शुक्रवार, 16 मई 2008

संविदा शिक्षक होंगे अब अध्यापक

संविदा शिक्षक होंगे अब अध्यापक

 भोपाल : 15 मई,  2008 । प्रदेश के 18 हजार संविदा शाला शिक्षकों के अध्यापक बनने का रास्ता राज्य सरकार ने पुख्ता कर दिया है । शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण सुधार और इसके लिए संबंधित पक्षों की बेहतरी को लेकर पिछले साढ़े चार वर्षों में किए गए अहम फैसलों में अब यह महत्वपूर्ण कड़ी भी जुड़ गई है । संविदा शिक्षकों के हक में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने 12 दिन पहले ही आदेश दे दिया था । बुधवार को केबिनेट ने भी इस पर बाकायदा रजामंदी की मोहर लगा दी। इस फैसले के चलते राज्य सरकार पर सालाना 35 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ आएगा।

इस नए फैसले के मुताबिक तीनों ही वर्गों के कुल 18 हजार संविदा शाला शिक्षक अध्यापक संवर्ग में शामिल होने जा रहे हैं । इन संविदा शिक्षकों को वर्ष 2001 में नियुक्त किया गया था । वर्ग एक के संविदा शिक्षक अब वरिष्ठ अध्यापक कहलाए जाकर न्यूनतम पाँच हजार रुपये वाले वेतनमान में नियुक्त होने का लाभ लेंगे । इसी तरह वर्ग दो वाले संविदा शिक्षक अब अध्यापक होकर न्यूनतम चार हजार रुपए के वेतनमान में नियुक्त होंगे । वर्ग तीन के संविदा शिक्षकों को न्यूनतम तीन हजार रुपए वाले वेतनमान का लाभ मिलेगा । एक और बड़ी बात यह है कि इन संविदा शिक्षकों को भी सरकारी कर्मचारियों की तरह मंहगाई भत्ते और अन्य सुविधाओं का हक मिल जाएगा । इसके अलावा तय यह भी किया गया है कि हालाँकि इन संविदा शिक्षकों को अध्यापक के रूप में नियुक्ति एक अप्रैल 2007 से होगी, बावजूद इसके इनकी वरिष्ठता वर्ष 2003 में संशोधित नियम के तहत अध्यापक बनाए जा चुके संविदा शिक्षकों के ऊपर निर्धारित होगी ।

अगर बीते समय की बात करें तो वर्ष 2004 में नियुक्त इन संविदा शाला शिक्षकों में से वर्ग एक के लोगों को 4500 रुपए प्रतिमाह, वर्ग दो को 3500 रुपए और वर्ग तीन को 2500 रुपए प्रतिमाह मानदेय पर नियुक्त किया गया था ।

 

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