गुरुवार, 22 मई 2008

पश्चिम बंगाल की आबकारी नीति की जानकारी ली श्री गौर ने

पश्चिम बंगाल की आबकारी नीति की जानकारी ली श्री गौर ने

 

भोपाल 21 मई 08 । वाणिज्यिक कर मंत्री श्री बाबूलाल गौर ने ने आज अपने दार्जिलिंग प्रवास के दौरान पश्चिम बंगाल सरकार के आबकारी अधिकारियों के साथ एक बैठक कर वहां की आबकारी नीति की जानकारी ली। बैठक में यह जानकारी मिली कि पश्चिम बंगाल की आबादी एवं प्रति व्यक्ति आमदनी मध्यप्रदेश से लगभग 25 फीसदी ज्यादा होने के बावजूद भी वहां की आबकारी आय मध्यप्रदेश की आबकारी आय से लगभग आधी है।

बैठक में पश्चिम बंगाल के एक्साइज कमिश्नर मोहम्मद बदरुद्दीन, दार्जिलिंग के एक्साईज सुप्रिन्टेन्डेन्ट श्री सुब्रतो विश्वास, एडीशनल एक्साइज सुप्रिन्टेन्डेन्ट श्री तपन महेतो, डिप्टी सुप्रिन्टेन्डेन्ट श्री मानिक सरकार और मध्यप्रदेश के आबकारी उपायुक्त श्री प्रकाश पांड़े मौजूद थे।

पश्चिम बंगाल के आबकारी अधिकारियों ने बताया कि उनके राज्य में एक डिस्टलरी है जिसमें देशी मदिरा का उत्पादन होता है। इसकी उत्पादन क्षमता राज्य में मदिरा की खपत के लिहाज से पर्याप्त नहीं है। परिणाम स्वरुप उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र एवं बिहार से देशी मदिरा के लिए रेक्टिफाइड स्प्रिट का आयात किया जाता है। इसी तरह पश्चिम बंगाल में बीयर उत्पादन की भी एक ही इकाई है। पश्चिम बंगाल में विदेशी मदिरा भी पड़ौसी राज्यों से आयात की जाती है। बैठक में जानकारी दी गई कि अप्रैल माह में पश्चिम बंगाल की आबकारी नीति में परिवर्तन कर डयूटी मदिरा के विक्रय मूल्य पर लगाई है। इससे वहां की आबकारी राजस्व में वृध्दि होने की संभावना है। मध्यप्रदेश में मदिरा पर डयूटी उत्पादन मूल्य पर लगाई जाती है। वाणिज्यिक कर मंत्री श्री गौर ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार की आबकारी नीति में परिवर्तन का अध्ययन किया जायगा। तदानुसार मध्यप्रदेश में भी नीति परिवर्तन पर विचार किया जा सकता है।

 

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