छात्रवृत्ति/शिष्यवृत्ति का शत-प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित करें, पेयजल आपूर्ति पर सतत निगरानी एवं सतर्कता रखें
मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी ने व्हीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिये की परख कार्यक्रम की समीक्षा
ग्वालियर 26 अप्रैल 2007
प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी ने कहा है कि जारी शैक्षणिक सत्र के समाप्त होने तक अनुसूचित जाति, जन जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को मिलने वाली छात्र वृत्ति/ शिष्यवृत्ति का शत-प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित किया जाये । ग्रीष्म ऋतु में पेयजल संकट वाले क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति के लिए सभी संभव उपाय किये जायें और इस संबंध में पेयजल परिरक्षण अधिनियम के तहत प्रदत्त शक्तियों का उपयोग किया जाये । उन्होंने ये निर्देश आज व्हीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये परख कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान प्रदेश के कमिश्नर एवं जिला कलेक्टर्स को दिये ।
ग्वालियर में व्हीडियो कान्फ्रेंसिंग के अवसर पर कमिश्नर ग्वालियर, चंबल संभाग डा. कोमल सिंह, कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव , मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री आर.के. मिश्रा , मुख्य अभियन्ता विद्युत मण्डल श्री जी.एस. कल्सी व अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे ।
मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी ने प्रदेश में सूखा, अल्प वर्षा के कारण पेयजल संकट से प्रभावित जिलों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा की । उन्होंने कहा कि पेयजल आपूर्ति पर सतत् सतर्कता व निगरानी रखी जाये और पेयजल परिरक्षण अधिनियम के प्रावधानों का उपयोग किया जाये ।
ग्वालियर नगर में पेयजल की स्थिति की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि शहर में अभी एक दिन छोड़कर पेयजल प्रदाय किया जा रहा है । नगर में 50 वार्डो में तिघरा जलाशय से और 10 वार्डों में नलकूप के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की जा रही है । तिघरा में 15 अगस्त तक के लिए पानी उपलब्ध है । इसके अलावा 62 टेंकरों के माध्यम से पेयजल परिवहन किया जा रहा है । शहर में बीते करीब डेढ़ माह में 110 नलकूप खनन किये गये, इनमें से 90 नल कूप में पानी निकला है । नलकूप खनन के लिए राज्य शासन द्वारा दो करोड़ रूपये नगर निगम को उपलब्ध कराये गये है । इसके अलावा एक करोड़ से अधिक रूपये नगर निगम द्वारा लगायें गये है । कलेक्टर ने बताया कि जिले के 30 ग्रामों में परिवहन द्वारा पेयजल प्रदाय किया जा रहा है ।
मुख्य सचिव डा. साहनी ने ग्रामीण अंचल में पशु चिकित्सा सेवाओं की समीक्षा की । उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सा विभाग के मैदानी अमले का रोस्टर निर्धारित कर यह सुनिश्चित किया जाये कि प्रत्येक गांव में उनका भ्रमण हो जाये और उनकी सेवायें पशुपालकों को मिल जायें । मुख्य सचिव ने सभी कलेक्टर्स को परख कार्यक्रम के तहत शत- प्रतिशत डासटा फीडिग सुनिश्चित करने के निर्देश दिये । उन्होंने ग्वालियर संभाग की तरह अन्य संभागों के जिलों में भी स्वतंत्र व विश्वसनीय एजेंसी द्वारा चुनिंदा ग्रामों में परख कार्यक्रम के तहत प्राप्त आंकडों एवं कठिनाइयों के निराकरण के लिये की जा रही कार्रवाई का सत्यापन कराने के निर्देश दिये । कमिश्नर ग्वालियर संभाग डा. कोमल सिंह ने बताया कि ग्वालियर संभाग के जिलों में आकलन का कार्य चल रहा है । यह 15 मई तक पूरा हो जायेगा ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें