निर्माण एजेन्सियां विकास कार्यों में तेजी लायें कलेक्टर के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में कड़े निर्देश
ग्वालियर 19 मार्च 08 । कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने निर्माण विभागों से जुड़े अधिकारियों एवं निर्माण एजेन्सियों को जिले में चल रहे निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि कि जिन मेजर कार्यों के टेंडर अथवा पुनर्टेंडर की आवश्यकता है उनकी कार्यवाही पूरी कर शीघ्र कार्य प्रारंभ कराये जावें तथा जो कार्य चल रहे उनमें तेजी लायें । सभी विकास एवं निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कराये जायें । कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में ग्वालियर नगर के विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे । बैठक में नगर निगम आयुक्त डा. पवन शर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री विनोद शर्मा, अपर आयुक्त नगर निगम श्री राजेश बाथम सहित विभिन्न निर्माण विभागों तथा निर्माण एजेन्सियों के अधिकारी उपस्थित थे ।
बैठक में पुनर्घनत्वीकरण योजना के तहत पशुचिकित्सालय हुजरात के स्थान पर क्रियान्वित माधव प्लाजा निर्माण कार्य की समीक्षा के दौरान ग्वालियर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुमार पुरूषोत्तम ने बताया कि आर्किटेक्ट से दो ले आउट प्लान प्राप्त हुये हैं जिसे मार्च के अंतिम सप्ताह में बोर्ड की बैठक में रखकर निर्णय लिया जायेगा । उन्होंने बताया कि आयुक्त ग्वालियर संभाग ने फरवरी 08को पशु चिकित्सालय हुजरात के कार्यालय उपयोग हेतु मोतीमहल स्थिति कक्ष क्रमांक 30 से 34 तक आवंटित कर दिया है ।
न्यूटाउन शिप विकास गांधी रोड ठाठीपुर पर चर्चा करते हुये गृह निर्माण मंडल के अधिकारी ने बताया कि योजना के क्रियान्वयन के लिये क्वालीफिकेशन बिड आमंत्रित की गई थी जिसमें तहत 30 बिड प्राप्त हुये हैं । इन क्वालिफिकेशन बिड्स का कन्सलटेंट आईडीएफसी एवं गृहनिर्माण निर्माण द्वारा परीक्षण कर 23 बिड्स का चयन कर उनके द्वारा स्थल निरीक्षण कर लिया गया है ।
कलेक्टर ने निर्माण एजेन्सी को निर्देश दिये कि योजना के शुरूआत के पूर्व वृक्षकाटने की वैधानिक स्वीकृतियां प्राप्त करने तथा चिहिन्त 56 मकानों को नोटिस जारी कर उन्हें अन्य स्थानों पर आवास आवंटन की कार्यवाही करने के निर्देश लोक निर्माण विभाग को दिये । सीपी कालोनी मुरार पर पीडब्ल्यूडी के वर्कशॉप पर चर्चा करते हुये निर्देश दिये कि ग्वालियर विकास प्राधिकरण द्वारा तेयार लेआउट को 29 मार्च को आयोजित होने वाली बोर्ड की बैठक में रखा जावे । ग्वालियर पॉटरीज की भूमि पर हैबिटेट एंड ट्रेड सेंटर की स्थापना की समीक्षा के दौरान बताया गया कि रिपोर्ट शासन से अनुमोदित हो गई है । डीपीआर होना शेष है । नवीन कलेक्ट्रेट भवन के निर्माण कार्य होली के बाद चालू करने के निर्देश दिये गये ।
बैठक में बताया गया कि रेडक्रास सोसायटी भवन के विस्तार के लिये शहर में 4411 वर्गफुट भूमि आवंटित की जा चुकी है । यह कार्य अप्रेल माह से प्रारंभ हो जायेगा । डबरा में फूडपार्क की स्थापना की चर्चा करते हुये बताया गया कि डबरा में 12 हेक्टेयर भूमि आरक्षित की जा चुकी है । पुरानी छावनी पर बनाये जा रहे स्टोन पार्क की समीक्षा के दौरान बताया कि योजना के अनुरूप अधोसंरचना का कार्य पूर्ण कर लिया है । औद्योगिक इकाईयों को भूमि आवंटन हेतु प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है । अभी तक 180 आवेदन प्राप्त हुये हैं जिन्हें अप्रेल तक आवंटन कर दिया जायेगा । कलेक्टर ने कहा कि मांगी गई अतिरिक्त भूमि के लिये पृथक से आवेदन पत्र प्रस्तुत किया जावे । आईटी पार्क के क्रियान्वयन की समीक्षा के दौरान बताया गया कि ग्राम मालनपुर में 23.015 हेक्टेयर भूमि आरक्षित की गई है ।
जेएएच में निर्माणाधीन ट्रॉमा सेंटर एवं एक्सटेंडेड आर्थोपेडिक वार्ड के निर्माण पर चर्चा करते हुये कलेक्टर ने कहा कि शटर्स व रिसेप्शन काउंटर के अतिरिक्त कार्य की स्वीकृति लोक निर्माण विभाग से शीघ्र ली जावे । ट्रामा सेंटर में लगने वाले उपकरण की खरीदी सात दिवस में केन्द्रीय क्रय नीति के तहत करने के निर्देश दिये। लोहा मंडी की स्थापना हेतु रियायती दर पर भूमिवंटन की समीक्षा करते हुये निर्माण एजेन्सी ने बताया कि पुन:टेंडर लगाये गये हैं । गोला का मंदिर से महाराजपुरा मार्ग के चौड़ीकरण पर चर्चा करते हुये कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि अपेक्षित स्वीकृति के सचिव को पुन: स्मरण कराया जावे । कालपीब्रिज के निर्माण कार्य की समीक्षा के दौरान बताया कि कार्य की निविदा स्वीकृत हो चुकी है । स्थल कार्य प्रारंभ हो चुका है एबरमेंट की खुदाई एवं उसमें पीसीसी का कार्य पूर्ण कर लिया गया है । यह कार्य 30 जुलाई तक पूर्ण किया जावेगा ।
बैठक में फूलबाग स्थित गुरूनानक देव गुरूद्वारा को अतिरिक्त भूमि आवंटन स्पेशल इकोनामिक जोन की स्थापना, जलमल विकास योजना (जल शोधक संयंत्र मुरार), स्वर्ण रेखा सफाई कार्य के तहत सीवर युक्त पानी को पंप कर नहरों के जरिये किसानों तक पहुंचाना, नगर निगम की ठोस अपशिष्ट कचरा प्रबंधन योजना, पेयजल समस्या निवारण हेतु अपर ककेटो , एडीवी परियोजना, नगर निगम द्वारा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापना, गोला का मंदिर के समीप नवीन कृषि उपज मंडी की स्थापना, ग्वालियर नगर से औद्योगिक इकाईयों का विस्थापन, ग्वालियर में एक हजार बिस्तर वाले अस्पताल के निर्माण, विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण द्वारा शासकीय संस्थानों को भूमि आंवटन हेतु दरों का निर्धारण और ग्वालियर नगर में सड़कों के निर्माण की योजना पर विस्तार से समीक्षा की गई ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें