गरीबों की खुशहाली से होंगे शहीदों के सपने पूरे, मुख्यमंत्री चौहान द्वारा शहीद अखंड ज्योति प्रज्जवलित
ग्वालियर 10 मई 08 । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज ग्वालियर में वीरांगना लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल पर शहीदों की स्मृति को चिरस्थायी और अक्षुण्ण बनाये रखने के लिये शहीद अखंड ज्योति प्रज्जवलित की और कहा कि यह ज्योति नागरिकों को देश के लिये जीने-मरने और देश को समृध्दशाली बनाने की प्रेरणा देती रहेगी । समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह सर कार्यवाह श्री मदनदास ने की । इस अवसर पर भाजपा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री डोंगर सिंह कक्का, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, जलसंसाधन एवं उच्च शिक्षा मंत्री श्री अनूप मिश्रा, नगरीय कल्याण एवं विकास मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा, 20 सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री जयभान सिंह पवैया, महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर , सुप्रसिध्द साहित्यकार श्रीमती क्षमाकौल तथा महापौर परिषद के सदस्य मंचासीन थे ।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 10 मई के दिन ही आज से 150 वर्ष पहले अमर शहीद मंगल पाण्डे के नेतृत्व में क्रांति की एक आंधी चली थी और हजारों देशभक्तों ने इससे प्रेरणा लेकर अपने प्राणों का बलिदान किया था । उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि आज इतिहास के पन्नों पर भारत के इस प्रथम स्वतंत्रता संग्राम को विद्रोह के रूप में वर्णित किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिये शहीदों के त्याग तपस्या और बलिदान सदैव नमन योग्य है और प्रथम स्वतंत्रता संग्राम को विद्रोह कहना उन महान बलिदानियों का न केवल अपमान है अपितु राष्ट्रद्रोह भी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश की आजादी के लिये अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शहीदों के जीवन से परिचित कराने के लिये मध्यप्रदेश सरकार द्वारा पहल की गई है । संस्कृति विभाग ने तय किया है कि प्रदेश की 23 हजार ग्राम पंचायतों में रोटी और कमल की यात्रा निकाली जायेगी, जो लोगों को देश की एकता, अखंडता के लिये सदैव प्रेरित करती रहेगी । उन्होंने कहा कि शहीदों के सपने अभी भी अधूरे हैं और वह तभी पूरे होंगें जब गरीबों के जीवन खुशहाल होंगें तथा देश एक गौरवशाली,समृध्द, महान देश बनेगा । उन्होंने कहा कि आज सभी नागरिकों को देश को खुशहाल और समृध्दशाली बनाने तथा अखंड भारत के लिये कुर्बानी का संकल्प लेने की जरूरत है ।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री मदन दास ने कहा कि 1857 से 1862 तक चले प्रथम स्वतंत्रता संग्राम ने जिस नेतृत्व,पराक्रमऔर कौशल का संदेश दिया, उसने देश की आजादी के लिये जनजागृति का काम किया । उन्होंने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई के शौर्य और नेतृत्व ने देशभक्तों में देश को स्वतंत्र कराने की भावना को बलवती किया । उन्होंने कहा कि शहीदों के त्याग और बलिदान को सदैव स्मरणीय बनाये रखने के लये श्रीमती क्षमाकौल और नगर निगम ग्वालियर ने अखंड ज्योति की स्थापना की जो पहल की है, वह गौरव की बात है और इसके लिये वे साधुवाद के पात्र हैं । उन्होंने अपेक्षा की कि ग्वालियर की जनता सारे देश को शहीदों की शहादत से परिचित कराने के लिये एक अनूठी मिसाल बनेगी ।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रदेश में सरकार की पहल पर प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की 150 वीं वर्षगांठ पर सालभर देश भक्ति के कार्यक्रम होते रहे हैं । उन्होंने कहा कि वीरांगना की समाधि पर इस अखंड ज्योति की स्थापना सदैव भावी पीढ़ी को देश के लिये जीने-मरने की प्रेरणा देती रहेगी ।
साहित्यकार श्रीमती क्षमाकौल ने कहा कि एक लेखक के अनुरोध को स्वीकार कर सरकार ने अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया है । उन्होंने कामना की कि यह सरकार सुदीर्घ और चिरजीवी रहे और देश के अन्य राज्यों में भी ऐसी ही संवेदनशील सरकार हो । प्रारंभ में महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने अतिथियों का स्वागत किया । इस अवसर पर गीत के माध्यम से श्री पीयूष गौरे ने मातृ भूमि की वंदना की ।
अखंड ज्योति की स्थापना से पहले नगर में शहीद कलश यात्रा निकाली गई तथा ज्योति स्थापना के पश्चात एक मिनिट का मौन धारण कर शहीदों को विनम्र श्रध्दांजलि अर्पित की गई ।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डोंगर सिंह कक्का का सम्मान
वीरांगना लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल पर अखंड ज्योति की स्थापना समारोह में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह सर कार्यवाह श्री मदन दास ने ग्वालियर के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी 104 वर्षीय श्री डोंगर सिंह कक्का का शाल और श्रीफल भेंट कर सम्मान किया ।
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