बुधवार, 30 मई 2007

वर्षा जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए पहले से ही एहतयाती उपाय किये जाएं - कलेक्टर

वर्षा जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए पहले से ही एहतयाती  उपाय किये जाएं - कलेक्टर

ग्वालियर 29 मई 2007

वर्षा जनित बीमारियों पर बेहत्तर ढंग से अंकुश लगाया जा सके इसके लिए पहले से ही एहतयाती उपाय किये जाएं । यह निर्देश जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व खण्ड चिकित्साधिकारियों को दिए हैं । कलेक्टर ने कहा है कि मानसून के आगमन के उपरांत मच्छरों के घनत्व में वृध्दि के कारण मलेरिया एवं अन्य वैक्टर जनित रोगों के संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। इसी तरह जुलाई माह के बाद मलेरिया के प्रकरणों में भी वृध्दि होना प्रारंभ हो जाती है। इसलिए विभागीय अमले को सतर्क रह कर कार्य करने के लिए सतर्क करें ।

कलेक्टर ने अधिकारियों से जिला, विकासखण्ड, व सेक्टर स्तरीय बैठकों में वर्षा जनित रोगों की रोकथाम के लिए ग्रामवार आवश्यक प्रतिबंधात्मक उपाय सुनिश्चित करने के उन्होंने निर्देश दिए हैं । एम.पी.डब्ल्यू. कार्यकर्ताओं से प्रत्येक पखवाड़े घर-घर जाकर बुखार के मरीज की खोज कर रक्तपट्टी बनाने तथा क्लोरोक्विन की गोली का सेवन कराने को कहा है। बुखार के मरीज की रक्तपट्टी का परीक्षण तथा मलेरिया के मरीज को मौलिक उपचार तत्काल देने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी उन्होंने दिये है।

वैक्टर जनित इन रोगो के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए सर्वेलेन्स और पर्यवेक्षण कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर ने जिला अधिकारी व ब्लाक मेडिकल ऑफीसर को क्षेत्र का सतत दौरा करने के निर्देश दिये है। ताकि वे मौके पर पहुँचकर स्थिति का अवलोकन कर संबंधित को आवश्यक हिदायत दे सके। किसी क्षेत्र में मलेरिया की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल वहां मलेरिया मोबाईल टीम भेजकर रक्तपट्टी बनवाने तथा मरीजो को मौलिक उपचार उपलब्ध कराने को कहा गया है। जिले के जिन ग्रामों में एफ.टी‑डी./डी.डी.सी. (बुखार उपचार केन्द्र/ दवाई वितरण केन्द्र) स्थापित नही है, वहां उन्हें स्थापित करने के निर्देश दिये गये है। एफ.टी.डी./डी.डी.सी. ग्राम में कहां कार्यरत है, इसकी जानकारी ग्रामवासियों को आवश्यक रूप से दी जाना चाहिए। एफ.टी.डी./डी.डी.सी. को पर्याप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये गये है।

कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने कहा है कि जिन ग्रामों में बहुतायत में मच्छर पनप रहे हैं उनमें प्राथमिकता के आधार पर जल स्त्रोंतो में लार्वाभक्षी मछली का संचय कराने की भी कार्रवाई की जाए । सी.एम.एच.ओ. और ब्लॉक मेडिकल आफीसर को अपने-अपने क्षेत्र में मच्छरदानी के उपयोग को बढ़ावा देने के संबंध में प्रचार-प्रसार करने को भी कहा है। जनसमुदाय को साफ-सफाई रखने, पानी के बर्तन सप्ताह में एक बार खाली करने एवं फालतू सामान जिसमें पानी इकट्ठा होता है, जैसे बेकार टायर, टयूब, बाल्टी, टंकी आदि को नस्ट करने अथवा उनमें पानी जमा न होने देने के लिए समझाईश देने को भी कहा गया है। कलेक्टर ने अधिकारियों को अन्य विभागों से मच्छरजन्य परिस्थिति समाप्त करने में सहयोग लेने के भी निर्देश दिये है।

 

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