सोमवार, 31 मार्च 2008

हूँ.....लो हो गया एनकाउण्‍टर कर दिया शॉट डेड साले को

हास्‍य/व्‍यंग्‍य

हूँ.....लो हो गया एनकाउण्‍टर कर दिया शॉट डेड साले को

नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द''

शहर ए आजम इन दिनों तफरी पर हैं, उनका स्‍टाफ आजाद इन दिनों पूरी आजादी और लोकतंत्र का आनन्‍द ले रहा है । साहब के कार्यालय में इन दिनों मार्च क्‍लोजिंग चल रहा है, साहब को हुकुम मिला कि बजट पूरा निबटाना है, एक पाई भी सरैण्‍डर नहीं होनी चाहिये । निपटाओं कैसे भी कहीं भी ।

साहब और साहब के सैनिक हर साल कुछ पैसा सरैण्‍डर कर लौटाने के आदी थे और बजट सरैण्‍डर करना तथा पैसा वापस सरकार को भेजना उनकी सालानाचर्या का अहम भाग थी । वे इसे सरकारी पैसे की बचत मानते आये थे । पैसा लौटा कर छाती ठोक के सीना तान के अपनी तारीफ में खुद ही कशीदे बॉंच लिया करते थे ।

अबकी बार ससुरी मुसीबत हो गयी, सब उल्‍टा हो गया गुल गपाड़ा हो गया । ऊपर से आदेश हैं सरैण्‍डर नहीं एनकाउण्‍टर चाहिये, वापसी नहीं उपयोगिता प्रमाण चाहिये ।

रटी रटाई लाइनों पर ट्रेडीशनलीया स्‍टाइल में काम करने वाले सरकारी कार्यालय नये किस्‍म के आदेश से चक्‍कर में पड़ गये । सरकारी बचत की जगह अब सरकारी खपत में सरकारी खुपडि़या दौड़ा दौड़ा कर बेहाल हो गये मगर ससुरा बजट था कि जित्‍ता खर्च करो बढ़ता ही जाता था ।

ऑफिस के बाबूओं के चकरघिन्‍नी हो जाने के बाद भी जब बजट का निकाल ( यह सरकारी शब्‍द है) जब पल्‍ले नहीं पड़ा तो साहब से मार्गदर्शन चाहा गया, साहब ने मोबाइल से मार्गदर्शन दिया, कि पहले लिस्‍ट बना लो कि अपने ऑफिस में क्‍या क्‍या होता है, और उसमें क्‍या क्‍या सामान लगता है या क्‍या क्‍या खर्च होता है फिर उसके सामने खर्चा डालना शुरू करो ।

बाबूओं ने साहब के निर्देशानुसार लिस्‍ट बनाना शुरू की, लिस्‍ट बनी तो ठाकुर साहब द्वारा हवन के लिये लिखाई जाने वाली सूची की तरह बन गयी । अब इस लिस्‍ट में खर्चा डालने का काम शुरू हुआ, सारे खर्चे डालने के बाद भी बजट फिर भी एनकाउण्‍टर नहीं हुआ, फिर सरैण्‍डर हुआ जा रहा था, बाबूओं ने फिर ऊपर से मार्ग दर्शन चाहा, ऊपर से मोबाइल पर आकाशवाणी स्‍टायल में साहब फिर भगवान कृष्‍ण की तरह मुस्‍कराते हुये उवाचे कि ऐसा करो कि मनमानी रकम भर दो, बाबू अर्जुन के मानिन्‍द घिघियाये कि साहब पहले से हम 400 के 3400 और 700 के 70000 लिख लिख कर रखे हैं पर फिर भी साला सरैण्‍डर कर रहा है अब कैसे एनकाउण्‍टर करें ।

साहब ने गीता के सोलहवें अध्‍याय के कृष्‍ण के मानिन्‍द कहा कि आसुरी सम्‍पदा से काम नहीं चल पा रहा तो दैवीय सम्‍पदा भी शामिल कर लो, फिर भी बात न बने तो सत्रहवें अध्‍याय वाले त्रय गुण विभाग कर लो, बाबूओं ने फिर अफसर से मार्गदर्शन चाहा और कहा प्रभो आपकी बातें कुछ समझ नहीं आ पा रहीं, अगर हिन्‍दी में बतायें तो शायद समझ में आ जाये । या फिर मुरैना के अंग्रेजी स्‍कूलों वाली इंग्लिश स्‍टायल में बता दें तो कुछ पल्‍ले पड़ जाये ।

अफसर मोबाइल वाली आकाशवाणी पर फिर कृष्‍ण स्‍टाइल को छोड़ मुरैना के अंग्रेजी स्‍कूलों के टीचर स्‍टाइल में अपनी व्‍याख्‍या सुनाने लगे और बोले, ऐसो करियो जित जित में कोमा लगे होयं तहॉ तहॉं ऐसी ऐसी मद डार दियो तिनके प्रूफ न होतई, और दो चार दिना बाद डिलीट हे जातें । जैसें दीवाल की लिखाई हर महीना के खच्‍च में एण्‍ट्री कर देओ, दीवाल की लिखाई हप्‍ता आठ दिना में मिटरत रही, हम लिखवावत रहे, ऐसेंई लिखीयो हमने भोंपू बजवाये प्रचार के काजें, रिक्‍शान में लाउडस्‍पीकर धरकें बजवाये, गामन में ऐलान करवाये, नास्‍ता फास्‍ता डीजल फीजल सिग डार डूर के देखो अब तिहाई बैलेन्‍स सीट का कहि रही है, फिरऊ बचें तो पेड़ पौधा लगाइबो दिखाय दीयो, कोऊ स्‍पष्‍टीकरण आवे तो कहि दीयो हमने तो लगाये हते, अब गैया भैंसे चर गयीं तो का करें । और बिनकी जाली को खच्‍च डारों तो लिख दीयो के पानी नहीं परो सो सूख साख गये, अबऊ कछु खच्‍च बच परे तो फैक्‍स में और फोनन में दिखाय दीओ, जे सिग कर करू के फिर हमें फोन लगाय लीयो, दूसरे नम्‍बर पे लगईयो, जा नम्‍बर को हम बन्‍द राखेंगे, पबलिक डिस्‍टरब करति है । काऊ को पानी ना आय रहो, काऊ की बिजली नाने तो काऊ की गली में सफाई ना हे रही, अब हम झाड़ू लेके जायें का, सिगुई देस परेसान है, कौन कौन की सुनें सो वा नम्‍बर की सिम खेंच देत हैं ।

बाबूओं ने साहब की समझाइस के अनुसार फिर से बजटिंग का एनकाउण्‍टर करना शुरू किया, फिर भी बजट था कि सरैण्‍डर कर रहा था । हैरान परेसान बाबूओं ने आखिर खेंच के दारू का मद भी चढ़ा दिया, साहब की डेली इत्‍ती, बाबूओं ने इत्‍ती और आने जाने वाले अतिथियों ने इत्‍ती और रोज टाइमपासीयों ने इत्‍ती पी ......। आखिर जब हिसाब लगाया तो अब न केवल बजट एनकाउण्‍टर हो गया बल्कि शॉट डेड हो गया, बल्‍कन ओवर बजट हो गया ।

मार्च क्‍लोजिंग हो गया, अब जब साहब पर्सनल टूर से लौटेंगे तो पीठ ठोकेंगे वाह भई वाह, हूं साला बार बार सरैण्‍डर कर रहा था, कर दिया एनकाउण्‍टर हो गया शॉट डेड । निबट गया गड़रिया की तरह, जादा ही अति धर रखी थी ।

बिजली जिसने बदली थी सरकार, इतिहास दोहरा रहा है फिर वही नजारा

बिजली जिसने बदली थी सरकार, इतिहास दोहरा रहा है फिर वही नजारा

बच्‍चों की परीक्षा, भयानक गर्मी और कुण्‍टलों मच्‍छरों के बीच दिन भर और फिर देर रात तक बिजली गोल

