गुरुवार, 15 मई 2008

जिला कलेक्टर ने आरौन पहुंचकर अग्नि पीड़ित परिवारों का सर्वेक्षण कराया आज बटेगी सहायता

जिला कलेक्टर ने आरौन पहुंचकर अग्नि पीड़ित परिवारों का सर्वेक्षण कराया आज बटेगी सहायता

ग्वालियर 14 मई 08 । बुधवार की दोपहर जिले के चार ग्रामों में आग लगने की सूचना मिलने पर जिला प्रशासन द्वारा तत्परता दिखाते हुये राजस्व अमले के साथ पशु चिकित्सकों सहित सहायता दल प्रभावित गांवों के लिये भेजे गये हैं । साथ ही राहत देने का काम भी शुरू कर दिया गया है। स्वयं जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव भी जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा के साथ ग्राम आरौन पहुंचे । पर्वतीय एवं वनांचल क्षेत्र में बसे इस ग्राम की आदिवासी बहुल बस्ती में दोपहर अचानक लगी आग से 35 सहरिया जनजाति परिवारों के मकान जल गये हैं ।

       राजस्व अमले के साथ यहां पहुंचे जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने अपने समक्ष में ही आग से हुई क्षति का सर्वेक्षण कराया । उन्होंने 24 घंटे के भीतर पीड़ित परिवारों को राहत मुहैया कराने के निर्देश दिये हैं । जिला कलेक्टर ने बताया कि आरौन की सहरिया जनजाति बहुल बस्ती के प्रत्येक अग्नि पीड़ित परिवार को गुरूवार यानि 15 मई को राहत राशि व अन्य सहायता बांटी जायेगी । सभी 35 पीड़ित परिवारों को राजस्व पुस्तक परिपत्र के तहत आठ-आठ हजार रूपये तथा सहरिया जनजाति के लिये संचालित संकटापन्न मद से दो-दो हजार रूपये इस प्रकार कुल 10-10 हजार रूपये की नगद की सहायता दी जायेगी । इसके अलावा हर परिवार को 50-50 किलोग्राम खाद्यान्न, अस्थाई निवास के लिये 15 बाई 20 साइज की प्लास्टिक की तिरपाल व बांस बल्लियां भी मुहैया कराई जायेंगी । स्थानीय विधायक श्री बृजेन्द्र तिवारी 15 मई को यह सहायता वितरित करेंगे । यहां के अग्नि पीड़ित परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास मुहैया कराने के लिये प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश भी जिला कलेक्टर ने दिये हैं ।

       अग्नि पीड़ित परिवारों को दुख की इस घड़ी में राहत देने के उद्देश्य से आरौन पहुंचे जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव के समक्ष पीड़ित परिवारों की महिलाओं ने जब गुहार की कि साहब हमारा तो सब कुछ जल गया । उनका कहना था कि जो कपड़े पहन रखे हैं उसके अलावा एक भी कपड़ा नहीं बचा । कलेक्टर ने संवेदनशीलता का परिचय देकर महिलाओं से कहा कि सभी 35 परिवारों को दो-दो साड़ियां कल यानि 15 मई को उपलब्ध करा दी जायेंगी। जिला कलेक्टर ने बुधवार की शाम के लिये सभी परिवारों के लिये भोजन का प्रबंध भी करवाया । इन सभी परिवारों को गांव में ही मध्यान्ह भोजन तैयार करने वाले समूह को यह व्यवस्था करने के लिये निर्देश दिये गये । साथ ही हर परिवार को 5-5 किलोग्राम पिसा हुआ आटा व आलू भी उपलब्ध करा दिये गये हैं । बुधवार की दोपहर आरौन में करीबन एक बजे एक आदिवासी की झौंपड़ी में आग लगी इसी दौरान आई तेज आंधी से यह आग पास की 35 झौंपड़ियों में फेल गई । आग लगने की सूचना मिलने पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने ग्रामीणों के सहयोग से इस आग पर काबू पाया । आरौन में लगी आग से सर्वश्री सोवरन, धनपाल, महाराज, नवाब, बुध्दसिंह, कल्ला, प्रताप, छोटे, जनवेद, बहादुर, मनीराम, रामकली, भागीरथ, संजय व राम सिंह के मकान जल गये हैं ।

       ज्ञात हो कि बुधवार को जिले के ग्राम बरौठा के मजरा सियाराम का पुरा, तिघरा थाने के अंतर्गत ग्राम सुजवाया व बिजौली ग्राम पंचायत के अंतर्गत ग्राम रामनगर तथा आरौन ग्राम की आदिवासी बहुल बस्ती में आग लग गई थी ।

 

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