मंगलवार, 3 जून 2008

बंदियो को दी तम्बाकू के दुष्परिणामों की जानकारी

बंदियो को दी तम्बाकू के दुष्परिणामों की जानकारी

ग्वालियर 2 जून 08 । जिले में तम्बाकू निषेध अभियान के तहत विभिन्न माध्यमों से तम्बाकू के दुष्परिणामों की जानकारी देने हेतु जन जागरूकता के अनेकों कार्यक्रम आयोजित किये गये हैं । इसी कड़ी में इंडियन डेन्टल एसोसिएशन ग्वालियर शाखा द्वारा सैन्ट्रल जेल ग्वालियर में कार्यक्रम आयोजित कर बंदियों को तम्बाकू, गुटका, शराब आदि नशीले पदार्थों के दुष्परिणामों की जानकारी दी और उन्हें छोड़ने का आग्रह भी किया गया।

       सैन्ट्रल जेल ग्वालियर में कल आयोजित तम्बाकू निषेध अभियान कार्यक्रम को श्री रामदास महाराज ददरूआ सरकार ने मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुये कहा कि तम्बाकू, गुटका, शराब के सेवन से शरीर में अनेकों दुष्परिणाम एवं विकृतियां पैदा होती हैं । इनके सेवन करने से व्यक्ति ही प्रभावित नहीं होता है बल्कि पूरे परिवार  के साथ-साथ समाज भी प्रभावित होता है । उन्होंने कहा कि गुटका एवं तम्बाकू के सेवन से नर्वस सिस्टम नष्ट होता है जिसके कारण मनुष्य में सोचने एवं समझने की शक्ति भी खत्म हो जाती है और समय पूर्व ही मृत्यु भी हो जाती है ।

       उन्होंने मनुष्य के शरीर को एक मंदिर का रूप बताते हुये कहा कि जिसमें भगवान विराजमान होते हैं । इस मंदिर रूपी शरीर को बीडी, सिगरेट, शराब जैसे नशीलें पदार्थों का उपयोग कर दूषित न करें बल्कि ऐसे पदार्थों का सेवन करें जिससे शरीर स्वस्थ्य रहने के साथ-साथ मन में अच्छे विचार भी पैदा हों ।           संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवायें डॉ. एच.एस. शर्मा ने कहा कि तम्बाकू एवं गुटका के सेवन से क्षणिक आनंद जरूर प्राप्त होता है लेकिन इसके दीर्घगामी दुष्परिणाम काफी घातक सिध्द होते हैं ।

       डॉ. कमलेश उदेनिया ने कहा कि तम्बाकू छोड़ने से शरीर एवं ब्रैन को कोई परेशानी नहीं होती है । इन नशीले व्यसनों को दृढ़ इच्छाशक्ति से आसानी से छोड़ा जा सकता है । आयकर अधिकारी श्री व्ही.के. गुप्ता ने कहा कि तम्बाकू में केंसर रूपी राक्षस छिपा हुआ है । उन्होंने बंदियों से आग्रह किया कि गुटका छोड़ने के साथ-साथ समाज के विकास में भी अपना पूर्ण योगदान दें । जेल अधीक्षक श्री श्रीवास्तव ने कहा कि तम्बाकू एक धीमे जहर (स्लो पोईजन) के रूप में काम करता है जिससे कई लोगों ने अपने जीवन को गवा दिया है । उन्होंने जेल में बंदियों के लिये संचालित योग एवं अन्य गतिविधियों की भी जानकारी दी ।

       संस्था के मुख्य संयोजक श्री आलोक पुरोहित ने कार्यक्रम का संचालन करते हुये इंडियन डेन्टल एसोसिएशन ग्वालियर शाखा द्वारा तम्बाकू निषेध अभियान के तहत संचालित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी । एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. सुनील गुप्ता ने स्वागत भाषण दिया । इस अवसर पर एसोसिएशन के पदाधिकारीगण, जेल के अधिकारी, कर्मचारी एवं बंदीगण आदि उपस्थित थे । इस मौके पर बंदियों ने ''ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन'' स्वागत गीत की आकर्षक प्रस्तुति दी ।

तम्बाकू के सेवन से विश्व में 50 लाख लोगों की प्रतिवर्ष होती है मृत्यु

       डॉ. वाई.के. पहरिया ने बताया के विश्व में तम्बाकू के सेवन से प्रतिवर्ष 50 लाख लोगों की अकाल मौत हो जाती है । जिसमें 8 लाख लोग भारत वर्ष के हैं । उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के आधार पर भारत में सबसे अधिक बच्चे तम्बाकू एवं गुटका का सेवन करते हैं । उन्होंने बताया कि गुटका के सेवन से मूंह बंद होने लगता है और गाल के अंदर छाले पड़ जाते हैं । जो धीरे-धीरे केंसर में परिवर्तित हो जाते हैं ।

 

 

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