अतर सिंह डण्‍डोतिया (तहसील संवाददाता)

मुरैना 31 मार्च 08, अब इसे आप क्‍या कहेंगे, इजनी बिजली तो उन्‍होंने भी नहीं कभी काटी जिनकी सरकार बदल दी गयी । यह वही बिजली कटौती है, जिसने सरकार बदल कर रातों रात प्रदेश की कांग्रेस सरकार को सत्‍ता से आउट कर दिग्विजय सिंह को अपदस्‍थ करा दिया था । दिग्विजय सिंह ने कभी इतनी बिजली नहीं काटी जितनी आज कट रही है । कल दिन भर बिजली गोल रहने के साथ आज रात एक बजे तक हर आधा घण्‍टे बीस मिनिट बाद एक एक घण्‍टे के लिये गोल होती रही, भीषण गर्मी भी है, मच्‍छर भी हैं, परीक्षायें भी चल रही हैं, लेकिन बिजली गोल है ।   

दिग्विजय सिंह की बिजली कटौती में यह निर्धारित व घोषित थी और लोगों को पहले से बिजली कटौती के टाइमिंग्‍स पता होते थे, और लोगों को अच्‍छी तरह ज्ञात रहता था कि रात में कब कितने समय सोना है और कब कितने बजे छत व सड़कों पर टहलना है । भीषण्‍ा गर्मी व मच्‍छरों के बीच म.प्र. के लोगों की सन 2003 तक गुजरी रातें, म.प्र. के लोग कभी भूल नहीं पाये, हालांकि चुनाव से दो माह पहले प्रदेश में अपने आप बिजली आ गयी थी और बिजली चाक चौबन्‍द हो गयी थी लेकिन उसके बावजूद जनता ने उन्‍हें अपदस्‍थ कर दिया था ।

आज के हालात व दिग्विजय सिंह के समय के हालातों में फर्क केवल यही है, कि उस समय लोगों को पता होता था कि बिजली कब जायेगी और कब आयेगी, लेकिन अब पता नहीं होता कि कब जायेगी और कब आयेगी । तादाद ए कटौती पहले से आज ज्‍यादा है ।

वही भीषण गर्मी, वही छात्रों की परीक्षायें, वही कुण्‍टलों मच्‍छरों का हमला, वही जनता को न सुनने वाले भ्रष्‍ट अफसर सब कुछ वही, वही पुराने दृश्‍यों को दोहराते हुये इतिहास दोबारा दोहराया जा रहा है । बस फर्क केवल यही है कि केवल सरकारी पार्टी बदल गयी है । सन 2003 के चुनावों में महज तीन माह में बिजली चाक चौबन्‍द करने के वायदे और सत्‍ता में आने के बाद चार माह, छ माह फिर अठारह माह और फिर तीन साल में बिजली चौबीस घण्‍टे अबाध सप्‍लाई की घोषणा करने वाली राजनीतिक पार्टी भाजपा आज की तारीख में तो आउटडेटेड हो ही गयी है, आगे की राम जाने बची खुची जनता जाने ।            

 

शुक्रवार, 28 मार्च 2008

स्वास्थ्य मेले के पहले दिन पौने पांच हजार मरीजों का उपचार

स्वास्थ्य मेले के पहले दिन पौने पांच हजार मरीजों का उपचार

ग्वालियर 27 मार्च 08 । दो दिवसीय जिला स्तरीय वृहद स्वास्थ्य मेला जिला अस्पताल परिसर मुरार ग्वालियर में आज से शुरू हुआ । स्वास्थ्य मेले में पहले दिन 4 हजार 730 मरीजों का पंजीयन कर उपचार किया गया । मरीजों की सभी प्रकार की निशुल्क जांच कर दवाईयां प्रदाय की गईं ।

       मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्चना शिंगवेकर ने बताया कि आज से शुरू हुये दो दिवसीय वृहद स्वास्थ्य मेले में लगभग 38 काउण्टर बनाये गये थे । जिसमें पंजीकृत किये गये 4 हजार 730 मरीजों का निशुल्क उपचार कर दवाईयां प्रदाय की गईं ।

       उन्होंने बताया कि शिविर में 760 मरीजों की जांच, 16 पुरूषों की एन.एस.व्ही. पध्दति से नसबंदी, 25 नेत्र रोगियों को मोतियाबिंद के ऑपरेशन हेतु चिन्हित किया गया । स्वास्थ्य शिविर में 5 मरीजों के ऑपरेशन किये तथा विभिन्न रोगों से पीड़ित 10 बच्चों को उपचार हेतु भर्ती किया गया । शिविर में उपचार के साथ-साथ शासन द्वारा संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों की भी जानकारी दी गई ।

 

आज भी जारी रहेगा स्वास्थ्य मेला

28 मार्च को भी प्रात: 10 बजे से स्वास्थ्य मेले में बीमार महिला, बच्चों, पुरूषों के हृदय रोग, क्षयरोग, मोतियाबिंद, नाक, कान-गला, दंत रोग, हड्डी रोग, डायबिटीज की जांच एवं शल्य क्रिया की भी व्यवस्था रहेगी । इसके साथ ही बिना चीरा बिना टांके के चीनी पध्दति द्वारा पुरूष नसबंदी करने की भी सुविधा उपलब्ध रहेगी ।

स्वास्थ्य मेले में एक्स-रे, ई.सी.जी, अल्ट्रासाउन्ड खून पेशाब की जांच करने की मुफत सुविधा उपलब्ध रहेगी । इस मेले में मोतियाबिंद रोगियों के नेत्र लैन्स प्रत्यारोपण मुफत में किये जायेंगे तथा समस्त प्रकार की शल्य चिकित्सा भी की जायेगी। मेले में भर्ती किये गये मरीजों को मुफत भोजन, दूध, फल वितरित किये जायेंगे ।

 

वनरक्षकों के रिक्त पद भरे जायेंगे

वनरक्षकों के रिक्त पद भरे जायेंगे

वन विभाग की नवीन संरचना का अनुमोदन (मंत्रिपरिषद के निर्णय)

भोपाल 27 मार्च 08 । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज हुई मंत्रि परिषद की बैठक में वन विभाग की नवीन संरचना का अनुमोदन किया गया। इसके अनुसार वन विभाग ने वन रक्षक के 13 हजार 997, वनपाल के चार हजार 184, उप वन क्षेत्रपाल के 1257, वन क्षेत्रपाल के 1192, सहायक वन संरक्षक के 358, लिपिकीय दो हजार 829, विविध अन्य 731 तथा विविध राजपत्रित 24 पद हो जायेंगे। मंत्रि परिषद की बैठक में वन रक्षकों के वर्तमान में रिक्त पदों को भरने की अनुमति प्रदान की तथा आगामी वर्षों में प्रति वर्ष वन रक्षकों के रिक्त होने वाले पदों को उस वर्ष में भरने की अनुमति भी प्रदान की।

मंत्रिपरिषद ने मुरैना जिले की दि मुरैना मण्डल सहकारी शक्कर कारखाना कैलारस को चालू सीजन वर्ष 2007-08 में गन्ना पिराई के लिये कार्यशील पूँजी उपलब्ध कराने के लिये 16 करोड़ रुपये का ऋण मध्यप्रदेश राज्य सहकारी बैंक से लेने के लिये शासकीय प्रत्याभूति 31-3-2009 तक प्रदाय करने हेतु मुख्यमंत्री के आदेश का अनुसमर्थन किया।

मंत्रिपरिषद ने मालवा सहकारी शक्कर कारखाना बरलाई जिला इंदौर के पुन: संचालन और ईश्वम सहकारी शक्कर कारखाना एवं कृषि उद्योग मर्यादित विश्रामपुर जिला खण्डवा के आर्थिक सहायता के प्रस्ताव का परीक्षण करने के लिये मंत्रिपरिषद समिति के पुनर्गठन संबंधी मुख्यमंत्री के आदेश का अनुसमर्थन किया।

मंत्रिपरिषद ने राजस्व विभाग द्वारा राजस्व पुस्तक परिपत्र खण्ड-6 क्रमांक-4 में संशोधन के लिये जारी किये गये परिपत्र का अनुसमर्थन किया। इसके अनुसार उक्त क्रमांक-4 की कण्डिका-1 के प्रथम वाक्य में शब्द 'भूकम्प, सूखा एवं अग्नि दुर्घटनाओं' प्रतिस्थापित किये गये।

मंत्रिपरिषद ने सरगरा जाति को पिछड़ा वर्ग की सूची से विलोपित करने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया। भारत सरकार के राजपत्र क्रमांक-73 दिनांक 18 दिसम्बर, 2002 के अनुसार सरगरा जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल कर लिया गया है। इसलिये पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की अधिसूचना क्रमांक एफ 23-4-97-चौवन-1 दिनांक 2 अप्रैल, 1997 में उक्त संशोधन प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया है।

 

 

लेखा-सेवा की विभागीय परीक्षा के आवेदन जमा करने की तिथि 8 अप्रैल

लेखा-सेवा की विभागीय परीक्षा के आवेदन जमा करने की तिथि 8 अप्रैल

भोपाल 27 मार्च 08 । संचालनालय कोष एवं लेखा मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा म.प्र. अधीनस्थ लेखा सेवा (विभागीय) परीक्षा भाग-1 के आवेदन पत्र संबंधित संभागीय संयुक्त संचालक, कोष लेखा एवं पेंशन कार्यालय में जमा करने की अंतिम तिथि 8 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। परीक्षा की तिथि एवं स्थान की सूचना यथा समय परीक्षार्थियों को सूचित कर दी जायेगी।

इस संबंध में सूचना संचालनालय कोष एवं लेखा की वेबसाइट www.mptreasury.org पर उपलब्ध है।

 

ग्रामीण भूमिहीन परिवारों के लिये आम आदमी बीमा योजना (मंत्रिपरिषद के निर्णय)

ग्रामीण भूमिहीन परिवारों के लिये आम आदमी बीमा योजना (मंत्रिपरिषद के निर्णय)

भोपाल 27 मार्च 08 । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज हुई मंत्रि परिषद की बैठक में ग्रामीण भूमिहीन परिवारों के लिये आम आदमी बीमा योजना का अनुसमर्थन किया गया। बैठक में तय किया गया कि आम आदमी बीमा योजना के क्रियान्वयन के लिये राज्य स्तर पर सामाजिक न्याय विभाग को नोडल विभाग तथा जिला स्तर पर जिला पंचायतों को नोडल एजेंसी बनाया जाये। बैठक में तय किया गया कि विवेकानंद समूह बीमा योजना 31 मार्च, 2008 तक ही प्रभावशील रहेगी। अत: ग्रामीण क्षेत्रों के गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले गैर-भूमिहीन तथा शहरी क्षेत्रों के समस्त गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों को जनश्री बीमा योजना के अंतर्गत वर्ष 2008-09 में शामिल किया जाये। जनश्री बीमा योजना का क्रियान्वयन भी आम आदमी बीमा योजना की भांति किया जाये।

भारतीय जीवन बीमा निगम के माध्यम से भूमिहीन ग्रामीण मजदूरों के लिये आम आदमी बीमा योजना दो अक्टूबर, 2007 से शुरू की गई है। भारत सरकार द्वारा इस योजना के क्रियान्वयन के लिये प्रति सदस्य 200 रुपये का वार्षिक प्रीमियम तय किया गया है। इसमें से 100 रुपये प्रति सदस्य भारत सरकार द्वारा विशेष आर्थिक कोष से तथा 100 रुपये प्रति सदस्य का अंशदान राज्य सरकार द्वारा दिया जायेगा। योजनांतर्गत सदस्य की आयु 18 से 59 वर्ष तक रखी गई है। बीमित सदस्य ग्रामीण भूमिहीन परिवार का मुखिया अथवा परिवार में कार्य करते हुए आय कमाने वाला सदस्य होना चाहिये। योजनांतर्गत बीमित व्यक्ति की सामान्य मृत्यु होने पर 30 हजार रुपये, दुर्घटना में मृत्यु अथवा स्थायी पूर्ण अपंगता होने पर 75 हजार रुपये और दुर्घटना में एक आंख या एक हाथ या पांव अक्षम होने पर 37 हजार 500 रुपये का बीमा लाभ मिलेगा। बीमित सदस्यों के बच्चों के लिये एक मुफ्त एॅड-ऑन शिक्षावृत्ति भी दी जायेगी। इसमें नवमीं से बारहवीं तक के केवल दो विद्यार्थी प्रति परिवार 100 रुपये प्रतिमाह की शिष्यवृत्ति दी जायेगी।

 

सुविधा योजना का लाभ 31 मार्च तक 30 मार्च रविवार को कार्यालय खुले रहेंगे

सुविधा योजना का लाभ 31 मार्च तक  30 मार्च रविवार को कार्यालय खुले रहेंगे

ग्वालियर 27 मार्च 2008 । मध्यप्रदेश शासन द्वारा शहरी क्षेत्र के घरेलू स्थाई एवं अस्थाई विच्छेदित विद्युत कनेक्शनों के बिलों में लगाये गये सरचार्ज की माफी हेतु शुरू की गई सुविधा योजना का लाभ उपभोक्ता 31 मार्च 08 तक ले सकेंगे ।

       विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (शहर वृत्त) ग्वालियर के अधीक्षण यंत्री ने बताया कि विद्युत उपभोक्ताओं को सुविधा योजना का लाभ 31 मार्च 08 तक प्राप्त हो सकेगा । इस योजना का लाभ लेने हेतु 30 मार्च 08 (रविवार) को सभी क्षेत्रीय कार्यालय खुले रहेंगे ।

 

ग्‍वालियर नगर की पेयजल व्यवस्था पर बैठक

ग्‍वालियर नगर की पेयजल व्यवस्था पर बैठक

ग्वालियर 27 मार्च 08 । संभागायुक्त ग्वालियर ने एक आदेश जारी कर ग्वालियर नगर की पेयजल व्यवस्था पर विचार विमर्श के लिये गुरूवार 3 अप्रैल को विशेष बैठक आहूत की है । बैठक नगर निगम ग्वालियर के परिषद् हॉल में अपरान्ह 3 बजे से रखी गई है । बैठक में माननीय महापौर, अध्यक्ष, सभी पार्षदों के साथ-साथ आयुक्त महोदय एवं माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पेयजल व्यवस्था हेतु गठित समिति के सभी सदस्यगण शामिल होंगे ।

 

सालाना जिला कृषि योजना : बैठक 29 मार्च को होगी

सालाना जिला कृषि योजना : बैठक 29 मार्च को होगी

ग्वालियर 27 मार्च 08 । राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत जिले की सालाना कृषि योजना 2008-09 का कार्यक्रम तैयार करने हेतु 29 मार्च को दोपहर एक बजे स्वास्थ्य प्रबंधन संस्थान सिटी सेंटर में बैठक आहूत की गई है । उपसंचालक कृषि ने सभी संबंधितों को बैठक में उपस्थित रहने का अनुरोध किया है । बैठक में जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में सालाना कृषि योजना को अंतिम रूप दिया जायेगा ।

 

कृषि कार्यक्रम कृषि दर्शन हेतु गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक 29 मार्च को

कृषि कार्यक्रम कृषि दर्शन हेतु गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक 29 मार्च को

ग्वालियर 27 मार्च 08 । भारत सरकार के कृषि मंत्रालय द्वारा नेरोकास्टिंग कार्यक्रम के तहत कृषि ग्रामीण विकास एवं कृषकों के उपयोगी विषयों पर केन्द्रित कृषि दर्शन कार्यक्रम तैयार करने एवं पूर्व प्रसारित कार्यक्रमों की समीक्षा हेतु गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक 29 मार्च 2008 को दोपहर 12 बजे से स्वास्थ्य प्रबंधन संस्थान सिटी सेंटर ग्वालियर में आयोजित की गई है । बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव करेंगे ।

 

जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक आज

जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक आज

ग्वालियर 27 मार्च 08 । ग्रामीण विकास कार्यक्रमों के सतत पर्यवेक्षण के उद्देश्य से गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक 28 मार्च को सांसद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया की अध्यक्षता में आयोजित होगी । यह बैठक अपरान्ह 3 बजे सिटी सेंटर स्थित राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में रखी गई है । बैठक मं स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना, इंदिरा आवास, वाटर शेड, डी.आर.डी.ए. प्रशासकीय मद, संपूर्ण स्वच्छता अभियान, संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, भू-अभिलेखों का कम्प्यूटरीकरण आदि की समीक्षा होगी ।

 

अज्ञात अपराधी पर 15 हजार रूपये का इनाम घोषित

अज्ञात अपराधी पर 15 हजार रूपये का इनाम घोषित

ग्वालियर 27 मार्च 08 । चंबल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री अरविन्द कुमार ने अज्ञात अपराधी की गिरफतारी पर 15 हजार रूपये का इनाम घोषित किया है । इस अज्ञात अपराधी पर अपराध क्रमांक 58/08 में मामला पंजीबध्द है ।

पुलिस महानिरीक्षक ने जारी आदेश में कहा है कि जो भी व्यक्ति अज्ञात अपराधी को बंदी बनायेगा या बंदी बनाने के लिये सही सूचना देगा उस व्यक्ति को 15 हजार रूपये का इनाम दिया जायेगा । पुरस्कार वितरण के संबंध में पुलिस महानिरीक्षक का निर्णय अंतिम होगा ।

 

आरौन में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में दी ग्रामीणों को जानकारी

आरौन में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में दी ग्रामीणों को जानकारी

ग्वालियर 27 मार्च 08 । जनसामान्य को विधिक जानकारी देने हेतु जिले के ग्राम आरौन में गत दिवस विधिक साक्षरता शिविर सम्पन्न हुआ ।

       जिला सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री एल.एच. थधानी के मार्गदर्शन में आरौन में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में वक्ताओं ने विधिक सहायता योजना, लोक अदालत योजना, विवाद विहीन ग्राम योजना, पारिवारिक विवाद समाधान केन्द्र योजना, बाल विवाह अवरोधक अधिनियम आदि की जानकारी दी गई है ।

       जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री अरूण प्रधान ने बताया कि विधिक साक्षरता शिविर में विधिक जिला सेवा प्राधिकरण एवं शासन की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के साथ-साथ वक्ताओं ने विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया। जिसमें कन्जूमर एवं सिविल राईटस एसोसिएशन की अध्यक्ष कुमारी ममता कुशवाह द्वारा उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम की, एडवोकेट श्री विनोद श्रीवास्तव द्वारा श्रम कानून की, एडवोकेट श्री काशीराम कुशवाह द्वारा दण्ड संहिता की, एडवोकेट श्री बृजेश सिंह द्वारा भरण-पोषण कानून की तथा पंचायत निरीक्षक श्री सी.पी. श्रीवास्तव द्वारा विवेकानंद समूह बीमा योजना आदि की जानकारी दी गई । कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट श्रीराम रखियानी ने किया । शिविर के अंत में ग्राम के सरपंच श्री रामरूप करण ने सभी का आभार व्यक्त किया ।

 

डोगर उर्फ राजेन्द्र को किया निरूध्द

डोगर उर्फ राजेन्द्र को किया निरूध्द

ग्वालियर 27 मार्च 08 । जिला मजिस्ट्रेट ग्वालियर श्री राकेश श्रीवास्तव ने राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 की धारा 3 (2) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुये काला सैययद तारागंज थाना जनकगंज निवासी, डोगर उर्फ राजेन्द्र पुत्र श्री कृष्ण लोधी को निरूध्द किये जाने के आदेश दिये हैं ।

 

बैनीपुरा में पशु चिकित्सा उपचार शिविर में 27 पशुओं का उपचार

बैनीपुरा में पशु चिकित्सा उपचार शिविर में 27 पशुओं का उपचार

 

ग्वालियर 27 मार्च 08 । पशुपालकों के लिये संचालित शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी देने के उद्देश्य से संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवायें डॉ. जी.एस. डाबर के निर्देशन में ग्रामीण क्षेत्रों में पशु चिकित्सा एवं उपचार शिविरों का आयोजन किया जा रहा है । इन शिविरों में योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ पशुओं का उपचार भी किया जा रहा है ।

पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी मुरार डॉ. आर.एस. शर्मा ने बताया कि मुरार विकासखंड के ग्राम बैनीपुरा में आयोजित शिविर में 27 पशुओं का उपचार, 2 पशुओं का बधियाकरण, 9 पशुओं का बाझंपन का उपचार तथा 2 मादा पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान कराया गया । शिविर का शुभारंभ गांव के वयोवृध्द पशुपालक श्री वृंदावन पचौरी द्वारा किया किया ।

शिविर में पशुपालकों को संतुलित पशु आहार के महत्व तथा पशुओं में होने वाले रोगों से बचाव एवं बरती जाने वाली सावधानियों की भी जानकारी दी गई । शिविर में सांसद प्रतिनिधि श्री शिवदयाल पचौरी, सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी श्री पी.एन. शर्मा एवं श्री कमल सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन एवं पशुपालक उपस्थित थे ।

 

गुरुवार, 27 मार्च 2008

पहसारी से तिघरा के लिये आज से पानी छोड़ा जायेगा

पहसारी से तिघरा के लिये आज से पानी छोड़ा जायेगा

उच्च न्यायालय द्वारा गठित समिति 2 अप्रैल को करेगी मौका मुआयना

ग्वालियर 26 मार्च 2008 । ग्रीष्मकाल दौरान ग्वालियर नगर में निरंतर जल प्रदाय आश्वस्त करने की दिशा में शासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों की श्रृंखला में पहसारी से कल 27 मार्च को तिघरा के लिये पानी छोड़ना प्रारंभ कर दिया जायेगा । पहसारी का जल 10 अप्रैल से पूर्व तिघरा पहुंचने लगेगा जिसके परिणामरस्वरूप ग्वालियर नगर को बिना किसी अवरोध के निरंतर जल प्रदाय होता रहेगा । यह जानकारी आज यहां उच्च न्यायालय द्वारा नगर की माकूल पेयजल व्यवस्था आश्वस्त करने की दृष्टि से संभागायुक्त डॉ. कोमल सिंह की अध्यक्षता में बनाई गई समिति की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में दी गई । बैठक में पुलिस महानिरीक्षक श्री डी.एस. सेंगर, वन संरक्षक श्री आर.पी. सिन्हा, मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री एम.एम. शकुनिया, मुख्य अभियंता सिंचाई श्री राजन श्रीवास्तव, आयुक्त नगर निगम डॉ. पवन शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री व्ही.के. सूर्यवंशी, अपर कलेक्टर श्री वेदप्रकाश, अपर आयुक्त श्री अरूण श्रीवास्तव, अपर आयुक्त नगर निगम श्री राजेश बाथम सहित सभी सदस्यगण एवं जल प्रदाय शिकायत निराकरणार्थ संचालित कन्ट्रोल रूमों के प्रभारी एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे ।

