इस वर्ष संभाग में 4068 लाड़ली लक्ष्मी बनीं, सर्वाधिक शिवपुरी जिले में
ग्वालियर 2 सितम्बर 09। समाधान ऑन लाइन के पूर्व संभागायुक्त डॉ. कोमल सिंह ने महिला एवं बाल विकास के संयुक्त संचलाक से लाड़ली लक्ष्मी योजना की अद्यतन जानकारी की समीक्षा की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्वालियर संभाग में इस वित्तीय वर्ष में कुल 4068 प्रकरण पंजीकृत किये गये और सभी 4068 प्रकरणों को स्वीकृत किया गया। इन प्रकरणों के लिये तीन करोड़ 44 लाख 96 हजार 321 रूपये की राशि का आवंटन प्राप्त हुआ जिसके विरूध्द दो करोड़ 43 लाख 37 हजार 302 रूपये की राशि का व्यय किया जा चुका है।
ग्वालियर संभाग में लाड़ली लक्ष्मी योजना के सर्वाधिक प्रकरण शिवपुरी में पंजीकृत किये गये। यहां 1368 प्रकरणों को पंजीकृत कर स्वीकृत किया गया। जिसके लिये 94 लाख पाँच हजार 926 रूपये का आवंटन प्राप्त हुआ जिसके विरूध्द 82 लाख 69 हजार 760 रूपये की राशि व्यय की जा चुकी है।
इसी प्रकार गुना में 932 प्रकरण पंजीकृत कर स्वीकृत किये गये। इसके लिये 78 लाख 82 हजार 43 रूपये की राशि का आवंटन प्राप्त हुआ। जिसके विरूध्द 23 लाख 87 हजार 190 रूपये की राशि का व्यय किया गया। अशोक नगर में 893 प्रकरण पंजीकृत कर स्वीकृत किये गये हैं। स्वीकृत प्रकरणों के लिये 39 लाख 88 हजार 352 रूपये की राशि का आवंटन प्राप्त कर व्यय किया गया।
ग्वालियर जिले में लाड़ली लक्ष्मी योजना के 603 प्रकरण पंजीकृत कर स्वीकृत किये गये है। इन प्रकरणों के लिये 82 लाख 76 हजार रूपये की राशि का आवंटन प्राप्त हुआ जिसके विरूध्द 67 लाख 61 हजार रूपये की राशि का व्यय किया जा चुका है और दो लाख 88 हजार 480 रूपये की राशि आहरण की कार्यवाही प्रचलित है।
ग्वालियर संभाग में इस वित्तीय वर्ष में दतिया में 272 पंजीकृत कर स्वीकृत किये जा चुके हैं। इन प्रकरणों के लिये 49 लाख 44 हजार रूपये की राशि का आवंटन प्राप्त हुआ जिसके विरूध्द 29 लाख 31 हजार रूपये व्यय किये गये।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा बालिकाओं के शैक्षणिक स्तर और आर्थिक स्तर में सुधार तथा उनके अच्छे भविष्य की आधार शिला रखने के उद्देश्य से लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रारंभ की गई है। यह योजना एक जनवरी 2006 के पश्चात जन्म लेने वाली बालिकाओं के लिये है। जिसके माता-पिता ने दो जीवित बच्चों के रहते हुए परिवार नियोजन अपना लिया हो तथा जो आंगनवाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत हो और आयकर दाता न हो।
लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत बालिका के पक्ष में प्रतिवर्ष छह हजार रूपये लगातार पांच वर्षों तक कुल 30 हजार रूपये के एन. एस. सी. (राष्ट्रीय बचत पत्र) क्रय किये जाते है। कक्षा छठवीं में प्रवेश पर दो हजार रूपये, कक्षा नौवीं में प्रवेश पर चार हजार रूपये, कक्षा ग्यारहवीं में प्रवेश पर सात हजार पांच सौ रूपये तथा ग्यारहवीं एवं बारहवीं में पढ़ाई के समय दो वर्ष तक दो सौ रूपये प्रतिमाह दिये जायेंगे। बालिका के 21 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर एवं 18 वर्ष के पूर्व विवाह न करने पर तथा 12 वीं कक्षा की परीक्षा में सम्मिलित होने पर एक मुश्त राशि का भुगतान किया जायेगा। इस प्रकार भुगतान की गई राशि एक लाख रूपये से अधिक की होगी। लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ लेने के लिये निकट की आंगनवाड़ी या जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।
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