शुक्रवार, 13 जून 2008

विद्युत व्यवस्था में जनप्रतिनिधियों के सुझाव भी शामिल करें - कलेक्टर

विद्युत व्यवस्था में जनप्रतिनिधियों के सुझाव भी शामिल करें - कलेक्टर

समन्वय व निगरानी समिति की बैठक सम्पन्न

ग्वालियर 11 जून 08 । खराब विद्युत ट्रान्सफॉर्मर जल्द से जल्द बदलें और इस काम में पूरी पारदर्शिता बरती जाये । विद्युत व्यवस्था में प्रभावी सुधार के लिये जनप्रतिनिधियों के सुझावों पर भी गंभीरता से अमल करें । यह बात जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवातस्व ने आज यहां राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में सम्पन्न हुई जिला स्तरीय समन्वय एवं निगरानी समिति (विद्युत) की बैठक में विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों से कही । बैठक में  समिति के सदस्य सर्वश्री राकेश गुप्ता, विनोद पवैया, रूपचंद जैन व सुनील श्रीवास्तव सहित पुलिस अधीक्षक श्री व्ही.के. सूर्यवंशी, अधीक्षण यंत्री मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी श्री राजहंस सेठ व श्री एचके. पचनंदा, विद्युत अभियंता श्री अरूण शर्मा व रणवीर सिंह तथा अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे ।

       जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों से कहा कि वे समिति के सदस्यों द्वारा दिये गये सुझावों को गंभीरता से लें । साथ ही लिये गये निर्णयों का पालन प्रतिवेदन सदस्यों को अवश्य भेंजे । उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जिन ग्रामों में विद्युत देयक जमा न होने तथा अन्य वजहों से बिजली आपूर्ति बंद है वहां भी एक ऐसी व्यवस्था अवश्य रखें, जिससे पेयजल आपूर्ति हो सके। बिजली चोरी रोकने के लिये की जा रही छापामार कार्रवाई में भी पूरी पारदर्शिता रखने पर बैठक में बल दिया गया । संबंधित अधिकारियों से कहा गया कि छापामार कार्रवाई के दौरान पंचनामा बनायें और उसे संबंधित उपभोक्ता को पढ़कर सुनायें भी। समन्वय समिति के सदस्यों ने भी बैठक में उपयोगी सुझाव दिये।

       बैठक में बताया गया कि ग्वालियर शहर वृत्त में विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिये बड़ी धनराशि खर्च कर अधोसंरचनात्मक कार्य किये गये हैं । जिनमें 33/11 के.व्ही.के. 6 नवीन उपकेन्द्र के निर्माण पर करीबन 383 लाख रूपये की राशि खर्च की गई है । इसी प्रकार 33/11 के.व्ही.के के 8 पावर परिणामित्र पर करीबन 273 लाख, विद्युत क्षमता में वृध्दि के लिये दो नये पावर परिणामित्र पर 24 लाख 32 हजार रूपये, 17 किलोमीटर लंबाई में 33 के.व्ही.के. लाइन पर 172 लख 83 हजार, 96.18 किलोमीटर लंबी 11 के.व्ही. की लाइन पर 319 लाख 86 हजार, 840 वितरण परिणामित्र पर लगभग 1618 लाख तथा 849 एल.टी.एस. कार्यों पर करीबन 1462 लाख रूपये की धनराशि गत चार वर्षों के दौरान खर्च की गई है ।

 

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