मंगलवार, 17 जून 2008

पांच दिवसीय शिव राज्याभिषेक समारोह शुरू प्रथम दिन शिव राज्याभिषेक एवं सूर्य पुत्र नृत्य नाटकों की मनमोहक प्रस्तुति

पांच दिवसीय शिव राज्याभिषेक समारोह शुरू प्रथम दिन शिव राज्याभिषेक एवं सूर्य पुत्र नृत्य नाटकों की मनमोहक प्रस्तुति

ग्वालियर 16 जून 08 । छत्रपति श्री शिवाजी महाराज स्मारक समिति के तत्वावधान में भारतीय गणराज्य के प्रवर्तक हिन्दु पदपाद्शाही के संस्थापक छत्रपति श्री शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक दिवस के अवसर पर शिवाजी उद्यान सिटी सेंटर ग्वालियर में आज से पांच दिवसीय श्री शिव राज्याभिषेक समारोह शुरू हुआ । समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने दीप प्रज्ज्वलित कर छत्रपति शिवाजी महाराज के चित्र पर माल्यापर्ण कर समारोह का शुभारंभ किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के जलसंसाधन एवं उच्च शिक्षा मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने की । इस अवसर पर 15 लाख 74 हजार रूपये की राशि से नवनिर्मित खुले रंगमंच का भी लोकापर्ण किया गया । समारोह में ग्वालियर के कलाकारों द्वारा शिव राज्याभिषेक एवं सूर्य पुत्र हिन्दी नाटकों की आकर्षक एवं मनमोहक प्रस्तुति दी गई ।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने राज्याभिषेक समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा कि ग्वालियर नगर के सांस्कृतिक इतिहास में पहली बार श्री शिवाजी का राज्याभिषेक सभी ने अपनी आंखों से देखा है ।  उन्होंने इस आयोजन के लिये डॉ. रघुनाथराव पापरीकर को साधुवाद देते हुये कहा कि डॉ. पापरीकर ऐसी शक्सीयत है जो कि संकल्प के धनी, अपनी धुन के पक्के और अपने विचारों के लिये हमेशा समर्पित रहे हैं ।  ऐसे व्यक्तित्व बहुत कम मिलते हैं । इनके जीते जी और उनके न रहने पर उनकी जीवन पध्दति से हम सभी को प्रेरणा मिलती रहेगी । उन्होंने कहा कि ऐसे बिरले राजनीतिज्ञ होते हैं जो राजनीति से ऊपर उठकर समाज एवं राष्ट्रवाद एवं देश के लिये प्रेरणा का कार्य करते हैं उनमें से एक डॉ. पापरीकर हैं जिनके लिये श्रध्दा से हम सभी नतमस्तक हो जाते हैं । उनके इस प्रकार कार्य में सहयोग करना हमारा सौभाग्य है । श्री तोमर ने कहा कि इस खुले मंच पर अनेकों नाटकों के मंचन होते रहेंगे जो कि ग्वालियर के लिये प्ररेणा स्त्रोत बनेंगे । इस प्रकार के आयोजन समाज में रक्त संचार के लिये आवश्यक हैं ।

उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी ने संकट के समय में हिन्दु संस्कृति को बचाने के लिये अपनी शक्ति, कर्मठता एवं बुध्दि के बल पर हिन्दु साम्राज्य को पुन: स्थापित किया । श्री तोमर ने कहा कि देश एवं विश्व की मानवता एवं सभ्यता को बचाने एवं राष्ट्रवाद के कार्यक्रम आवश्यक है । जिससे नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलगी। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष उनकी माताश्री जीजा बाई के जीवन पर केन्द्रित कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा । 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये जलसंसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने कहा कि डॉ. पापरीकर ने जो एक सपना देखा था वह सपना आज साकार हुआ है । इस कार्य के लिये जहां वे अकेले चले थे वहीं कांरवा आगे बढ़ता चला गया । श्री मिश्रा ने कहा कि डॉ. पापरीकर ने शिव राज्याभिषेक समारोह के माध्यम से आने वाली पीढ़ी को शिवाजी के निकट ले जाने का प्रयास किया है। इस कार्यक्रम के माध्यम से शिवाजी के आर्दर्शों एवं विचारों को आम जनता तक पहुंचेंगे । श्री मिश्रा ने सफल आयोजन की सहारना करते हुये कहा कि आज का दिन डॉ. पापरीकर के सम्मान एवं अविनंदन का दिन हैं ।

नगर निगम ग्वालियर के महापौर श्री विवेक शेजवलकर ने कहा कि छत्रपति शिवाजी एक महान योध्दा थे । इनके जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिये और उनके आर्दर्शों को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है । कार्यक्रम के प्रारंभ में साडा के अध्यक्ष श्री जयसिंह कुशवाह ने स्वागत भाषण देते कहा कि ग्वालियर एक सांस्कृतिक नगरी होने के कारण इसका देश एवं दुनिया के नक्शें अपना एक विशेष महत्व है ।

ग्वालियर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री धीरसिंह तोमर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि शिवाजी उद्यान में खुला रंगमंच निर्मित किया गया है उसमें ग्वालियर विकास प्राधिकरण द्वारा 11 लाख रूपये एवं पूर्व सांसद श्री जयभान सिंह पवैया द्वारा 5 लाख रूपये की राशि प्रदाय की गई थी ।

समारोह को आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. रघुनाथराव पापरीकर ने कहा कि शिवाजी राज्याभिषेक समारोह का आयोजन सभी के सहयोग से ही संभव हो सका है । उन्होंने इसके लिये सभी के प्रति आभार व्यक्त किया । समारोह में पूर्व विधायक ब्रिगेडियर पवार, भाजपा के राष्ट्रीय एन.जी.. संयोजक श्री चेतन कश्यप, पूर्व महापौर श्री चिमन भाई मोदी, श्री विष्णु जैन, श्री रामसिंह धाकरे, पूर्व महापौर श्री मावध शंकर इंद्रापुरकर, नगर निगम के सभापति श्री बृजेन्द्र सिंह जादौन सहित संगीत एवं कलाप्रेमी उपस्थित थे ।  कार्यक्रम के अंत में आयोजन समिति द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किये गये। कार्यक्रम के अंत में आभार श्री विष्णु जी ने व्यक्त किया । कार्यक्रम का संचालन श्री महेश मुदगल ने किया ।

प्रथम दिन दो नृत्य नाटकों की मनमोहक प्रस्तुति दी गई

पांच दिवसीय शिव राज्याभिषेक समारोह के प्रथम दिन श्री छविनायक के निर्देश में श्री शिवाजी राज्याभिषेक पर नृत्य नाटिका की मनमोहक एवं आकर्षक प्रस्तुति दी गई । नृत्य नाटिका में अदिति शर्मा, प्रेरणा प्रधान, प्राची प्रधान, मनीषा परिहार, आंकाक्षा यादव, नीतू मौर्य, सीमा परवीर, नैन्सी गुप्ता, शालू सक्सैना, दीक्षा खनविलकर, विनीता रावत, मोनिका बाथम, रजनी शाक्य, विशाखा अग्रवाल, आरती परिहार, अर्चना कुशवाह, रीना मरैया, अंकिता सिंह, उर्वशी सक्सैना, वैष्णवी अग्रवाल, सौरभ धाकड़, कुणाल बाथम, मनोज खैरोलिया, कौशलेन्द्र यादव, राहुल गंभीर, जितेन्द्र पाटनकर, सचिन शाक्य, गौरव शाक्य, भूपेन्द्र यादव सहित अन्य कलाकारों ने प्रस्तुति दी । इसी अवसर पर महाराज श्री होसाय गम्भा सिंह के निर्देशन में सूर्य पुत्र नाटक का शानदान मंचन किया गया । जिसे सभी ने सराहा ।

 

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