कुपोषण निवारण के लिये बाल संजीवनी अभियान सशक्त माध्यम - श्री शेजवलकर
बाहरवें चरण के अभियान के लिये कार्ययोजना तैयार करने कार्यशाला सम्पन्न
ग्वालियर 5 मई 08 । महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा है कि कुपोषण निवारण में बाल संजीवनी अभियान सशक्त माध्यम साबित हो सकता है । विभागीय अमला जन्म से छ: वर्ष तक के हर बच्चे को इस अभियान से जोड़कर कुपोषण निवारण के पुनीत कार्य में हाथ बटाये । श्री शेजवलकर आज राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में 12वे चरण के बाल संजीवनी अभियान की कार्ययोजना तैयार करने के मकसद से आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे । महापौर ने द्वीप प्रज्जवलित कर महिला एवं बाल विकास तथा एम.आई.आई. (माइक्रो न्यूर्टिएण्ट इनीशिएटिव इंडिया) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यशाला का शुभारंभ किया । कार्यशाला में जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव व जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा सहित स्वास्थ्य व महिला एवं बाल विकास तथा अन्य संबंधित विभागों के जिला, खंड एवं ग्राम स्तरीय अधिकारी व कर्मचारियों ने भाग लिया । जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व भी इस कार्यशाला में विशेष तौर पर बुलाये गये थे ।
महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने निर्माण कार्यों के साथ-साथ स्वस्थ समाज के निर्माण के लिये भी प्रभावी कदम उठाये हैं । इसी दिशा में बाल संजीवनी अभियान के विभिन्न चरण अब तक सफलतापूर्वक संचालित किये जा चुके हैं । उन्होंने उपस्थित सहभागियों का आह्वान किया कि वे इस अभियान को और सुनियोजित ढंग से मूर्त रूप दें, जिससे बाल एवं मातृ दर कम करने के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके ।
जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि बाल संजीवनी अभियान के सफल संचालन के लिये विभिन्न विभागों का मैदानी अमला आपसी समन्वय स्थापित कर काम करे । प्रयास ऐसे हों, जिससे जन्म से छ: वर्ष तक का एक भी बच्चा वजन लेने से वंचित न हरें । अभियान के दौरान अन्य विभागीय गतिविधियों की जानकारी देने के साथ-साथ आंगनबाड़ी केन्द्रों को सशक्त बनाने के प्रयास भी किये जायें ।
कार्यशाला में महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सुश्री सीमा शर्मा ने जिले में बाल संजीवनी अभियान के लिये बनाई गई रूपरेखा प्रस्तुत की । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्चना शिंगवेकर ने बच्चों एवं गर्भवती मां के स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न मुद्दों व उपचार पर प्रकाश डाला । भोपाल से आई डॉ. राखी ने बाल संजीवनी अभियान के दौरान संचालित की जाने वाली गतिविधियों के बारे में बताया। एम.आई.आई. के डिवीजनल कॉर्डिनेटर श्री अनुराग सोनवलकर ने बाल संजीवनी अभियान में पर्यवेक्षकों की भूमिका, अभियान की कार्ययोजना, अभियान पूर्व तैयारी, गृह भेंट व प्रभावी परामर्श आदि के बारे में पॉवर पाइण्ट प्रजेण्टेशन के जरिये जानकारी प्रदान की । कार्यशाला में विटामिन ए आपूर्तिकरण कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, माइक्रो प्लानिंग आदि के बारे में भी विस्तार से बताया गया ।
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