जिले के 28 और ग्रामों में पेयजल परिवहन की अनुमति
ग्वालियर 4 मई 08 । ग्रामीण अंचल की पेयजल व्यवस्था सुदृढ़ बनाये रखने के लिये जिला प्रशासन ने प्रभावी कदम उठाये हैं । प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप जिले के ग्रामीण अंचल में जहां अभियान बतौर पुराने हैण्डपम्पों का संधारण किया जा रहा है वहीं जिन ग्रामों में जल स्तर नीचे चले जाने की वजह से हैण्डपम्प पानी नही दे पा रहे हैं वहां परिवहन के जरिये पेयजल पहुंचाया जा रहा है । इस कड़ी में 28 और ग्रामों में पेयजल परिवहन की अनुमति दी गई है । इन गांवों को मिलाकर जिले में पेयजल परिवहन वाले ग्रामों की संख्या 79 हो गई है । जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने जिले के मैदानी अमले को स्पष्ट रूप से हिदायत दी है कि ग्रामीण पेयजल व्यवस्था सुचारू बनाये रखने के लिये ग्रामीण क्षेत्रों के सतत् संपर्क रहे और जहां पेयजल की किल्लत हो वहां पेयजल परिवहन का प्रस्ताव तत्काल भेजें ।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकरी श्री विनोद शर्मा ने बताया कि हाल ही में जनपद पंचायत घाटीगांव (बरई) की ग्राम पंचायत नौगांव के अंतर्गत ग्राम छोड़ा, मजरा खड़ा, ओड़ो का पुरा व बेला ग्राम में पेयजल परिवहन की अनुमति दी गई है । इसी जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत रेंहट के अंतर्गत ग्राम सिंघाईगढ़, ग्राम पंचायत समराई के ग्राम कालावाह, ग्राम पंचायत बड़का गांव के ग्राम डंगोरा, ग्राम पंचायत पाटई के ग्राम दमतोर खालसा, ग्राम पंचायत अजयपुर के अंतर्गत ग्राम शंकर कॉलोनी, ग्राम पंचाचत मुख्यालय वीरपुर, ग्राम पंचायत आरौन के ग्राम लावन का पुरा एवं ग्राम पंचायत थर के ग्राम टेहलरी व थर में पेयजल परिवहन की अनुमति दी गई है । इसी प्रकार जनपद पंचायत मुरार की ग्राम पंचायत अडूपुरा के ग्राम सिकरौदी, खार व अडूपुरा, ग्राम पंचायत मोहनपुर के ग्राम सिरौल, ग्राम पंचायत रौरा के ग्राम बलराम पुरा, आदर्शपुरा, जाटवपुरा, सिध्दपुरा, नन्हे सिंह का पुरा व ग्राम रौरा, ग्राम पंचायत राई के ग्राम भेलाकला व राई एवं ग्राम पंचायत चपरौली के ग्राम मोहम्मदपुर में पेयजल परिवहन की अनुमति दी गई है । जनपद पंचायत डबरा की ग्राम पंचायत शुक्लहारी के ग्राम सेमरा व शुक्लहारी में भी पेयजल परिवहन की अनुमति दी गई है ।
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