शुक्रवार, 6 जून 2008

पांच दिवसीय कृषि विज्ञान मेला शुरू विधायक श्री ध्यानेन्द्र सिंह ने किया उद्धाटन

पांच दिवसीय कृषि विज्ञान मेला शुरू विधायक श्री ध्यानेन्द्र सिंह ने किया उद्धाटन

ग्वालियर 5 जून 08 । किसान हित में संचालित कल्याणकारी योजनाओं व उन्नत कृषि तकनीक की जानकारी जिले के किसानों को देने के मकसद से पांच दिवसीय कृषि विज्ञान मेला खरीफ 2008 आज से शुरू हुआ । प्रदेश सरकार की पहल पर यहां ग्वालियर व्यापार मेला के कला रंगमंच प्रांगण में आयोजित इस मेले का उद्धाटन विधायक श्री ध्यानेन्द्र सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया । उद्धाटन समारोह की अध्यक्षता किसान मोर्चा के अध्यक्ष श्री वेद प्रकाश शर्मा ने की । जीवाजी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति इस आयोजन के विशिष्ट अतिथि थे । इस अवसर पर जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा, उप संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विभाग श्री जे.एस. यादव सहित कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिकगण व कृषि विशेषज्ञ तथा बड़ी संख्या में जिले के विभिन्न ग्रामों से आये कृषकगण मौजूद थे । मुख्यमंत्री द्वारा भोपाल में आयोजित की गई किसान महापंचायत में हुये कल्याणकारी निर्णयों की भी किसान मेले में आये कृषकों को खासतौर पर जानकारी दी जा रही है । साथ ही खाद एवं उन्नत बीज व कृषि उपकरणों के बारे में भी किसानों को बताया जा रहा है ।

       विधायक श्री ध्यानेन्द्र सिंह ने कृषि विज्ञान मेले के उद्धाटन समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि प्रदेश सरकार चाहती है कि किसानों के लिये खेती लाभकारी बने, इसके लिये प्रदेश में पारंपरिक खेती के साथ उन्नत कृषि तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है । प्रदेश सरकार लघु व सीमांत कृषकों से लेकर सभी वर्गों के किसानों के लिये अनुदान के आधार पर सिंचाई पम्प स्थापित करने के लिये बड़ी अनुदान राशि प्रदान कर रही है वहीं कृषि ऋण पर ब्याज में भारी कमी की है । प्रदेश के किसानों को मात्र पांच प्रतिशत ब्याज दर पर कृषि ऋण प्रदान किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिये सरकार ने बलराम तालाब योजना, स्टॉप डेम निर्माण, बड़े-बड़े तालाब, नई नहरों का निर्माण व पुरानी नहरों का जीर्णोंध्दार भी बड़े पैमाने पर किया है । इसी कड़ी में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी में सरकार ने प्रति क्विंटल 100 रूपये का अनुदान भी अपनी ओर से मुहैया कराया है । श्री ध्यानेन्द्र सिंह ने किसानों से इस मेले का भरपूर लाभ उठाने का आह्वान किया । साथ ही पर्यावरण के संतुलन के लिये पेड़ न काटने की अपील भी की ।

       कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे किसान मोर्चा के अध्यक्ष श्री वेदप्रकाश शर्मा ने कहा कि मानव सभ्यता के अध्ययन से पता चलता है कि मानव को असभ्यता से सभ्यता की ओर ले जाने वाला किसान ही था । पश्चिम के अंधानुकरण से हम पारंपरिक ज्ञान को भुला बैठे हैं । उन्होंने कहा कि खेती को लाभाकारी बनाने के लिये पारंपरिक ज्ञान व आधुनिक तकनीक दोनों जरूरी है । प्रदेश सरकार ने इसी बात को ध्यान में रखकर कृषि योजनाओं को अंतिम रूप दिया है । श्री शर्मा ने किसानों को आह्वान किया कि वे आर्थिक समृध्दि के लिये खेती के साथ उन्नत पशुपालन को भी अपनायें ।

