ग्वालियर का विकास जयपुर की तर्ज पर थीम सिटी के रूप में होगा
नियोजन एवं पर्यवेक्षण समिति ने की मास्टर प्लान के कार्यों की समीक्षा
ग्वालियर एक जुलाई 10। ग्वालियर नगर को जयपुर की तर्ज पर थीम सिटी बनाया जायेगा। नगर विकास के भावी अधोसंरचना कार्यों को करवाते हुए इस बात का विशेष ख्याल रखा जावेगा कि बाहर से आने वालों को नगर की समृध्द विरासत का सहज एहसास हो सके। यह निर्णय आज यहां मोतीमहल सभाकक्ष में सम्पन्न नियोजन एवं पर्यवेक्षण समिति की प्रथम बैठक में लिया गया। आवास एवं पर्यावरण विभाग द्वारा नगर के मास्टर प्लान के अनुरूप विकास योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन और सतत समीक्षा के लिये संभागायुक्त श्री एस बी. सिंह की अध्यक्षता वाली इस समिति का हाल ही में गठन किया गया है। संभागायुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित आज की इस बैठक में सांसद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, विधायक श्री मदन कुशवाह, साडा अध्यक्ष श्री जय सिंह कुशवाह, जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, आयुक्त नगर निगम श्री एन बी एस. राजपूत, संयुक्त संचालक नगर एवं ग्राम निवेश श्री वी के. शर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
नियोजन एवं पर्यवेक्षण समिति ने नगर की सीमा से सटे ऐसे हिस्सों में जहां बड़ी बड़ी बसाहटें बन रही हैं को नगरीय सुविधायें सुलभ कराने की दृष्टि से निगम सीमा में सम्मिलित करने की सलाह दी। ज्ञातव्य हो कि पूर्व में नगर के आसपास के 28 गांव निगम की सीमा में ही थे। जिन्हें बाद में बाहर कर दिया गया था। अब तेजी से हो रहे विकास को ध्यान में रखते हुए समिति ने मास्टर प्लान एरिया को पूरी तरह नगर निगम सीमा में शामिल करने पर बल दिया।
नगर में बढ़ते प्रदूषण के कारण चिड़िया घर में हो रही जानवरों की मौतों के प्रति चिन्ता व्यक्त करते हुए समिति ने चिड़ियाघर को नगर से बाहर उपयुक्त वातावरण वाले स्थान पर शिफ्ट कराने पर बल दिया। सांसद श्रीमती यशोधराराजे ने इस कार्य को वृहद आकार वाला जियोलॉजिकल पार्क बनाने व इस कार्य के लिये विदेश से सहयोग जुटाने का भी आश्वासन दिया।
समिति ने नगर की यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने की दृष्टि से नगर की मौजूदा सड़कों को चौड़ा करने के साथ साथ कुछ नये मार्गों के निर्माण का भी सुझाव दिया। कम्पू में स्थापित स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स का लाभ अधिक से अधिक नागरिक उठा सकें इस दृष्टि से आमखो वाले प्रायवेट बस स्टैण्ड को माकूल स्थान पर शिफ्ट कराने, मार्ग को चौड़ा करने और विद्युत खम्बों को हटाकर सही स्थान पर लगाने के काम को तेजी से पूरा करने की हिदायत दी गई। नियोजन एवं पर्यवेक्षण समिति ने नगर निगम ग्वालियर द्वारा हुड़को के सहयोग से गोला का मंदिर से मुरार, पड़ाव हजीरा-चार शहर का नाका-सागर ताल मार्ग, कटी घाटी से कोटेश्वर मार्ग एवं लीता फाटक, सिटी सेंटर से हुरावली तथा कम्पू से गुड़ा-गुड़ी नाका मार्ग के कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की। साथ ही थाटीपुर पेट्रोल पंप से दुल्हपुर मार्ग को एम आई टी एस. के पीछे तक, चन्द्रवदनी नाके से नवीन कलेक्ट्रेट तथा मर्सी होम से झॉसी रोड़ अन्डर पास तक सड़क निर्माण संबंधी दायित्व ग्वालियर विकास प्राधिकरण को, आकाशवाणी से मेला मार्ग को मेला ग्राउण्ड एवं एम आई टी एस. के पीछे से होते हुए रेजीडेन्सी तक बढ़ाने के लिये नगर निगम तथा दीनदयाल नगर शताब्दीपुरम मार्ग को ए बी. रोड़ तक 40 मीटर चौड़ी रोड़ बनवाने का दायित्व लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया। साथ ही नगर की छोटी लाईन की रेलगाड़ी को मोतीझील से चलाने तथा गोला का मंदिर से लाइन हट जाने के फलस्वरूप खाली हिस्से में बॉय पास तक सड़क बनवाने पर सहमति व्यक्त की।
समिति ने संयुक्त संचालक नगर निवेश को नगर के ऐसे स्थलों की पहचान करने को कहा जहां पार्क बनाये जा सकें। समिति ने नगर के विद्युत आपूर्ति अधोसंरचना के जीर्णोध्दार को आधुनिक नगर की आवश्यकताओं के अनुकूल करने पर बल दिया। ज्ञातव्य हो कि ग्वालियर में 300 करोड़ रूपयें की लागत से विद्युत अधोसंरचना के जीर्णोध्दार में 17 सब स्टेशन, 33 केवी तथा 11 केवी लाइनों की बदली के साथ साथ काफी संख्या में ट्रान्सफार्मर लगाये जाना है। साथ ही विद्युत खम्बे भी बदले जावेंगे। जीर्णोध्दार के इस कार्य में भी थीम सिटी की पहचान बने इस बात का खास ख्याल रखा जावेगा।
सांसद महोदय ने गणेशोत्सव एवं दुर्गा पूजा पर तैयार की जाने वाली प्रतिमाओं को रंगने में क्षतिकारक रसायनों के उपयोग को रोकने के लिये सख्ती बरतने का संभागायुक्त एवं जिला कलेक्टर से आग्रह किया। साथ ही उन्होंने प्रतिमाओं के विसर्जन हेतु वॉटर बॉडी निर्धारण की भी बात कही। उनकी इस बात पर जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने बताया कि केदारपुर में बरसों से खराब पड़े एक डेम को सुधरवाया जा रहा है ताकि इस वर्ष वहां जल संचय हो सके। उन्होंने कहा कि केदारपुर का यह डेम प्रतिमाओं के विसर्जन के लिये भी माकूल होगा।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वय ग्वालियर विकास प्राधिकरण एवं साडा, अधीक्षण यंत्री लोक निर्माण, अधीक्षण यंत्री विद्युत मण्डल, अधीक्षण यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, कार्यपालन यंत्री मण्डी बोर्ड सहित नगर निगम के सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
सांसद यशोधरा राजे ने देखा मोती महल
बैठक में शामिल होने पहुँची ग्वालियर सांसद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया मोती महल का वैभव देख कर बहुत प्रसन्न हुईं। उन्होंने बैठक के उपरांत दरबार हॉल का भी मुआयना किया तथा मोती महल के संरक्षण प्रयासों की सराहना की। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि जब यहाँ से बहुत से कार्यालय साडा क्षेत्र में शिफ्ट कर दिये जावेंगें तो मोती महल को भी पर्यटकों के लिये खोला जा सकेगा। ज्ञातव्य हो कि राजस्व मण्डल व कई अन्य प्रादेशिक कार्यालयों ने साडा क्षेत्र में जाने पर अपनी सहमति दे दी है।
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