शुक्रवार, 20 जून 2008

जिला कलेक्टर ने डबरा जनपद पंचायत के दूरस्थ गांवों में पहुंचकर जन समस्याओं का लिया जायजा

जिला कलेक्टर ने डबरा जनपद पंचायत के दूरस्थ गांवों में पहुंचकर जन समस्याओं का लिया जायजा

नवनिर्मित तालाब व अन्य कार्यों का भी किया निरीक्षण

ग्वालियर 19 जून 08 । जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने आज जनपद पंचायत डबरा के दूरस्थ ग्रामों में पहुंचकर सूखा राहत मद व रोजगार गारण्टी योजना के तहत बनाई गईं जल संरचनाओं व अन्य कार्यों का जायजा लिया। साथ ही ग्रामीणों से रू-ब-रू होकर उनकी कठिनाईयाँ व समस्यायें सुनीं और राज्य शासन की उच्च प्राथमिकता वाली अन्य योजनाओं की जमीनी हकीकत भी जानी। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी उनके साथ थे ।

       बरसात के मौसम में कीचड़ भरे रास्तों से गुजरते हुये जिला कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने जिन कार्य स्थलों तक वाहन नहीं पहुंच सका वहां तक की दूरी पैदल भी तय की । उन्होंने भ्रमण की शुरूआत जनपद पंचायत डबरा के ग्राम सूखापठा से की । इस ग्राम में सूखा राहतमद से करीबन 4 लाख 85 हजार रूपये की लागत से बनाये गये तालाब और रोजगार गारण्टी योजना के तहत पौने दो लाख रूपये की लागत से हो रहे पोखर निर्माण का जायजा लिया । जिला कलेक्टर ने ग्राम इकोना के अंतर्गत सूखा राहतमद से करीबन 4 लाख 95 हजार रूपये की लागत से बने तालाब और जरूरतमंदों को रोजगार देने के लिये रोजगार गारण्टी योजना के तहत 3 लाख 28 हजार रूपये की लागत से बनाये जा रहे एक अन्य तालाब का अवलोकन किया। ये सभी तालाब हाल ही में हुई वर्षा से भर गये हैं ।

उक्त जल संरचनाओं के निर्माण के दौरान जिला कलेक्टर ने संबंधित तकनीकी अधिकारियों को हिदायत दी कि वर्षा हो जाने से तालाब की पार (वण्ड) की मिट्टी काफी नम हो गई । अत: इसे दुरमट आदि से कूटकर मजबूती प्रदान करें । साथ ही तालाब की बेस्ट वीयर आदि को भी सुदृढ़ कर लें । उन्होंने कहा कि सूखा राहत मद एवं रोजगार गारण्टी योजना से बनाये गये सभी तालाबों की बेहतर फिनसिंग सुनिश्चित करें । जिला कलेक्टर ने उक्त कार्यों के मस्टरोल, श्रमिकों को प्रदान किये गये जॉब कार्ड और भुगतान की स्थिति का भी बारीकी से परीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से स्पष्ट तौर पर कहा कि श्रमिकों को मजदूरी का भुगतान हर हालत में समय पर हो जायें ।

जन समस्यायें भी सुनीं

       भ्रमण के दौरान जिला कलेक्टर ने आदिवासी बहुल बस्ती गोल पहाड़िया, सूखा पाठा व इकोना के लोगों से रू-ब-रू होकर उनकी कठिनाईयां व समस्यायें भी सुनीं । उन्होंने गोल पहाड़िया की 65 वर्ष से ऊपर की सहरिया आदिवासी महिलाओं को पात्रतानुसार वृध्दावस्था पेंशन स्वीकृत कराने के निर्देश जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दिये । ग्राम इकोना की पेयजल समस्या के समाधान के लिये कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सहायक यंत्री को इस ग्राम में केम्प करने की हिदायत भी दी है । ग्राम सूखापाठा के गड़रा नाले पर तालाब सह स्टॉप डेम बनाने के लिये प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश कलेक्टर ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री को दिये हैं । भ्रमण के दौरान उन्होंने बिलौआ के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण भी किया ।

तालाब भरने से खुशियाँ मना रहे हैं गांववासी

       सूखापठावासियों ने जलाभिषेक अभियान के तहत मिली सरकारी मदद से बीते चार वर्षों के दौरान जल सहेजने के लिये छ: जल संरचनायें (तालाब) तो बना लीं, किन्तु बीते वर्षों में हुई कम वर्षा से ये तालाब खाली ही रहे । लेकिन इस बार सूखापठा ग्राम में दूसरा ही नजारा है । यहां के सभी तालाब मानसून की पहली ही वारिस में पानी से लबालब हो गये हैं, जिससे यहां के लोगों के चेहरे पर आई खुशी की चमक साफ देखी जा सकती है । यहां पर आये जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने जब लोगों से पूँछा तालाब के पानी का आप लोग क्या करोगे । तब वे खुशी-खुशी कहने लगे हम सिंचाई करेंगे, हमारे पशुओं को पानी मिलेगा और सबसे बड़ी बात हमारे गांव का जल स्तर बढ़ जायेगा, जिससे गर्मी में होने वाली पेयजल की किल्लत से निजात मिल सकेगी ।

 

तालाबों के किनारे समूह में लगायें पेड़

       जल संरचनाओं का जायजा लेने ग्रामीण अंचल के भ्रमण पर निकले जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने तालाबों के समीप की सरकारी जमीन पर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कराने पर बल दिया । उन्होंने कहा कि चूंकि इस समय वरसात हो जाने से तालाबों की खुदाई का काम नहीं किया जा सकता । इसलिये तालाब के किनारे समूह में वृक्षारोपण करायें, जिससे जरूरतमंदों को रोजगार भी मिल सके और हरियाली महोत्सव के उद्देश्य की पूर्ति भी हो सके । उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि लगाये गये पौधों की सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध भी किये जायें, जिससे पौधे आगे चलकर पेड़ बन सकें ।

 

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