ग्रामीण क्षेत्र में परिवहन सुविधाओं को बढ़ावा दिया जायेगा, सड़के चौड़ीकरण के प्रस्ताव बुलाये जायेंगे
संभागीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न
ग्वालियर 22 मई 08 । सड़कों पर बढ़ती दुर्घटनाओं को रोकने तथा यातायात व्यवस्थाओं को सुगम बनाने के उद्देश्य को लेकर आज संभागीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन किया गया । बैठक की अध्यक्षता ग्वालियर संभाग के कश्मिनर डॉ. कोमल सिंह ने की । बैठक में पुलिस महानिरीक्षक श्री देवेन्द्र सिंह सेंगर, वन संरक्षक श्री आर.बी. सिंन्हा सहित ग्वालियर एवं चंबल संभाग के सभी कलेक्टर्स, पुलिस अधीक्षक, वन मंडलाधिकारी, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे ।
बैठक में ग्वालियर संभाग के कमिश्नर डॉ. कोमल सिंह ने ग्रामीण क्षेत्रों में यातायात के संसाधनों की बढ़ती हुई मांग को दृष्टिगत रखते हुये ग्वालियर एवं चंबल संभाग के सभी जिलों में गांव से जोड़ने वाली बनाई गई सड़कों पर प्रतिदिन एक-एक बस चलाई जाना चाहिये । उन्होंने कहा कि बस चलने से ग्रामीणों की बहुत बड़ी समस्या दूर हो जायेगी । कमिश्नर ने कलेक्टरों एवं क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों को निर्देश दिये कि इसका परीक्षण कर प्रस्ताव भिजवायें ताकि रूलर ट्रान्सपोर्ट को क्रियान्वित किया जा सके । कमिश्नर ने राष्ट्रीय राजमार्गों के इंजीनियरों एवं क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों से कहा कि ऐसी सकरी सड़के एवं खतरनाक पुल-पुलिया रपटों एवं खतरनाक मार्गों को चिन्हित कर तकनीकी सुधार के प्रस्ताव भिजवायें ताकि सकरी सड़कों का चौड़ीकरण एवं पुल पुलियों का पुन निर्माण कराया जा सके । सड़कों पर आवरा पशुओं की नगरपालिका एवं नगर पंचायत द्वारा रोकथाम नहीं करने पर कमिश्नर ने कहा कि आवारा पशुओं की रोकथाम करना नगरनिगम के कर्तव्यों का हिस्सा है । अगर ऐसी लापरवाही होती है तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही होना चाहिये । कमिश्नर ने सभी कलेक्टरों एवं पुलिस अधीक्षकों से कहा कि वे अपने-अपने जिलों में सड़क सुरक्षा समिति की बैठकें आयोजित कर बढ़ते हुये यातायात दबाव को कम करने हेतु वैकल्पित व्यवस्थायें अपनाते हुये यातायात को सुगम बनाने की कार्य योजनायें बनायें । बैठक में बनने वाले वाईपास मार्गों पर भी विस्तार से चर्चा की गई ।
बैठक में वाहनों के आगे पीछे रिफलेक्टर (चमकने वाली परावर्तनी लाईट) लगाने के लिये प्रत्येक जिले में अभियान चलाकर अंतिम रूप देने के निर्देश दिये गये ।
बैठक में यह भी निर्देश दिये गये कि जिन सामाजिक संस्थाओं को चार एबुलेंस दी गई हैं उनकों बुलाकर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक बैठक लेकर उनसे कॉन्टेक्ट नंबर ले ताकि घटना दुर्घटना के समय उन्हें बुलाकर उनकी सेवा ली जा सके । पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि सूचना देने पर अगर एन.जी.ओ. एबुलेंस लेकर नहीं आते हैं । तो उनसे वाहन वापस लेने की कार्यवाही भी की जाये । बैठक में हाईवे पर स्थित समस्त चौहरों तथा हाइवे को जोड़ने वाली सड़क के दोनों और चमकने वाले संकेत तथा रात्रि काल में सोलर लाईट को प्रदर्शित करने के भी निर्देश दिये । हाईवे पर देर रात एवं अल सुबह यात्रा न करने संबंधी सलाह प्रचार-प्रसार के माध्यमों को दी जाये । डबरा में हुई दुर्घटना को दृष्टिगत रखते हुये कमिश्नर ने ऐसे होर्डिगों को हटाने के निर्देश दिये जिनसे दुर्घटनायें होने की संभावनायें होती हैं ।
मोबाइल से बात करते पाये जाने पर 500 रूपये का जुर्माना होगा
वाहन चलाने के दौरान मोबाइल पर बात करते पाये जाने पर यातायात पुलिस द्वारा वाहन चालक पर 500 रूपये का जुर्माना किया जायेगा । यह निर्णय आज संभागीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में दिया गया । पुलिस महानिरीक्षक श्री देवेन्द्र सिंह सेंगर ने कहा कि वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करना लापरवाही की श्रेणी में आता है । इससे दुर्घटना भी हो सकती है । उन्होंने कहा कि वाहन चालने के दौरान मोबाइल पर बात करते पाये जाने पर प्रथम वार 500 रूपये का जुर्माना किया जायेगा । दूसरी बार पकड़ने पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी । इसका रिकॉर्ड यातायात पुलिस द्वारा संधारित होगा । पुलिस महानिरीक्षक ने चार पहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट बांधकर चलाने तथा दो पहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनकर चलाने की भी हिदायत दी ।
परिवहन अधिकारी अब 3 दिन अशोकनगर में कार्य करेंगे
गुना के परिवहन अधिकारी को अब सप्ताह के तीन दिन अशोकनगर में बैठकर कार्य संपादित करने के निर्देश आयुक्त ने दिये । अशोगनगर के पुलिस अधीक्षक द्वारा उठाये गये मुद्दे पर कमिश्नर डॉ. कोमल सिंह ने परिवहन अधिकारी गुना को निर्देश दिये कि वे तीन दिन गुना और तीन दिन अशोकनगर में अपना काम संपादित करेंगे तथा कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से लगातार संपर्क बनाये रखेंगे।
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