गुरुवार, 3 सितंबर 2009

समाधान ऑन लाइन : मुख्य सचिव श्री साहनी ने दो दर्जन जिला कलेक्टर से बात कर समस्याओं का किया समाधान

समाधान ऑन लाइन : मुख्य सचिव श्री साहनी ने दो दर्जन जिला कलेक्टर से बात कर समस्याओं का किया समाधान

ग्वालियर जिले की दो समस्याओं पर भी हुई चर्चा

ग्वालियर, एक सितम्बर 09। समाधान ऑन लाइन में आज मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी ने प्रदेश के एक दर्जन जिला कलेक्टर्स से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सीधी बात कर जन समस्याओं का समाधान किया। इस दौरान उन्होंने ग्वालियर जिले के दो आवेदकों की समस्यायें भी सुनी। मुख्य सचिव ने समाधान ऑन लाइन में खरीफ फसल व वर्षा की स्थिति की जानकारी भी ली। श्री साहनी ने दिल्ली स्थित एन आई सी. के मुख्यालय से समाधान ऑन लाइन में हिस्सा लिया वहीं भोपाल में मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुराग जैन ने मंत्रालय में बैठकर समाधान ऑन लाइन में भाग लिया। यहां संभाग आयुक्त कार्यालय में कमिश्नर डॉ. कोमल सिंह एवं अपर आयुक्त श्री ए के.शिवहरे तथा कलेक्ट्रेट स्थित एन आई सी. कक्ष में जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, आयुक्त नगर निगम डॉ. पवन शर्मा, अपर कलेक्टर द्वय श्री आर के. जैन व वेद प्रकाश, वन संरक्षक श्रीमती समिता राजौरा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर वर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

      मुख्य सचिव से संभाग की स्थिति पर चर्चा करते हुए डॉ. कोमल सिंह ने कहा कि इस बार धान की मात्र 25 प्रतिशत ही बुआई हो सकी है। धान का 75 प्रतिशत हिस्सा खाली होने के कारण सरसों की बुआई सितम्बर के तीसरे सप्ताह से प्रारंभ होने का अनुमान है। रबी की अन्य फसलें भी जल्दी बो दी जावेंगी। संभाग में 56.5 प्रतिशत वर्षा हुई है और अगर आगे बरसात समय पर हो जाती है तो फसल ठीक हो जावेगी। डॉ. कोमल सिंह ने आगे कहा कि संभाग की भितरवार तहसील को छोड़कर अन्य स्थानों में भूमिगत जल चिंता का विषय बना है। संभाग के दतिया जिले में गत वर्ष की तुलना में 0.72 से 1.31, ग्वालियर में 0.98 से 6.51, गुना में 1.35 से 5.03, अशोक नगर में 0.30 से 3.31 तथा शिवपुरी जिले में गतवर्ष से 2.28 से 7.10 मीटर तक पानी नीचे चला जाने से भविष्य में पीने के पानी की समस्या से इंकार नहीं किया जा सकता है।

      समाधान ऑन लाइन में जन समस्याओं पर चर्चा के दौरान ग्वालियर कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने जिले से संबंधित दोनों शिकायतों का सम्पूर्ण व्यौरा व निराकरण की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रामनगर चार शहर का नाका निवासी श्रीमती मनोरमा भदौरिया द्वारा महाराजा मान सिंह महाविद्यालय में अनुकंपा नियुक्ति की मांग की है। उनके पति इस महाविद्यालय में भृत्य पद पर पदस्थ थे, वे अप्रैल 2008 से गुमशुदा हैं। न्यायालय द्वारा उनके पति की जुडीशियल मृत्यु घोषित की गई है। इस प्रकरण में कलेक्टर ने बताया कि महाविद्यालय द्वारा आवेदिका के सभी स्वत्वों (क्लेम) का भुगतान किया जा चुका है। चूँकि महाविद्यालय एक निजी संस्थान है, अत: महाविद्यालय प्रबंधन के अनुसार वहां अनुकंपा नियुक्ति का कोई प्रावधान नहीं है। जिले के दूसरे प्रकरण में भितरवार कस्बे के वार्ड नम्बर दो घाटमपुर निवासी कामता प्रसाद ने आग से हुई क्षति पूर्ति (मुआवजा) दिलाने की मांग की थी। कलेक्टर ने इस प्रकरण के संबंध में जानकारी दी कि सरकार द्वारा राजस्व पुस्तक परिपत्र के तहत प्राकृतिक आपदा से पीड़ित परिवारों को राहत दी जाती है न कि मुआवजा। यह प्रकरण राजस्व पुस्तक परिपत्र के तहत पात्र न होने पर आवेदक को कोई सहायता न दी जाकर तहसीलदार द्वारा प्रकरण को पंजीबध्द किया गया था। इस प्रकरण में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के न्यायालय में अपील भी हुई थी, इस न्यायालय ने भी तहसीलदार के आदेश को यथावत रखा है। मुख्य सचिव के निर्देश पर कलेक्टर द्वारा प्रकरण में पुन: जांच कराई जायेगी।

 

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