पूनों परिवा गाजे, दिना बहत्तर बाजे. -- घाघ भड्डरी
कृषक करें जुताई, लगावे धान नर्सरी
ग्वालियर, 30 जून 10 / 'पूनों परिवा गाजे, दिना बहत्तर बाजे ।' अर्थात् घाध भड्डरी के अनुसार आषाढ़ के प्रथम दिवस पानी बरसना कृषि के लिये अच्छा संकेत है । परम्परागत खेती करने वाले कृषक तो वैसे भी आषाढ़ के पहले दिन से खेतों में जुताई के शगुन के साथ कार्य प्रारम्भ कर मंगलपर्व मनाते हैं । ग्वालियर में आषाढ़ मास के प्रथम दिवस और कल फिर पानी गिरने के उपरान्त कृषि उपसंचालक ने किसानों को धान की नर्सरी लगाने और अपने खेतों की जुताई करने की सलाह दी है ।
मौसम विभाग की जानकारी अनुसार कल ग्वालियर में 62.5 मी.मी.वर्षा अंकित की गई । इस क्षेत्र में अब तक कुल 96.8 मी.मी.वर्षा हुई है । ग्वालियर की औसत वर्षा 800 मी.मी.है किन्तु विगत कुछ वर्षों में पचास से साठ प्रतिशत वर्षा ही होती है । इस बार आषाढ़ के प्रथम दिवस 26 जून को बरसात के छीटों से किसान उत्साहित हैं और अच्छी वर्षा की आस बांधे है ।
उप संचालक कृषि ग्वालियर श्री दिक्षित ने बताया कि जिले के धान की खेती वाले हिस्सों में उन्नत किस्म के धान बीज पहुँचा दिये गये हैं । साथ ही अन्य कृषि आदानों की भी माकूल व्यवस्था कर दी गई है । कृषकों को धान की नर्सरी लगाने और खेतों में जुताई प्रारम्भ करने की सलाह देते हुए उन्होंने बताया कि डबरा और भितरवार में क्रांति धान के सौ-सौ किंवटल, पूसा बासमती के पच्चास-पच्चास किंवटल तथा पूसा सुगन्धा एक व तीन के बीस-बीस किवंटल बीज पहुँचा दिये गये हैं । किसान अपने-अपने क्षेत्र की सोसॉयटियों के माध्यम से उन्हें प्राप्त कर सकते हैं । साथ ही उन्होंने ज्वार-बाजरा बोने वाले किसानों को भी जुताई कर अपने खेतों को तैयार करने की सलाह दी है ।
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