रविवार, 18 जुलाई 2010

देश को सीमा सुरक्षा बल पर गर्व है - मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान

देश को सीमा सुरक्षा बल पर गर्व है - मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान

मुख्यमंत्री ने ली पासिंग आउट परेड की सलामी, दी कई सौगातें

ग्वालियर 17 जुलाई 10 सीमा सुरक्षा बल से दुश्मन थर्राते हैं। सीमा सुरक्षा बल का गौरवशाली इतिहास है। फिर चाहे भारत-पाक युध्द हो, कारगिल की लडाई हो या फिर देश की आंतरिक सुरक्षा का सवाल हो। हमारे सैन्य बलों ने हर मोर्चे पर जान की बाजी लगाकर देश की सरहदों को महफूज रखा है। उक्त आशय के विचार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां टेकनपुर स्थित सीमा सुरक्षा बल अकादमी में उप निरीक्षक एवं नव आरक्षकों की भव्य पासिंग आउट परेड (दीक्षांत परेड) पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा सीमा सुरक्षा बल ने अब तक पाँच हजार आतंकियों को मार गिराया है। इसके लिये सीमा सुरक्षा बल के चौदह सौ जवानों ने भी अपनी शहादत दी है। सम्पूर्ण भारतवासी सीमा सुरक्षा बल के वीरतापूर्ण कारनामों से गौरवान्वित हैं।

       मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रखवाली करने वाले जाबाजों के परिजनों के देखभाल की जिम्मेदारी सरकार की होती है। मध्यप्रदेश सरकार इससे भलीभाँति वाकिफ है और प्रदेश में निवासरत बी एस एफ. सहित अन्य सैन्य बलों के परिवारों के हितों का पूरा ध्यान रखेगी। मध्यप्रदेश सरकार उनके हित संरक्षण के लिये एक विशेष प्रकोष्ठ का जल्द ही गठन करेगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बी एस एफ. के लिये सौगातों का पिटारा खोलते हुए सीमा सुरक्षा बल अकादमी टेकनपुर स्थित रूस्तम जी तकनीकी संस्थान के लिये 50 लाख रूपये अनुदान देने, बी एस एफ. की कैण्टीन को वैट कर से मुक्त करने और गैलेण्ट्री मैडलधारी जवानों को गुजरात, राजस्थान व अन्य प्रातों की तर्ज पर सुविधा देने की भी घोषणा की। ज्ञातव्य हो कि सीमा सुरक्षा बल द्वारा ऐसी कुछ सुविधायें देने के संबंध में राज्य शासन को प्रस्ताव भी भेजा गया है। साथ ही उन्होंने बी एस एफ. आकादमी की पेयजल समस्या का परीक्षण उपरांत हल करने का भी भरोसा दिलाया। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि आजादी के बाद देश की बलिबेदी पर अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर शहीदों की याद में प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक शौर्य स्मारक भी स्थापित किया जा रहा है।

       श्री चौहान ने पासिंग आउट परेड में शामिल जवानों में देशभक्ति का जज्बा भरते हुए कहा कि अपने लिये तो कीट पतंगे आदि सभी जीते हैं लेकिन सही मायने में वही जीते हैं जो समाज व देश के लिये जीते हैं। उन्होंने जवानों को बधाई देते हुए कहा कि आप सबने आजीविका के सुगम साधन को न चुनकर देश की रक्षा और बलिदान का कंटकाकीर्ण मार्ग चुना है। जिस पर भारत माँ को गर्व है। आप जैसे जाबाजों की बदौलत ही तमाम झंझावातों को झेलने के बाबजूद हमारी संस्कृति आज भी अक्षुण्ण है।

       मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने उद्बोधन का आगाज भारत माता एवं वीर जवानों के जयघोष के साथ किया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने पासिंग आउट परेड की सलामी ली और अंत में अपने अपने क्षेत्र में अव्वल रहे उप निरीक्षक व नवआरक्षक प्रशिक्षणार्थियों को ट्राफियाँ व मेडल प्रदान किये।

       कार्यक्रम के प्रारंभ में सीमा सुरक्षा बल अकादमी टेकनपुर के डायरेक्टर एडीजी. श्री वी एन. राय ने अपने स्वागत भाषण में मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों का अभिवादन किया। उन्होंने सीमा सुरक्षा बल की स्थापना, अकादमी की स्थापना और उपलब्धियों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही आज के पासिंग आउट परेड में शामिल सब इन्सपेक्टर्स और नव आरक्षकों के प्रशिक्षण की भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

       मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के टेकनपुर पर पहुँचने पर सीमा सुरक्षा बल अकादमी के डायरेक्टर एवं एडीजी. श्री वी एन. राय ने उनका स्वागत किया। कार्यक्रम प्रारंभ होने से पूर्व मुख्य मंत्री वीर शहीदों को श्रृध्दांजली दने शहीद स्मारक 'अजेय प्रहरी' पहुँचे जहां उन्होंने पुष्प चक्र समर्पित किया। बाद में मुख्यमंत्री एडीजी. श्री वी एन. राय के साथ एक बग्गी में समारोह स्थल पर पहुँचे।

कठिन प्रशिक्षण से गुजरे हैं जाबांज

       सीमा सुरक्षा बल अकादमी टेकनपुर में आज आयोजित हुई दीक्षांत परेड में 71 उपनिरीक्षक (एल डी सी ई.) व 161 नव आरक्षकों ने दृढ़ता और जोश के साथ बी एस एफ. के बैण्ड की मधुर धुन के बीच शानदार परेड का प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को सलामी दी। दीक्षांत परेड में शामिल उपनिरीक्षक व नवआरक्षकों ने देश के संविधान के प्रति निष्ठा, एकता और अखण्डता बनाये रखने की शपथ ली। परेड में शामिल इन जवानों ने क्रमश: 24 एवं 36 सप्ताह का बी एस एफ. अकादमी में कठिन प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इन्हें शारीरिक प्रशिक्षण के अलावा निशानेबाजी, हथियार के बिना लड़ने की कला, विधि, प्रशासनिक कार्य, फील्ड क्राफ्ट, लेखा, आपदा प्रबंधन, मानचित्र अध्ययन, युध्द कौशल, सीमाओं की निगरानी तथा आतंकवादियों से लड़ने जैसे विषयों पर कठिन प्रशिक्षण देकर फौलादी बनाया गया है।

पत्रिका का विमोचन किया

       मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह ने दीक्षांत परेड के पश्चात सीमा सुरक्षा बल के अध्ययन संकाय द्वारा प्रकाशित ''जवान हैण्ड बुक'' व चुनाव पुस्तिका और सीनियर सेकेण्डरी स्कूल द्वारा प्रकाशित पत्रिका ''संगम'' का विमोचन भी किया।

राष्ट्रीय श्वान दस्ता के प्रदर्शन स्कूली छात्राओं के समूह नृत्य ने मन मोहा

       दीक्षांत परेड समारोह में बी एस एफ. के राष्ट्रीय श्वान दस्ते ने हैरत अंगेज प्रदर्शन कर लोगों को दांतों तले उंगली दबाने के लिये मजबूर कर दिया। इसी तरह बी एस एफ. के सीनियर सेकेण्डरी स्कूली की छात्राओं ने सूफी गाने, ''अली मोरे अंगना झलक दिखा'' की धुन पर समूह नृत्य कर सभी का मन मोह लिया। मुख्यमंत्री ने समूह नृत्य से खुश होकर 50 हजार रूपये का इनाम देने की भी घोषणा की।

       दीक्षांत परेड समारोह में स्थानीय विधायक श्रीमती इमरती देवी सुमन, मुख्यमंत्री के ओ एस डी. डॉ. कोमल सिंह, कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक श्री ए. सांई मनोहर तथा सीमा सुरक्षा बल के उपनिरीक्षक श्री के जी. केसवानी, श्री आई पी. भट्ट, श्री बी एन. शर्मा व श्री डी के. त्रिपाठी सहित बी एस एफ. के अन्य अधिकारीगण व सैनिक एवं उनके परिजन मौजूद थे।

 

मुख्यमंत्री द्वारा दी गई सौगातें

·         सैनिकों के परिजनों के हित संरक्षण के लिये विशेष प्रकोष्ठ का गठन शीघ्र

·         रूस्तम जी तकनीकी संस्थान बी एस एफ. अकादमी को 50 लाख रूपये का अनुदान 

·         बी एस एफ. की मध्यप्रदेश स्थित कैण्टीनें वैट कर मुक्त

·         गैलेण्ट्री मेडलधारी जवानों को सुविधायें देने संबंधी प्रस्ताव मंजूर

·         आजादी उपरांत शहीदों की स्मृति में राजधानी भोपाल में शौर्य स्मारक का निर्माण 

 

 

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