कृषक आधुनिक एवं वैज्ञानिक तकनीकी का उपयोग कर अधिक उत्पादन लें - श्री यादव
5 दिवसीय कृषि विज्ञान मेला सम्पन्न
ग्वालियर 9 जून 08 । मध्यप्रदेश राज्य बीज एवं फार्म विकास निगम के अध्यक्ष श्री महेन्द्र सिंह यादव ने किसानों को जोर देकर कहा है कि वे कृषि के क्षेत्र में परम्परागत खेती के अलावा आधुनिक तकनीकी एवं जैविक खेती का उपयोग कर कम लागत में अधिक उत्पादन लें । श्री महेन्द्र सिंह यादव आज ग्वालियर व्यापार मेला के कला रंगमंच प्रांगण में पांच दिवसीय कृषि विज्ञान मेला खरीफ 2008 के समापन कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे । कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि समिति के अध्यक्ष श्री भारत सिंह कुशवाह ने की ।
पांच दिवसीय कृषि विज्ञान मेले में जिले भर से आये कृषकों को कृषि वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों द्वारा कृषि के क्षेत्र में उपयोग में लाई जाने वाली नई-नई वैज्ञानिक तकनीकी तथा शासन द्वारा कृषकों के हितार्थ हेतु संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी प्रदाय की गई । मेला में कृषकों की शंकाओं एवं समस्याओं का भी निदान किया ।
श्री महेन्द्र सिंह यादव ने कृषि विज्ञान मेला के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि आजादी के बाद प्रदेश में पहली बार मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के हित में अनेकों ऐतिहासिक निर्णय लिये हैं । जहां राज्य सरकार ने किसानों के ऋण की ब्याज की दर 14 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी है, वहीं किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने पर प्रति क्विंटल 100 रूपये बोनस देने का भी निर्णय लिया गया । जिसका सीधा लाभ किसानों को प्राप्त हो रहा है ।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वयं एक किसान के बेटे होने के नाते उन्होंने धरती पुत्र किसान के दुख एवं तकलीफों को अच्छे तरीके से महसूस किया है। इसके लिये उन्होंने किसानों के हित में अनेकों फैसले लिये हैं । राज्य सरकार ने राजस्प पुस्तक परिपत्र में संशोधन कर राहत राशि में वृध्दि की है । कृषकों की समस्याओं के निराकरण एवं अनके सुझावों पर अमल हेतु मुख्यमंत्री निवास पर किसान पंचायत का आयोजन कर उनकी समस्याओं का निराकरण कर आये सुझावों पर अमल भी शुरू कर दिया गया है ।
श्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के आराध्य बलराम जी के जन्म दिन को प्रदेश में किसान दिवस के रूप में मनाकर किसानों का सम्मान बढ़ाया है । प्रदेश में पहली बार बीज निगम किसानों से सोयाबीन का बीज 2600 रूपये प्रति क्विंटल के भाव से खरीद रहा है । इसके लिये किसानों को 1200 रूपये अनुदान भी दिया जा रहा था ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये कृषि समिति के अध्यक्ष श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि 5 दिवसीय कृषि विज्ञान मेला आयोजन का मुख्य उद्देश्य कृषकों को उन्नत एवं आधुनिक कृषि की जानकारी प्रदाय कर उन्हें इसके लिये प्रेरित करना है । उन्होंने किसानों से आग्रह किया है कि वह इस मेला में बताई गई बातों का खेती किसानी के क्षेत्र में उपयोग करें ।
कार्यक्रम के शुरू में किसान कल्याण एवं कृषि विभाग के उप संचालक श्री जे.एस. यादव ने बताया कि 5 दिवसीय कृषि विज्ञान मेले के माध्यम से कृषकों को वैज्ञानिकों एवं संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा जानकारियां दी गईं । कृषि विज्ञान मेला प्रागंण में विभिन्न विभागों, कीटनाशक दवाओं एवं उर्वरक कंपनियों आदि द्वारा विकास प्रदर्शनियां भी आयोजित की गई हैं । उन्होंने बताया कि राज्य शासन की मंशा के अनुरूप प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय पर इस प्रकार के किसान विज्ञान मेला आयोजित किये जा रहे हैं ।
इस मौके पर एम.पी. एग्रो के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री एम.पी. सिंह बेदी, कृषि विज्ञान केन्द्र के डॉ. एच.एस. कुशवाह, सहायक संचालक (कृषि) श्री विश्वनाथ शर्मा, जिला नोडल अधिकारी श्री एस.के. शर्मा, सहायक संचालक श्री जे.पी. भार्गव सहित वैज्ञानिक, अधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में कृषकगण उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री एस.आर. सिसोदिया ने किया । अंत में आभार उपसंचालक कृषि श्री जे.एस. यादव ने किया ।
खेत के मेढ पर 5 फलदार पौधे लगाये
मध्यप्रदेश बीज निगम के अध्यक्ष श्री यादव ने कृषक मेले में वृक्षों के महत्व को बताते हुये कृषकों से आग्रह किया कि वर्षा ऋतु के दौरान वह अपने खेतों की मेढ़ों पर कम से कम पांच फलदार पौधे अवशय लगायें । उन्होंने कहा कि जो भी फलदार पौधे लगाये जायेंगे । उनका उपयोग लम्बे समय तक आने वाली पीढ़ी कर सकेगी ।
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