कृषि विज्ञान मेला का आयोजन 5 जून से
ग्वालियर 27 मई 08 । कृषि उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने में उन्नत कृषि तकनीक को अपनाना आवश्यक है । उन्नत कृषि तकनीक को किसान कैसे अपनाये तथा उन्नत तकनीक से किसानों को जागरूक करने के लिये शासन द्वारा जिला स्तरीय भव्य कृषि विज्ञान मेला का आयोजन 5 जून 08 से कृषि विज्ञान केन्द्र पर आयोजित किया जायेगा । यह मेला 9 जून 08 तक चलेगा ।
किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग व मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस विशाल मेले में आधुनिक कृषि यंत्र उपकरण, ट्रेक्टर एवं सिंचाई उपकरणों का विशेष प्रदर्शन किया जायेगा । कृषि आदानों बीज, खाद, उर्वरक, खरपतवार नाशक, कीटनाशक, फफूंदी नाशक आदि का प्रदर्शनी पर जीवंत प्रदर्शन भी किया जायेगा । नाडेप वर्मी कम्पोस्ट रिज एण्ड फरो के अलावा धान वाले इलाकों में एस.आर.आई. पध्दति आदि के मॉडल बनाये जाकर प्रदर्शित किये जायेंगे । एम.पी. एग्रो के माध्यम से बॉयोगैस का मॉडल भी प्रदर्शनी में रखा जायेगा । पशुपालन विभाग की ओर से उन्नत नस्ल के पशुओं, मुर्गीपालन एवं डेयरी को बढ़ावा देने की जानकारी के लिये पशु चिकित्सा विभाग द्वारा परामर्श दिया जायेगा । इसी तरह उद्यानिकी एवं मत्स्य पालन की प्रदर्शनी में स्टॉल लगाकर किसानों को जानकारी उपलब्ध करायेंगे तथा किसानों की समस्याओं का समाधान करेंगे । जैविक उत्पाद को बढ़ावा देने के लिये प्रदर्शन एवं इसके विक्रय के लिये उपलब्ध कराया जायेगा । विभिन्न विभागों के अनुमानित 50 स्टॉल लगाये जायेंगे । जिनमें शासकीय विभागों, संस्थाओं, बैंकों के अलावा स्वयंसेवी संगठनों, निजी क्षेत्र की कंपनियां, खाद, बीज, कीटनाशक दवा, उपकरणों से संबंधित निजी व्यापारी भी सम्मिलित होंगे । जिले के प्रत्येक ग्राम से कम से कम 10 किसान जिसमें सामान्य, अनुसूचित जाति, अनुसूचिज जनजाति, महिला लघु सीमांत कृषक जो मित्र किसान एवं दीदी है भाग लेंगी । मेले आयोजन के लिये जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कृषि महाविद्यालय, कृषि अनुसंधान केन्द्र एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों की महत्वपूर्ण भूमिका निर्धारित की गई है । मेले के सफल आयोजन के क्रियान्वयन हेतु जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय कमेटी को दायित्व सौंपे गये हैं ।
मेला में मुख्य गतिविधियां रहेंगी
मेला आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है । इसमें मुख्य गतिविधियां इस प्रकार रहेंगी । मेले में तकनीकी हाल पंडाल मंच बनाया जायेगा । जिसमें मुख्य खरीफ फसलों के संबंध में नवीन तकनीकी के विषयों पर विस्तृत चर्चा होगी । चर्चा में बीज अदला-बदली, अफलन, सोयाबीन बीज दर को घटाना, कम लागत में अधिक उत्पादन करने पर समझाईश दी जायेगी । इसी तरह फूड प्रोसेसिंग टैक्नोलॉजी हॉल पंडाल बनाया जायेगा । इसमें प्रोसेसिंग के संबंध में किसानों के समूहों को प्रशिक्षित करने के लिय हॉल बनाये जायेंगे । समूहों में किसानों को जानकारी देने के लिये मुख्य रूप से उद्यानिकी विभाग के नोडल अधिकारी रहेंगे । सांस्कृति हॉल में सांस्कृति गतिविधियों का आयोजन होगा । सांस्कृति कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों को कृषि उन्नत तकनीक की जानकारी दी जायेगी । कठपुतली, लोकगीत, लोकनृत्य हेतु ग्रामीण विकास विभाग को नोडल अधिकारी बनाया गया है । पृथक से मार्केटिंग हॉल की व्यवस्था की जा रही है । इसमें कृषकों को अपने उत्पाद के बिक्री हेतु मूल्यों की जानकारी एवं फसल अनुसार उपयुक्त मूल्य दिलाने के लिये सीख सलाह दी जायेगी । यह कार्य मंडी बोर्ड द्वारा किया जायेगा । मंडी बोर्ड नोडल विभाग होगा । माडयूल का भी प्रदर्शनी होगा । स्टेक होल्डर कॉन्फ्रेंस में किसानों के ऋण प्रकरण बनाने, ऋण सुविधा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जायेगी । सलाह देने एवं वित्तीय व्यवस्था बनाने के लिये जिले के लीड बैंक अधिकारी नोडल अधिकारी के रूप में कार्य करेंगे । इसके अलावा इस व्यवस्था में सहयोग के लिये कॉ-ऑपरेटिव बैंक, आइ.सी.ए.आर. संस्थान, कृषि विश्वविद्यालय के व्ही.के.जे.एन.के.व्ही.व्ही प्रशिक्षण संस्थान नाफेड एन.एच.बी. बीज संघ मैनेज करेगा । कृषि सत्र प्रतिदिन आयोजित किया जायेगा जिसमें किसानों को उन्नत तकनीकी सलाह दी जायेगी ।
मेला आयोजन के लिये समिति का गठन
खरीफ फसल अभियान के पूर्व जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला आयोजन के लिये समिति का गठन किया गया है । आयोजन समिति में कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव अध्यक्ष होंगे । किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उप संचालक सदस्य सचिव रहेंगे ।
समिति में पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता, कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी, लीड बैंक अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री, नगर निगम ग्वालियर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, सहकारी बैंक के महाप्रबंधक, एम.पी एग्रो के जिला प्रबंधक, जिला विपणन अधिकारी, उद्यानिकी विभाग के उप संचालक, पशु चिकित्सा सेवा के संयुक्त संचालक, उप संचालक, मस्त्य, जलसंसाधन के कार्यपालन यंत्री, वन मंडलाधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी, आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक और मंडी बोर्ड के उप संचालक सदस्य मनोनीति किये गये हैं ।
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