकार के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा यूनीसेफ के तकनीकी सहयोग से जून 2009 में शुरू हुई बच्चों की इस अत्याधुनिक गहन चिकित्सा इकाई ने मात्र 10 माह में करीबन 800 नवजात शिशुओं को एक नया जीवन दिया और उनके परिवार की खुशियां लौटाई ।

       जिला चिकित्सालय मुरार की सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डा निधि व्यास ने बताया कि एस एन सी यू शुरू होने के आरंभिंक माह अर्थात जून 2009 में 83 शिशुओं को इस इकाई में भर्ती कराकर उनका इलाज कराया गया । इसी तरह वर्ष 2009 के जुलाई माह में 92, अगस्त में 110, सितम्बर में 98, अक्टूबर में 89, नवम्बर में 81 व दिसम्बर 09 में 104 नवजात शिशु एसएनसीयू से लाभान्वित हुये । मौजूदा वर्ष के जनवरी माह में 95, फरवरी में 58 एवं मार्च महीने में 64 नवजात शिशु लाभान्वित हुये ।

       सिविल सर्जन डा. निधि व्यास ने बताया कि जनू 09 से मार्च 2010 तक जिला चिकित्सालय मुरार में 5 हजार 794 संस्थागत प्रसव हुये थे । इस दौरान जिला चिकित्सालय में जन्में 729 नवजात शिशु जन्म से ही गंभीर रूप से बीमार थे। इन सभी शिशुओं का एस एन सी यू में भर्ती कराकर इलाज कराया गया है । इसके अलावा बाहर से 149 शिशुओं को भी इस दौरान एस एन सी यू से लाभान्वित कराया गया है ।

 

क्या है एस.एन.सी.यू

वातानुकूलित इस आईसीयू में सेंट्रल आक्सीजन सिस्टम लगाने के साथ सभी उच्च स्तर के आधुनिक उपकरण लगाए गए हें । बाहय एवं आंतरिक शिशुओं के लिये दो अलग-अलग वातानुकूलित बार्ड बनाए गए हैं। इसके अलावा रिकवरी वार्ड, वार्मर केयर, फोटोथैरेपी, सेंट्रल सेक्शन वे, पल्स आक्सीमीटर,स्तनपान कक्ष,किचिन रुम,अभिभावक परामर्श कक्ष सहित म्यूजिक थैरेपी जैसी सुविधाएं यहां मौजूद हैं। सर्व सुविधायुक्त वातानुकूलित और आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित इस आईसी यू में पांच शिशु चिकित्सा विशेषज्ञों की तैनाती की गई है। इसके अलावा दस स्टाफ नर्स एवं चार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भी यहां नियुक्ति की गई ।

 

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