नगर निगम के विद्युत शवदाह गृह के उपयोग के लिये सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं को पत्र लिखा
ग्वालियर दिनांक 03.09.2009& नगर निगम के विद्युत शवदाहगृह का संधारण कार्य किया जा रहा है। उक्त शवदाहगृह पांच दिन बाद आम नागरिकों के लिये खोल दिया जायेगा। उक्ताशय की जानकारी नगर निगम के कार्यपालनयंत्री विद्युत अतिबल सिंह यादव जनसम्पर्क के माध्यम से प्रेस को जारी विज्ञप्ति में दी गई। उन्होंने कहा कि शवदाहगृह का व्यापक प्रचार-प्रसार न होने से अभी तक एक वर्ष में केवल एक शव का अंतिम संस्कार इसमें हुआ।
इस संबंध में नगर निगम द्वारा अस्पताल, पुलिस प्रशासन इत्यादि को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया कि वे लावारिश पायी जाने वाली लाशों का अंतिम संस्कार नगर निगम के विद्युत शवदाहगृह में करें। ज्ञातव्य हो कि नगर निगम ग्वालियर द्वारा लक्ष्मीगंज स्थित शमशान घाट पर एक अत्याधुनिक विद्युत शवदाहगृह का निर्माण किया गया है। इस शवदाहगृह में पूर्ण भारतीय परम्परा के अनुसार मृतकों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था नगर निगम द्वारा की गई है। इस विद्युत शवदाहगृह में अंतिम संस्कार से पूर्व मृतक के पूजन तथा अन्य संस्कारों हेतु दो चबूतरे भी बनाये गये जिन पर भारतीय संस्कार पध्दति से अंतिम संस्कार से पूर्व पिण्डदान किया जा सकता है।
श्री यादव ने बताया कि निगम के इस शवदाहगृह में एक मृतक के दाह संस्कार में मात्र 45 मिनट का समय लगता है तथा दाह संस्कार के उपरांत परम्परा अनुसार अस्थि विसर्जन आदि की कार्यवाही भी दूसरे दिन की जा सकती है। श्री यादन द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि 45 मिनट तक एक व्यक्ति के संस्कार के बाद लगातार दूसरा भी किया जा सकता है।
नगर निगम ग्वालियर द्वारा अपने विद्युत शवदाह गृह के प्रचार प्रसार हेतु अनेक विभिन्न संस्थाओं को पत्र लिखे जा रहे ताकि लकड़ी की बचत करने के लिये विद्युत शवदाह गृह का उपयोग अधिक से अधिक उपयोग नागरिकगण कर सके।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें