शुक्रवार, 13 जून 2008

अंतर्राष्ट्रीय रामलीला मेला के दूसरे दिन बाली देश के कलाकारों द्वारा दी रामलीला की आकर्षक प्रस्तुती

अंतर्राष्ट्रीय रामलीला मेला के दूसरे दिन बाली देश के कलाकारों द्वारा दी रामलीला की आकर्षक प्रस्तुती

ग्वालियर 10 जून 08 । संस्कृति संचालनालय द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से मेला कलामंदिर रंगमंच ग्वालियर में आयोजित नौ दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय रामलीला मेला 2008 के तहत विभिन्न देशों के कलाकारों द्वारा दी जा रही रामायण की प्रस्तुति की कड़ी में आज दूसरे दिन बाली देश के आई.एस.आई. डेपनसर ग्रुप के कलाकारों द्वारा महषि बाल्मिकी रामायण पर केन्द्रित रामकथा का आकर्षक मंचन किया गया ।

       महर्षि बाल्मिकी रामायण पर केन्द्रित हजारों वर्षों से बाली एवं इंडोनेशिया के द्वीप समूहों में रामायण का जो प्रभाव रहा है उसका कलाकारों द्वारा आकर्षक मंचन किया गया ।

       अंतर्राष्ट्रीय रामलीला मेले में आज बाली देश के आई.एस.आई. डेपनसर ग्रुप के कलाकारों द्वारा बिना कोई संवाद किये महषि बाल्मिकी रामायण पर केन्द्रित हजारों वर्षों से बाली एवं इंडोनेशिया के द्वीप समूहों में रामायण का जो प्रभाव रहा है उसका कलाकारों द्वारा आकर्षक वेशभूषा एवं लोक वाद्ययंत्रों के साथ मंचन कर विभिन्न प्रकार की प्रस्तुतियां दी गई ।  कार्यक्रम के उतरार्ध्द में कलाकारों द्वारा राम वन गमन प्रसंग, रावण वध एवं अयोध्या वापसी के विभिन्न दृश्यों को सुरताल व सधी हुई भाव भंगिमाओं के बीच आकर्षक प्रस्तुतियां दी गईं । जिसे दर्शकों द्वारा काफी सराहा गया । बाली द्वीप के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत रामलीला की मुख्य विशेषता यह रही कि कलाकारों द्वारा मंचन करते वक्त वस्त्र, वेशभूषा, आभूषण एवं संगीत के साथ-साथ विभिन्न रंगों की छटा अलग ही बिखरती नजर आ रही थी। इस अवसर पर कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव सहित संस्कृति एवं कलाप्रेमी आदि मौजूद थे । अंतर्राष्ट्रीय रामलीला मेले के तहत 17 जून तक रोज रात्रि 7.30 बजे से मेला कलामंदिर रंगमंच पर अलग-अलग देशों एवं प्रांतों के कलाकारों द्वारा विभिन्न शैलियों में रामलीला का मंचन किया जायेगा ।

 

श्रीलंका के कलाकारों की रामलीला आज

       अंतर्राष्ट्रीय रामलीला मेले के तीसरे दिन अर्थात 11 जून को श्रीलंका देश के अरूश्री आर्ट थियेटर के कलाकारों द्वारा रामकथा का मंचन किया जायेगा । जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने नगरवासियों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंच कर अंतर्राष्ट्रीय रामायण मेले में देश की बहुरंगी संस्कृति के सजीव दर्शन करने की अपील की है ।

 

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