फिर ठप्प हुयी एयरटेल की इण्टरनेट सेवायें, 20 दिनों के दरम्यां 13 वीं बार एयरटेल फेल
नहीं सुनी जातीं एयरटेल कस्टमर केयर पर उपभोक्ताओं की शिकायतें
भोपाल/मुरैना 20 मार्च 08, देश की आवाज बनने का दावा और उपभोक्ताओं को बेहतरीन सेवायें देने का दावा करने वाली देश की ऊंची दूकान भारती एयरटेल की सेवायें पिछले 20 दिनों के दरम्यां आज फिर 13 वीं बार फेल हो गयीं ।
लैण्ड लाइन और वायरलेस तथा मोबाइल के जरिये इण्टरनेट सेवायें मुहैया कराने के कम्पनी के खोले दावों की कलई इसी बात से खुलती है कि जहॉं सरकिट अनुपात 1:6 से अधिक नहीं होना चाहिये वहॉं एयर टेल का सरकिट अनुपात लगभग सौ गुना अधिक है ।
लगभग हर तीसरे दिन फेल हो जाने वाला एयरटेल का इण्टरनेट केवल लैण्ड लाइन उपभोक्ताओं के लिये ही समस्या हो ऐसा नहीं है । इस कम्पनी के वायरलेस और मोबाइल इण्टरनेट उपभोक्ताओं की हालत तो और अधिक खस्ता है ।
मोबाइल और कम्प्यूटर पर वेबसाइटों का न खुलना, कनेक्टिविटी आमतौर पर न होना पीपीपी लिंक डिस्कनेक्शन, कनेक्शन गति .033 से 1.2 के.बी.पी.एस. तक गिर कर कनेक्शन चलना एयरटेल उपभोक्ताओं के लिये आम बात है । आप न ई मेल भेज सकते हैं और न प्राप्त कर सकते हैं ।
मजे की बात यह है कि आप कस्टमर केयर पर नंबर लगाते रहिये, पहले लगभग 20 मिनिट आपको ये दबाईये वो दबाईये में घुमा घुमा कर हुड़कचुल्लू बना दिया जायेगा उसके बाद या तो शराअ में धुत्त कोई महानुभाव सीधे सपाट शब्दों में कह देंगें कि श्रीमान आपने गलत नंबर लगाया है आप 12121 लगाईये, आप कहेंगे कि हमने 12121 ही लगाया है तो वे कहेगें कि नहीं गलत है आप फिर लगाईये, आप फिर आधे घण्टे संघर्ष करिये और फिर या तो नंबर की घण्टी बज बज कर बन्द हो जायेगी या फिर कोई महानुभाव उभरेंगे और कहेंगें श्रीमान आपके सेट की सेटिंग गलत हैं या फिर आपके कम्प्यूटर में भारी गड़बड़ है, गोया अन्तर्यामी महाराज को वहीं से पता लग जाता है कि यहॉं किलोमीटरों दूर क्या गड़बड़ है । पठ्ठो को बताईये कि नहीं श्रीमान हम चार महीने से जिस सेटिंग पर चला रहे हैं, वही सेटिंग है, तो फिर कहेगे ठीक है आप इस नंबर को दोबारा लगाईये आपकी बात टेक्नीकल सेक्शन से होगी, वे आपकी समस्या समाधान करेंगे ।
आप फिर आधे घण्टे जूझिये फिर कोई महानुभाव या सुन्दरी प्रकट होगी और बोलेगी, सर हमारा नेटवर्क इस समय डाउन चल रहा है कृपया चार घण्टे बाद ट्राई करें ।
आप इसी तरह इन्तजार करते रहिये, सारा सारा दिन सारी सारी रातें यूं ही गुजारते रहिये, आपके तीन दिन बीत जायेंगे, फिर अपने आप कनेक्शन काम करने लगेगा । फिर एक या दो दिन कनेक्शन चलने के बाद इतिहास फिर अपने आपको दोहराने लगेगा ।
एयरटेल की दुर्दशा से दो चार होने वाले उपभोक्ताओं ने बताया कि जब ऊपर के किसी अधिकारी का नंबर मागा जायेगा तो उपलब्ध ही नहीं कराया जाता, ऊपर के अधिकारीयों के नंबर एयरटेल की वेबसाइट तक पर उपलब्ध नहीं हैं । न किसी वरिष्ठ अधिकारी का ई मेल पता ही पृथक से वेबसाइट पर उपलब्ध है , और जो कॉमन शिकायती नंबर तथा ई मेल पते या एस.एम.एस. नंबर दिये गये हैं, उन पर कभी कोई कार्यवाही नहीं होती । या तो शराब में धुत्त लो कस्टमर केयर पर बैठे उल्टी सीधी बातें करके ग्राहकों को मूर्ख बनाते रहते हैं या फिर झूठे वायदों और आश्वासन के जरिये टाइम पास करते रहते हैं ।
सबसे अधिक नुकसान उन उपभोक्ताओं का होता है जिन्होंने दस रूपये प्रति दिन या लैण्डलाइन के असीमित उपयोग के प्लान ले रखे हैं, महीने भर में वे बमुश्किल तीस दिनों में से दो या तीन दिन का औसत उपयोग कर पाते हैं, शेष समय येन केन प्रकारेण कनेक्शन डिस्टर्ब या ठप्प ही रहता है । लगभग साठ-सत्तर उपभोक्ताओं द्वारा हमारे कार्यालय में की शिकायत में बताया है कि उनका मासिक प्रभार या दैनिक प्रभार तो नियमित रूप से एयरटेल द्वारा वसूला जाता है लेकिन सेवाये केवल वायदे और वसूली के विरूद्ध महज दस फीसदी ही दी जातीं हैं ।
भारत सरकार द्वारा, नामी कम्पनीयों की सेवाओं की नियमित व गुप्त जॉंच न किये जाने से देश में संचार कम्पनीयों द्वारा किये जा रहे उपभोक्ताओं के भारी शोषण और ठगी को रोके जाने की अभी तक कोई कारगर व्यवस्था नहीं हैं । इन कम्पनीयों के खिलाफ शिकायत किये जाने का कोई भी कारगर ऑन लाइन चैनल अभी तक उपलब्ध नहीं है ।
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