शनिवार, 28 जून 2008

तेजी से व गुणवत्ता के साथ योजनाओं पर अमल करें -श्री दाणी

तेजी से व गुणवत्ता के साथ योजनाओं पर अमल करें -श्री दाणी

संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में विकास आयुक्त के निर्देश

       ग्वालियर 26 जून 08 । ग्वालियर एवं चंबल संभाग में सरकार द्वारा संचालित ग्रामीण विकास योजनाओं की आज पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव एवं विकास आयुक्त श्री आई.एन.दाणी ने विस्तार से समीक्षा की । यहॉ राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार  संस्थान में सम्पन्न हुई बैठक में श्री दाणी  ने दोनों संभागों के जिला कलेक्टर्स व जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों समेत अन्य संबंधित अधिकारियों को  ग्रामीण विकास योजनाओं में गुणवत्ता के साथ गति लाने के निर्देश दिये । साथ ही पॉवर पाइण्ट प्रजेण्टेशन के जरिये योजनाओं के संबंध में शासन के नये दिशा निर्देशों की जानकारी भी दी गई । विकास आयुक्त ने यह भी निर्देश दिये कि सरकार के निर्देशाों के तहत हर जिले में लेबर बजट तैयार करें । साथ ही जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगारानी समितियों की बैठकें भी नियमित रूप से आयोजित की जायें । वन विभाग के वर्किग प्लान पर तेजी से अमल करने के निर्देश वन अधिकारियों को विकास आयुक्त ने दिये । उन्होने वन विभाग को हरियाली प्रोजेक्ट के लिए स्वस्थ पौधे पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराने की भी हिदायत दी।

       बैठक में ग्वालियर संभाग के आयुक्त डॉ कोमल सिंह,चंबल संभाग आयुक्त श्री एस बी अग्रवाल,भोपाल से आये राज्य ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शैलेन्द्र सिंह,राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना की राज्य समन्वयक श्रीमती रश्मि अरूण शमी, दोनों संभागों के सभी जिलों के कलेक्टर,वन मण्डलाधिकारी व जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, भोपाल से आये विभिन्न योजनाओं के प्रभारी अधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकाकारी मौजूद थे ।

       समुदाय के सहयोग से पौधरोपण करने पर बल देते हुये विकास आयुक्त श्री दाणी ने कहा हरियाली महोत्सव में स्व-सहायता समूहों को भी भागीदारी बनायें और उन्हें पौधरोपण से लेकर पौधों की सुरक्षा का दायित्व  सौंपे । उन्होंने कहा जो भी पौधे लगाये जायें वे हरे भरे अर्थात गुणतत्ता वाले होना चाहिये, जिससे ये आगे चलकर पेड़ वन सके । श्री दाणी ने कहा पौधों की खरीदी सबसे पहले शासकीय रोपणियों से करें ,यदि वहाँ से लक्ष्य के अनुरूप पौधों की आपूर्ति संभव न हो तब निर्धारित प्रक्रिया के तहत पौधों की खरीदी करें । उन्होंने निर्देश दिये कि चूंकि इस वर्ष शुरू से ही अच्छी बारिश हुई है इसलिए नये स्थान पर पौधे लगाने के साथ-साथ उन गेप को भी भरें जो पूर्व वर्षो में लगाये गये पौधों के जिन्दा न रहने से खाली हो गये है । ग्वालियर संभाग के आयुक्त डॉ.कोमल सिंह ने नीम की निबोलियां बोने और ग्वालियर जिला कलेकटर श्री आकाश त्रिपाठी ने ऊसर जमीन पर जेट्रोफा लगाने का सुझाव दिया।बैठक में बताया गया कि ग्वालियर स्थित वन विभाग की तपोवन नर्सरी में करीबन 20 लाख पौधे उपलब्ध हैं । साथ ही अन्य शासकीय रोपणियों से भी दोनो संभाग के सभी जिलों को पौधों की आपूर्ति की जायेगी।

       राष्ट्रीय रोजगार गारण्टी योजना की समीक्षा के दौरान विकास आयुक्त ने कहा इस योजना के पीछे सरकार का उद्देश्य है कि जरूरतमंद अनुसूचित जाति,जनजाति व बी.पी.एल.परिवारों को आसानी से अपने गॉव के समीप ही 100 दिवस का रोजगार मिल जाये। इसलिए ग्रामीण अंचल में रोजगार गारण्टी योजना के तहत पर्याप्त संख्या में रोजगार मूलक कार्य खोले जायें । बैठक में निर्देश दिये गये कि जॉब कार्ड संबंधित हितग्राही के पास ही रहे , न कि सरपंच अथवा किसी शासकीय ऐजेन्सी के पास । बैठक में यह भी निर्देश दिये गये कि सबसे पहले उन जॉब कार्ड धारियों के खाते खुलवायें जिन्हे रोजगार की जरूरत है । साथ ही खाते गांव की नजदीकी बैंक में ही खोलें । श्री दाणी ने साफ तौर पर कहा कि श्रमिकों को मजदूरी का भुगतान हर हालत में समय पर हो जाये । रोजगार गारण्टी योजना के तहत जल संरक्षण व संवर्धन से संबंधित कार्यो को प्रमुखता से मंजूर करने पर भी बैठक में बल दिया गया

       बैठक में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना,मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम,स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना,वित्त आयोग,समग्र स्वच्छता अभियान,इन्दिरा आवास योजना तथा जल ग्रहण क्षेत्र प्रबंधन मिशन के तहत चल रहे कार्यो की समीक्षा की गई । साथ ही लंबित न्यायालयीन व शिकायती प्रकरणों के निराकरण की स्थिति और लंबित विधान सभा आश्वासनों व प्रश्नों के निराकरण की स्थिति की जिलेवार समीक्षा की गई ।

       बैठक के अन्त में  ग्वालियर संभाग के आयुक्त डॉ.कोमल सिंह व चंबल संभाग के आयुक्त श्री अग्रवाल ने आज की बैठक में दिये गये निर्देशों पर तेजी से अमल करने के लिए प्रमुख सचिव को आश्वस्त किया । साथ ही संबंधित अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि वे समयबद्व कार्यक्रम बनाकर काम करें जिससे योजनाओं की प्रगति स्पष्ट रूप से दिखाई दे ।

ग्वालियर कलेक्टर के सुझाव को मिली सराहना

       रोजगार गारंटी योजना का संयोजन यदि अन्य योजनाओं से कर दिया जाये तो बरसात के मौसम में भी न केवल कार्यों को गति दी जा सकती है बल्कि स्थाई परिसम्पत्तियों का सृजन भी किया जा सकता हे । ग्वालियर के जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने यह उपयोगी सुझाव आज यहां सपंन्न हुई संभागस्तरीय समीक्षा बैठक में दिया । उन्होंने बताया कि रोजगार गारंटी योजना को यदि वित्त आयोग, मूलभूत योजना व स्थानीय क्षेत्र विकास योजनाओं से संयोजित कर दिया जाये तो बरसात के मौसम में भी कच्ची सड़कों को पक्का किया जा सकता, पक्की नालियां तथा गांवों में सीसी रोड का निर्माण किया जा सकता है । इससे गांवों में साफ-सफाई बढ़ेगी और समग्र स्वच्छता अभियान के उद्देश्य की पूर्ति भी होगी । जिला कलेक्टर ग्वालियर के इस सुझाव को आज की बैठक में सभी ने सराहा ।

जमीनी हकीकत जानने आये अधिकारियों ने सुनाये जिलेवार अनुभव

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने प्रदेश के सभी जिलो में भोपाल स्तर से पृथक-पृथक अधिकारी भेजकर ग्रामीण विकास योजनाओं का पर्यवेक्षण कराया है । इस कड़ी में ग्वालियर एवं चंबल सभाग के जिलों में योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने आये अधिकारियों ने आज की बैठक में अपने अपने अनुभव सुनाये व प्रतिवेदन प्रस्तुत किये । विकास आयुक्त श्री आई.एन दाणी ने इन अधिकारियो द्वारा दोनो संभागों के विभिन्न जिलों में बताये गये अच्छे कामों की सराहना की और सामने आई कमियों को दूर करने की हिदायत भी दी ।

 

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