       समीक्षा बैठक में समिति ने जहां जल प्रदाय व्यवस्था को अधिक चुस्त-दुरूस्त बनाने, जल के दुरूपयोग को रोकने तथा सप्लाई बाल्वों के युक्तियुक्त करने के निर्देश दिये वहीं समिति ने 2 अप्रैल को ककैटो-पहसारी-तिघरा जलमार्ग का मौके पर जाकर मुआयना करने का फैसला किया । समिति के सभी सदस्य जहां आवश्यक होगा वहां पदयात्रा भी करेंगे । जल मार्ग में पानी की चोरी को रोकने के लिये सुरक्षाकर्मी तैनात किये जायेंगे । पुलिस अधीक्षक द्वारा इस कार्य के लिये अतिरिक्त बल की मांग पर इस कार्य के लिये 100 होमगार्ड लगाने का भी निर्णय लिया गया।

       समिति ने नगर की जल व्यवस्था को पुख्ता बनाने की दिशा में 3 अप्रैल को नगरपालिका परिषद की विशेष बैठक आहूत करने पर भी सहमति दी । परिषद् की इस बैठक में समिति महापौर, सभापति तथा पार्षदों से नगर की जल प्रदाय व्यवस्था से जुड़े विविध आयामों पर विचार विमर्श करेगी । बैठक मे जहां जमीनी हकीकत सामने आयेगी वहीं व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में भी रचनात्मक सुझाव सामने आ सकेंगे ।

 

राजस्व निरीक्षक पद के आवेदकों को परीक्षा शुल्क वापिस होगी

राजस्व निरीक्षक पद के आवेदकों को परीक्षा शुल्क वापिस होगी

ग्वालियर 26 मार्च 2008 । राजस्व निरीक्षकों के स्वीकृत पदों के लिये वर्ष 1997 में जिन आवेदकों ने आवेदन पत्र के साथ परीक्षा शुल्क की राशि भी जमा की थी । उन आवेदकों को परीक्षा शुल्क की राशि वापस की जायेगी ।

       कार्यालय कलेक्टर (भू-प्रबंधन) जिला ग्वालियर से प्राप्त जानकारी में बताया गया है कि ऐसे आवेदक जिन्होंने राजस्व निरीक्षकों के स्वीकृत पदों के लिये 1997 में परीक्षा शुल्क के साथ आवेदन किया था । वह आवेदक अपनी परीक्षा शुल्क की राशि मूल चालान (साक्ष्य के रूप में) कलेक्टर (भू-प्रबंधन) मोती महल स्थित कार्यालय ग्वालियर में दोपहर 12 बजे से जमाकर संपर्क कर सकते हैं । आवेदक परीक्षा शुल्क की राशि वापसी हेतु एम.पी.टी.सी. 44 फार्म भरकर कार्यालय द्वारा आवेदक को दिया जायेगा तथा आवेदनकर्ता मूल चालान संबंधित जिला कोषालय में जमाकर राशि वापस प्राप्त कर सकेंगे ।

उपभोक्‍ता संरक्षण हेतु तीन संस्‍थाओं को मिला पुरूस्‍कार

उपभोक्‍ता संरक्षण हेतु तीन संस्‍थाओं को मिला पुरूस्‍कार

संभागायुक्त डॉ. सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई चयन समिति की बैठक तीन संस्थाओं का चयन

ग्वालियर 26 मार्च 2008 । उपभोक्ता संरक्षण के क्षेत्र में वर्ष 2007 में उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्थाओं को पुरस्कार देने हेतु संभागीय स्तरीय पुरस्कार चयन समिति की बैठक आज ग्वालियर संभाग आयुक्त डॉ. कोमल सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई । चयन समिति द्वारा वर्ष 2007 में उत्कृष्ट कार्य करने वाली तीन संस्थाओं को पुरस्कार देने का निर्णय लिया गया है । जिसमें (प्रथम) पुरस्कार के रूप में कन्जूमर एण्ड सिविल राईटस ऐसोसिएशन ग्वालियर को तीन हजार रूपये की राशि और प्रशस्ति पत्र, (द्वितीय) पुरस्कार के रूप में अखिल भारतीय उपभोक्ता कांग्रेस जिला गुना को 2 हजार की राशि एवं प्रशस्ति पत्र और (तृतीय) पुरस्कार हेतु अलख सामान्य जन कल्याण समिति ग्वालियर को एक हजार रूपये की राशि एवं प्रशस्ति पत्र प्रदाय किया जायेगा ।   आयोजित चयन समिति की बैठक में समिति के सदस्य के रूप में अपर कलेक्टर श्री वेदप्रकाश, जिला उपभोक्ता फोरम की सदस्य श्रीमती आभा मिश्रा, जिला उपभोक्ता फोरम की पूर्व सदस्य श्रीमती अलक श्रीवास्तव सहित जिला आपूर्ति नियंत्रक ग्वालियर श्रीमती ज्योति शाह नरवारिया उपस्थित थीं।

 

ग्‍वालियर में स्वास्थ्य मेला आज से

ग्‍वालियर में स्वास्थ्य मेला आज से

ग्वालियर 25 मार्च 08 । जिला अस्पताल परिसर मुरार, ग्वालियर में 27 एवं 28 मार्च को दो दिवसीय जिला स्तरीय वृहद स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जा रहा है । मेले में विशेषज्ञों के द्वारा मरीजों का निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा । स्वास्थ्य मेले में सभी प्रकार की जांच एवं दवायें मुफत प्रदान की जायेंगी । इस मेले में बीमार महिला, बच्चों, पुरूषों के हृदय रोग, क्षयरोग, मोतियाबिंद, नाक, कान-गला, दंत रोग, हड्डी रोग, डायबिटीज की जांच एवं शल्य क्रिया की भी व्यवस्था रहेगी । इसके साथ ही बिना चीरा बिना टांके के (एन.एस.व्ही.)चीनी पध्दति द्वारा पुरूष नसबंदी करने की भी सुविधा उपलब्ध रहेगी ।

मेले में एक्स-रे, ई.सी.जी, अल्ट्रासाउन्ड खून पेशाब की जांच करने की मुफत सुविधा उपलब्ध रहेगी । इस मेले में मोतियाबिंद रोगियों के नेत्र लैन्स प्रत्यारोपण मुफत किये जायेंगे तथा समस्त प्रकार की शल्य चिकित्सा भी की जायेगी । मेले में भर्ती किये गये मरीजों को मुफत भोजन, दूध, फल वितरित किये जायेंगे । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्चना शिंगवेकर ने अधिक से अधिक नागरिकों को इस अवसर का लाभ उठाने की अपील की है । उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मेला दोनों दिन प्रात: 10 बजे से प्रारंभ होकर सायं 5 बजे तक चलेगा ।

 

ग्‍वालियर जिला जल अभाव ग्रस्त क्षेत्र घोषित

ग्‍वालियर जिला जल अभाव ग्रस्त क्षेत्र घोषित

ग्वालियर 26 मार्च 08 । कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने मध्यप्रदेश पेयजल परिरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 3 के तहत ग्वालियर जिले को जल अभाव ग्रस्त क्षेत्र घोषित किया है तथा नवीन नलकूप खनन पर प्रतिबंध लगाया है ।

       जारी आदेश में कहा गया है कि नगर निगम आयुक्त के अर्ध्दशासकीय पत्र और उच्च न्यायालय खंडपीठ ग्वालियर ने रिट पिटीशन क्रमांक 902/2008 में पारित आदेश में दिये गये निर्देशों के परिपेक्ष्य में ग्रीष्मकाल में पेयजल संकट को दृष्टिगत रखते हुये शहर में भवन निर्माण कार्यों पर मध्यप्रदेश पेयजल परिरक्षण अधिनियम 1986 के अंतर्गत प्रतिबंध लगाये हैं ।

       कलेक्टर ने आदेश में कहा है कि नगर निगम आयुक्त के प्रतिवेदित प्रतिवेदन से प्रथम दृष्टया स्पष्ट है कि ग्वालियर महानगर में भीषण गर्मी के फलस्वरूप दिन प्रतिदिन पेयजल की समस्या का समाधान करने एवं आम नागरिकों को पर्याप्त पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत आने वाले भवन निर्माण कार्यों पर मध्यप्रदेश पेयजल परिरक्षण अधिनियम 1986 एवं संशोधन अधिनियम 2002 में दिये गये निहित निर्देशों की धारा 3 (क) (ख) (ग) एवं धारा 4 (1) के तहत तत्काल प्रभाव से आगामी अन्य आदेश तक रोक लगाई गई है । यह आदेश शासकीय निर्माण कार्यों पर प्रभावशील नही होगा ।

 

मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम : स्व-सहायता समूहों को दिया गया प्रशिक्षण

मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम : स्व-सहायता समूहों को दिया गया प्रशिक्षण

ग्वालियर 26 मार्च 2008 । संपूर्ण प्रदेश की भांति ग्वालियर जिले में भी मध्यान्ह भोजन का दायित्व स्व-सहायता समूहों को सौंपा गया है । स्व-सहायता समूह बेहतर ढंग से मध्यान्ह भोजन वितरण कर सकें इस उद्देश्य से आज मेला रंगमंच पर उन्हें उपयोगी प्रशिक्षण दिया गया । इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के विभिन्न ग्रामों के स्व-सहायता समूहों में संगठित 600 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया ।

       प्रशिक्षण शिविर में पौष्टिक भोजन तैयार करने के तरीके, साफ-सफाई के साथ भोजन तैयार करना तथा कम लागत में प्रोटीन व गुणवत्तायुक्त भोजन तैयार करने की विधियां विस्तार से बताई गईं । स्व-सहायता समूहों के सदस्यों को मध्यान्ह भोजन के तहत मिली राशि का हिसाब-किताब रखने संबंधी तकनीकी जानकारी भी दी गई । साथ ही समूहों को बचत करने व नियमिति बैठकों के महत्व के बारे में भी बताया गया ।

       यह प्रशिक्षण जिला पंचायत के सहायक परियोजना अधिकारी श्री आर.एस. भदौरिया व श्री राम शर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारियों द्वारा दिया गया ।

 

हाई वे क्राइम और इण्‍टर स्‍टेट क्राइम रोकने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की अंतर्राज्यीय बैठक आज

हाई वे क्राइम और इण्‍टर स्‍टेट क्राइम रोकने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की अंतर्राज्यीय बैठक आज

ग्वालियर 26 मार्च 2008। राजमार्गों की आपराधिक घटनाओं व अंतर्राज्यीय अपराधियों पर अंकुश लगाने एवं दस्यु उन्मूलन के लिये प्रभावी रणनीति तय करने के मकसद से पुलिस अधिकारियों की उच्च स्तरीय अंतर्राज्यीय बैठक 27 मार्च को ग्वालियर में आयोजित होगी । बैठक में मध्यप्रदेश सहित राजस्थान व उत्तर प्रदेश राज्यों के समीपवर्ती संभाग व जिलों के पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी हिस्सा लेंगे । बैठक में ग्वालियर एवं चंबल संभाग के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक भी मौजूद रहेंगे । 27 मार्च को यह बैठक पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में स्थित नवीन सभाकक्ष में आयोजित होगी ।

 

ग्‍वालियर जिले की 896 बालिकायें बनेंगी लखपति

ग्‍वालियर जिले की 896 बालिकायें बनेंगी लखपति

ग्वालियर 26 मार्च 2008 । बेटियां अब समाज पर बोझ नहीं है अपितु लक्ष्मी सदृश्य है । प्रदेश सरकार ने बेटी के जन्म लेते ही उसे लखपति बनाने का मार्ग प्रशस्त किया है । सरकार द्वारा इसके लिये शुरू की गई ''लाडली लक्ष्मी'' योजना से ग्वालियर जिले में भी फरवरी माह के अंत तक 896 बालिकायें लाभान्वित कराई जा चुकी हैं ।

       जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती सीमा शर्मा ने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की 478 व शहरी अंचल की 418 इस प्रकार कुल 896 बालिकाओं को भविष्य लक्षीय प्रभाव से लखपति बनाया गया है । उन्होंने बताया कि लाडली लक्ष्मी योजना के तहत एकीकृत बाल विकास परियोजना शहरी क्रमांक-एक में 97 बालिकायें, शहरी क्रमांक-दो में 228 व शहरी परियोजना क्रमांक-तीन में 93 बालिकायें लाभान्वित कराई गई हैं । इसी प्रकार परियोजना मुरार में 145, डबरा में 185, बरई में 80 एवं एकीकृत बाल विकास परियोजना भितरवार के अंतर्गत 68 बालिकायें लाभान्वित कराई गईं हैं ।

आधी आबादी अर्थात महिलाओं के सशक्तिकरण के बिना समग्र विकास की बात सोचना बेमानी है । प्रदेश सरकार ने इस बात को गहराई से समझा है और महिलाओं के हित में तमाम निर्णय लिये हैं । इस दिशा में सरकार ने ''लाडली लक्ष्मी'' जैसी महत्वाकांक्षी योजना संचालित की जा रही है । जिसमें बालिका की शिक्षा से लेकर उसे आर्थिक सुरक्षा देने तक की पुख्ता व्यवस्था है । कहने का आशय है कि प्रदेश सरकार ने एक जनवरी 2006 से जन्म लेने वाली सभी बेटियों को गोद ले लिया है । बालिकाओं की उचित परिवरिश और उनका समग्र विकास करना लाडली लक्ष्मी योजना का प्रमुख मकसद तो है ही, साथ ही महिला-पुरूष अनुपात की विषमता को कम करना भी योजना का प्रमुख उद्देश्य है ।

सरकार अपनी ओर से लाडली लक्ष्मी योजना के तहत पंजीकृत हर बालिका को 5 वर्ष तक प्रति वर्ष 6 हजार रूपये अर्थात कुल 30 हजार रूपये के राष्ट्रीय बचत पत्र क्रय करके देगी । जब बालिका विवाह योग्य होगी तब उसे करीबन सवा लाख रूपये की राशि मिलेगी । इसके अलावा बालिका जब छठी कक्षा में पहुंचेगी तब उसे दो हजार रूपये, नवी कक्षा में प्रवेश पर साढ़े सात हजार रूपये तथा 11वीं एवं 12वीं कक्षा में अध्ययन के दौरान 200 रूपये प्रतिमाह के हिसाब से छात्रवृत्ति भी प्रदान की जायेगी ।

 

गृह निर्माण मंडल की पांच कॉलोनियों को नगर निगम को सौंपने का विधिवत अनुबंध सम्पन्न

गृह निर्माण मंडल की पांच कॉलोनियों को नगर निगम को सौंपने का विधिवत अनुबंध सम्पन्न

ग्वालियर 26 मार्च 08 । मध्यप्रदेश गृह निर्माण मंडल की पांच बसाहटों दीनदयाल नगर (फेज-1), माधव नगर, नजरबाग मार्केंट, संजय कॉम्पलेक्स तथा दर्पण कॉलोनी का शेष भाग नगर निगम को सुपुर्द करने का काम पूरा कर लिया गया है। यह जानकारी गृह निर्माण मंडल के उपायुक्त श्री जी.डब्ल्यू जोशी ने दी है । उन्होंने कहा कि इन बसाहटों के हस्तांतरण का विधिवत अनुबंध कर संबंधित नक्शे एवं विवरण नगर निगम को सौंप दिये गये हैं । साथ ही माधव नगर, दपर्ण कॉलोनी एवं दीनदयाल नगर में निर्मित सामुदायिक भवन एवं मंगल भवन भी नागरिकों के उपयोग हेतु हस्तांतरित कर दिये गये हैं ।

आयुक्त नगर निगम ने एक आदेश जारी कर मध्यप्रदेश नगर निगम विधान 1956 की धारा 30 (1) के अंतर्गत अधिग्रहत कॉलोनियों की सभी सड़कों तथा पार्कों को सार्वजनकि घोषित कर दिया है । साथ ही एक अप्रैल 08 से इन क्षेत्रों में साफ-सफाई, जल प्रदाय सहित अन्य सेवाओं का संधारण भी अब नगर निगम द्वारा ही किया जायेगा । उपायुक्त गृह निर्माण मंडल श्री जोशी ने इन कॉलोनियों के बकायेदारों से देय राशि मंडल कार्यालय में जमा करवाकर अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने का आग्रह किया है ।

उल्लेखनीय है कि संभागायुक्त डा. कोमल सिंह की पहल पर गृह निर्माण मंडल की इन कॉलोनियों को नगर निगम को सौंपने का काम तत्परता से पूरा किया गया । विगत 19 फरवरी को ही इन कॉलोनियों के रख-रखाव एवं जल प्रदाय आदि की व्यवस्था हेतु मध्यप्रदेश गृह निर्माण मंडल ने महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर को 3 करोड़ 42 लाख 32 हजार 328 रूपये राशि का चेक भेंट किया था ।

गृह निर्माण मंडल के उपायुक्त श्री जोशी ने बताया कि ग्वालियर भिण्ड मार्ग पर 65 एकड़ के विशाल भू-भाग पर गृह निर्माण मंडल द्वारा निर्मित दीनदयाल नगर है इस कॉलोनी का प्रथम फेज सेक्टर ए से ई तक के विविध निर्माण एवं जल प्रदाय व्यवस्थाओं के लिये 2 करोड़ 92 लाख 30 हजार रूपये, माधव नगर कॉलोनी हेतु 16 लाख 32 हजार 328 रूपये, दपर्ण कॉलोनी के शेष भाग हेतु 31 लाख 50 हजार रूपये, महाराज बाडे पर स्थिति नजरबाग मार्केंट हेतु एक लाख 70 हजार रूपये तथा जयेन्द्रगंज स्थित संजय कॉम्पलेक्स हेतु एक लाख रूपये इस प्रकार कुल 3 करोड़ 42 लाख 32 हजार 328 रूपये की राशि नगर निगम को दी गई । अब विधिवत अनुबंध सम्पन्न होने के उपरांत क्षेत्र के नागरिकों को नगर निगम ग्वालियर के माध्यम से सभी जनसुविधायें एवं जन सेवायें सुलभ होने लगेंगी ।

बुधवार, 26 मार्च 2008

जल आवर्धन योजना संबंधी बैठक आज

जल आवर्धन योजना संबंधी बैठक आज 

ग्वालियर 25 मार्च 08 । यू.आई.डी.एसएस.एम.टी. योजना अंतर्गत नगरपालिका परिषद डबरा की जल आवर्धन योजना के निविदा प्रपत्रों के अनुमोदन की बैठक 26 मार्च 08 को दोपहर 12.30 बजे राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में आयोजित की गई है । बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव करेंगे ।

 

वृहद स्वास्थ्य मेला 27-28 मार्च को

वृहद स्वास्थ्य मेला 27-28 मार्च को

ग्वालियर 25 मार्च 08 । जिला अस्पताल परिसर मुरार, ग्वालियर में 27 एवं 28 मार्च को दो दिवसीय जिला स्तरीय वृहद स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जा रहा है । मेले में विशेषज्ञों के द्वारा मरीजों का निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा । स्वास्थ्य मेले में सभी प्रकार की जांच एवं दवायें मुफत प्रदान की जायेंगी । इस मेले में बीमार महिला, बच्चों, पुरूषों के हृदय रोग, क्षयरोग, मोतियाबिंद, नाक, कान-गला, दंत रोग, हड्डी रोग, डायबिटीज की जांच एवं शल्य क्रिया की भी व्यवस्था रहेगी । इसके साथ ही बिना चीरा बिना टांके के चीनी पध्दति द्वारा पुरूष नसबंदी करने की भी सुविधा उपलब्ध रहेगी ।

मेले में एक्स-रे, ई.सी.जी, अल्ट्रासाउन्ड खून पेशाब की जांच करने की मुफत सुविधा उपलब्ध रहेगी । इस मेले में मोतियाबिंद रोगियों के नेत्र लैन्स प्रत्यारोपण मुफत किये जायेंगे तथा समस्त प्रकार की शल्य चिकित्सा भी की जायेगी । मेले में भर्ती किये गये मरीजों को मुफत भोजन, दूध, फल वितरित किये जायेंगे । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्चना शिंगवेकर ने अधिक से अधिक नागरिकों को इस अवसर का लाभ उठाने की अपील की है । उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मेला दोनों दिन प्रात: 10 बजे से प्रारंभ होकर सायं 5 बजे तक चलेगा ।

 

वृहद स्वास्थ्य मेला 27-28 मार्च को

वृहद स्वास्थ्य मेला 27-28 मार्च को

ग्वालियर 25 मार्च 08 । जिला अस्पताल परिसर मुरार, ग्वालियर में 27 एवं 28 मार्च को दो दिवसीय जिला स्तरीय वृहद स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जा रहा है । मेले में विशेषज्ञों के द्वारा मरीजों का निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा । स्वास्थ्य मेले में सभी प्रकार की जांच एवं दवायें मुफत प्रदान की जायेंगी । इस मेले में बीमार महिला, बच्चों, पुरूषों के हृदय रोग, क्षयरोग, मोतियाबिंद, नाक, कान-गला, दंत रोग, हड्डी रोग, डायबिटीज की जांच एवं शल्य क्रिया की भी व्यवस्था रहेगी । इसके साथ ही बिना चीरा बिना टांके के चीनी पध्दति द्वारा पुरूष नसबंदी करने की भी सुविधा उपलब्ध रहेगी ।

मेले में एक्स-रे, ई.सी.जी, अल्ट्रासाउन्ड खून पेशाब की जांच करने की मुफत सुविधा उपलब्ध रहेगी । इस मेले में मोतियाबिंद रोगियों के नेत्र लैन्स प्रत्यारोपण मुफत किये जायेंगे तथा समस्त प्रकार की शल्य चिकित्सा भी की जायेगी । मेले में भर्ती किये गये मरीजों को मुफत भोजन, दूध, फल वितरित किये जायेंगे । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्चना शिंगवेकर ने अधिक से अधिक नागरिकों को इस अवसर का लाभ उठाने की अपील की है । उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मेला दोनों दिन प्रात: 10 बजे से प्रारंभ होकर सायं 5 बजे तक चलेगा ।

 

समन्वित आजीविका क्रियान्वयन कार्यक्रम के तहत जागृति शिविर सम्पन्न

समन्वित आजीविका क्रियान्वयन कार्यक्रम के तहत जागृति शिविर सम्पन्न

ग्वालियर 25 मार्च 08 । गरीबी रेखा के नीचे जिन्दगी बसर कर रहे परिवारों के सदस्यों को मांग आधारित आजीविका का सृजन करने के मकसद से आज मेला कला रंगमंच पर जनजागृति शिविर आयोजित किया गया । समन्वित आजीविका क्रियान्वयन कार्यक्रम के तहत आयोजित इस शिविर में करीबन 200 बी.पी.एल. हितग्राहियों ने शिरकत की । साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों ने भी इस शिविर में भाग लिया ।

       जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी डॉ. विजय दुबे ने बताया कि इस शिविर के माध्यम से बी.पी.एल. परिवारों को स्वरोजगार से जोड़ने के उपाय बताये गये । शिविर में भाग लेने आये हितग्राहियों को जिला एवं जिले के बाहर बाजार एवं उद्योगों की मांग के अनुरूप सुनिश्चित रोजगार देने का प्रशिक्षण दिया गया । उन्हें बताया गया कि संसाधनों का उपयोग कर कैसे मानव संसाधन का विकास, क्षमता में वृध्दि व व्यावसायिक दृष्टिकोण अपनाकर उत्पादकता में वृध्दि की जा सकती है । शिविर में भाग लेने आये प्रतिभागियों को सरकार के प्रमुख 11 विभागों के माध्यम से संचालित स्वरोजगार मूलक योजनाओं की जानकारी दी गई ।

       उल्लेखनीय है कि समन्वित आजीविका क्रियान्वयन कार्यक्रम के तहत जिला आजीविका फोरम का कार्यालय जिला पंचायत में स्थापित किया गया है । जिले में 39 संकुल केन्द्र गठित किये गये हैं ।

       शिविर में पंचायत एवं ग्रामीण विकास कृषि, उद्यान, उद्यानिकी, ग्रामोद्योग तथा पशु पालन विभाग के अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों की हितग्राहीमूलक योजनाओं की जानकारी दी और इनसे लाभ लेने की क्रियाविधि पर प्रकाश डाला  

 

श्रम एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री देवड़ा ने कल्याणीगांव में अनेक विकास कार्यों के लोकार्पण एवं भूमिपूजन किये

सरकार प्रदेश के चहुमुखी विकास के लिये कृत संकल्पित

श्रम एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री देवड़ा ने कल्याणीगांव में अनेक विकास कार्यों के लोकार्पण एवं भूमिपूजन किये

 

ग्वालियर 25 मार्च 08 । प्रदेश के श्रम एवं अनुसूचित जाति कल्याण विकास मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व की सरकार प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिये कृत संकल्पित है । उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो विकास कार्य पिछले 50 वर्षों में नहीं हुए थे वे कार्य इस सरकार ने मात्र 4 वर्षों में किये हैं । पूरे प्रदेश में विकास की गंगा बह रही है । मंत्री श्री देवड़ा आज डबरा विकासखंड के ग्राम कल्याणी में अनेक विकास कार्यों के लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रमों के पश्चात आयोजित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे । इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्री कमलापत आर्य, भाजपा जिला ग्रामीण अध्यक्ष श्री बज्जर सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे ।

       श्रम एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री देवड़ा ने कल्याणी ग्राम में विधायक निधि से एक लाख रूपये की लागत से बनाये गये सीमेंट कंक्रीट रोड का लोकार्पण, साढ़े तीन लाख रूपये की लागत से नवनिर्मित शासकीय माध्यमिक विद्यालय भवन का लोकार्पण, एक लाख 5 हजार रूपये की लागत से निर्मित अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पण, साढ़े सात लाख रूपये की लागत से निर्मित होने वाले उपस्वास्थ्य केन्द्र का भूमिपूजन और 11 वें वित्त आयोग एवं विधायक निधि एक लाख रूपये की लागत से नवनिर्मित स्वराज भवन का लोकार्पण किया । श्री देवड़ा ने गांव वालों की मांग पर कल्याणी गांव में मंगल भवन बनाने के लिये अपनी निधि से 5 लाख रूपये देने की घोषणा की ।

       कार्यक्रम को संबोधित करते हुये श्रम एवं अनूसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह की सरकार गरीब, किसानों, मजदूरों और बेसहारा लोगों के लिये जी-जान से काम कर रही है । उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान के गांवों में देश की 70 प्रतिशत आबादी निवास करती है । मात्र 30 प्रतिशत आबादी शहरों में निवास करती है । गांवो में रहने वाले 70 प्रतिशत ग्रामीणों का जब तक विकास नहीं हो जाता, तब तक देश का विकास संभव नहीं है । उन्होंने कहा कि गांव में ग्रामीणों की मुख्य मांग स्वच्छ पेयजल, इलाज के लिये स्वास्थ्य सुविधाएं, बच्चों की पढ़ाई के लिये स्कूलों की व्यवस्था, गंदगी से निजात दिलाने के लिये सीमेंट कांक्रीट रोडों का निर्माण और पर्याप्त बिजली तथा अच्छी कानून व्यवस्था की है और इन सभी मांगों की पूर्ति के लिये सरकार खरी उतरी है । उन्होंने कहा कि 60 वर्ष की आजादी के बाद भी अगर कोई भी व्यक्ति हाथ जोड़ कर पेयजल, स्वास्थ्य, जैसी बुनियादी सुविधाओं की मांग करे तो ऐसी सरकार का सत्ता में रहना का अधिकार नहीं है । उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा चलाई गई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की प्रशंसा करते हुये कहा कि देश में सड़कों का जाल बिछता जा रहा है । देश के अधिकांश गांव मुख्य सड़कों से जुड़ रहे हैं । केवल अटल बिहारी वाजपेयी ही ऐसे प्रधानमंत्री रहे जिन्होंने ग्रामीण सड़क योजना की चिंता व्यक्त की और इन सड़कों को प्रधानमंत्री सड़क योजना का नाम दिया ।

       प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का उल्लेख करते हुये श्री देवड़ा ने कहा कि सरकार ने हर वर्ग के कल्याण के लिये योजनाएं शुरू की हैं । मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना में प्रदेश के सभी मजदूरों का पंजीयन करके उनको परिचय पत्र दिये जा रहे हैं । इस योजना में मजदूरों के हित में कई योजनाएं संचालित है । इसमें मजदूरों के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा सुविधा दी गई है ।इसी तरह गरीबों के उपचार के लिये दीनदयाल उपचार योजना के तहत प्रति परिवार को 20 हजार रूपये तक नि:शुल्क उपचार देने, गंभीर बीमारी के इलाज के लिये जिला स्तर पर 75 हजार रूपये की सहायता देने , अगर 75 हजार रूपये से अधिक बीमारी पर खर्च होते हैं तो राज्य स्तर पर 3-4 लाख रूपये तक देने की व्यवस्था की गई है । उन्होंने कहा कि सरकार बगैर इलाज के किसी को भी मरने नहीं देगी इसके लिये मुख्यंत्री ने अपनी स्वेच्छा निधि में 9 करोड़ रूपये रूपये की व्यवस्था पृथक से की है । मंत्री श्री देवड़ा ने इस मौके पर अन्य कल्याणकारी योजनाओं पर भी विस्तार से प्रकाश डाला । श्री देवड़ा ने इस अवसर पर राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के लोगों को जॉब कार्ड भी वितरित किये ।

       क्षेत्रीय विधायक श्री कमलापत आर्य ने कहा कि पूरे प्रदेश में विकास के कार्य तीव्रगति से चालू हैं । उन्होंने कहा कि कल्याणीगांव के लिये नलजल योजना स्वीकृत हो चुकी है । उन्होंने बताया कि 22 करोड़ रूपये की लागत की सिंध रमुआ सिंचाई परियोजना पर कार्य पूर्ण होने जा रहा है इसी प्रकार लधेरा सिंचाई योजना भी चुनाव तक पूर्ण कर ली जायेगी । इन दोनो योजनाओं से लगभग 15 गांव सिंचाई के क्षेत्र में आत्म निर्भर होकर संपन्न होंगें । श्री आर्य ने कहा कि एक करोड़ रूपये से अधिक लागत की बिलुआ भौड़ा सड़क, साढ़े तीन-तीन लाख रूपये की लागत की जौरासी देवगढ़ और रतनगढ़ माता सडक तथा 4 करोड़ 63 लाख रूपये की लागत के जिगनिया पुल निर्माण की स्वीकृति भी प्राप्त हो गई है । कार्यक्रम को भाजपा ग्रामीण जिला अध्यक्ष श्री बज्जर सिंह ने भी संबोधित किया ।