       जीवाजी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति श्री आर.आर. दास ने कहा कि कृषि केवल व्यवसाय भर नहीं है, यह एक जीवन पध्दित भी है जिसे हम आदिकाल से अपनाते चले आये हैं । हमारी संस्कृति में प्रकृति को भगवान सदृश्य मान कर पूजा गया है । उन्होंने कहा  रासायनिक उर्वरकों के स्थान पर जैविक खादों का प्रयोग करना भर ही जैविक खेती नहीं बल्कि पानी, मृदा व जैविक तत्वों का संरक्षण कर अपनाई गई खेती जैविक खेती है । श्री दास ने कहा कि शुध्द वायु, शुध्द भूमि व शुध्द पानी अच्छी खेती के लिये आवश्यक है । यह पर्यावरण संरक्षण के लिये भी जरूरी है । उन्होंने इस अवसर पर किसानो का आह्वान किया कि वे आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण सुधारने का संकल्प लें ।

       जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने स्वागत उद्बोधन दिया । उन्होंने कहा कि प्रकृति के अति दोहन से जलवायु में परिवर्तन आया है जिससे कृषि पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है । कृषि विज्ञान मेले में आये किसानों से जिला कलेक्टर ने कहा कि वे कृषि संबंधी अपनी जिज्ञाशाओं को खुलकर विषय विशेषज्ञों के समक्ष रखें ताकि उनका समाधान हो सके । जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने उद्धाटन समारोह के अंत में सभी के प्रति आभार व्यक्त किया और पर्यावरण संरक्षण से संबंधित विविध पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला । कृषि विज्ञान केन्द्र से आये वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिकों ने इस अवसर पर उन्नत कृषि तकनीक के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।

प्रदर्शनी सेक्टर आकर्षण का केन्द्र

       आज से शुरू हुये पांच दिवसीय कृषि विज्ञान मेले में प्रदर्शनी सेक्टर किसानों के लिये आकषर्ण का केन्द्र बना हुआ है । इस सेक्टर में जनसंपर्क, स्वास्थ्य, कृषि, उद्यानिकी, महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला पंचायत, एम.पी.एग्रो, पशुपालन, कृषि विपणन बोर्ड, वन, मछली पालन, कृषि विज्ञान केन्द्र, तिलहन संघ, वितरण संघ, सहकारिता विभाग तथा विभिन्न खाद व कृषि औषधि कंपनियों द्वारा  प्रदर्शनी लगाई गईं हैं । कृषि विज्ञान मेले के मुख्य अतिथि विधायक श्री ध्यानेन्द्र सिंह ने फीता काटकर प्रदर्शनी का उद्धाटन किया । उन्होंने कार्यक्रम के अन्य अतिथियों व अधिकारियों के साथ प्रदर्शनी में लगे विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन भी किया । श्री ध्यानेन्द्र सिंह ने प्रदर्शनी की सराहना की और इस प्रदर्शनी से लाभ उठाने की किसानों से अपील की है । प्रदर्शनी सेक्टर में किसानों को विभिन्न योजनाओं से संबंधित प्रचार साहित्य भी मुहैया कराया जा रहा है ।

समस्याओं के समाधान की विशेष व्यवस्था

       जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने कृषि विज्ञान मेले में भाग लेने आये किसानों से कहा कि वे प्रशासन से संबंधित हर प्रकार की समस्या का समाधान भी इस मेले से प्राप्त कर सकते हैं । इसके लिये प्रदर्शनी सेक्टर स्थित कृषि विभाग के मंडप में समस्यायें दर्ज करने के लिये एक पंजी रखी गई है । इसमें दर्ज समस्यायें संबंधित विभाग के माध्यम से निराकृत कराईं जायेंगी ।

 

हर दिन पृथक विकासखंड से आयेंगे किसान

       आज से शुरू हुये पांच दिवसीय कृषि विज्ञान मेले मे जिले के हर क्षेत्र के किसान लाभान्वित हो सकें, इसका पूरा ध्यान रखा गया है । जिले के सभी विकासखंडों के किसानों के लिये मेले में पृथक-पृथक दिन निर्धारित किये गये हैं, ताकि वे कृषि विशेषज्ञों से उन्नत खेती के बारे में ठीक ढंग से जानकारी प्राप्त कर सकें ।

 

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