गुरुवार, 10 मई 2007

ग्रामीणजन समझने लगे हैं संस्थागत प्रसव का महत्व

ग्रामीणजन समझने लगे हैं संस्थागत प्रसव का महत्व

 

शिशु एवं बाल मृत्यु दर पर अंकुश लगाने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा उठाये गये कदमों के सकारात्मक परिणाम सामने अनो लगे हैं । इस बात का सुखद ऐहसास तब हुआ जब कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने आज ग्रामीण अंचल के भ्रमण के समय ग्रामीणों से पूंछा कि आपके गांव में प्रसव कहां होते हैं ? कलेक्टर के इस प्रश्न पर ग्राम सोनी के श्री गब्बर व ग्राम बिजौली की कलावती के परिजनों सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने प्रदेश सरकार की जननी सुरक्षा योजना का लाभ लेकर शासकीय संस्था में प्रसव कराये हैं । उन्होंने कलेक्टर को बताया कि उन्हें योजना के तहत 1400 रूपये मिले हैं । साथ ही अस्पताल तक गर्भवती माता को ले जाने के लिये परिवहन राशि व प्रेरक को प्रोत्साहन राशि भी मिली है ।

 

कोई टिप्पणी नहीं: