गरीबी व पिछड़ापन दूर कर ही वास्तविक सुराज संभव- श्री आडवाणी
ग्वालियर में हुआ वीरांगना लक्ष्मीबाई बलिदान मेले का आयोजन
ग्वालियर 18 जून 2007
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा है कि देशभक्तों की शहादत की बदौलत हमें स्वराज तो मिला परन्तु उसे अब तक सुराज में परिवर्तित नहीं किया जा सका है । देश भक्तों की सुराज्य की परिकल्पना तभी साकार होगी जब देश से गरीबी , पिछड़ापन व अशिक्षा दूर होगी और नारी सशक्तिकरण को मजबूती मिलेगी । श्री आडवाणी आज संध्या यहाँ ग्वालियर में स्वतंत्रता संग्राम की 150 वें वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित शहीद मेले के मुख्य समारोह को संबोधित कर रहे थे ।
ग्वालियर में वीरांगना लक्ष्मीबाई के बलिदान मेले के आयोजन की सराहना करते हुए श्री आडवाणी ने कहा कि वीरता के उदाहरण देश को प्रेरणा देते हैं । भारतीय प्राचीन ग्रंथों में भी निर्भयता व वीरता को दैवीय गुणों में प्रमुख स्थान दिया गया है । उन्होंने यहाँ के बलिदान मेले को स्थाई बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि इसे ऐसा रूप दिया जाए, जिससे लोग सन 1857 की क्रान्ति की स्मृति को चिर स्थाई बना सकें । नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिस जगह पर आज बलिदान मेले का आयोजन हुआ है वहाँ 150 वर्ष पूर्व महारानी लक्ष्मी बाई तथा अनेक साधुओं ने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी । इसलिए यह स्थान देश भक्तों के लिए अण्डमान की सेलुलर जेल के समान एक तीर्थ स्थान है ।
नेता प्रतिपक्ष ने मध्य प्रदेश में नारी सशक्तिकरण के लिए किये जा रहे प्रयासों तथा लक्ष्मी बाई बलिदान मेले में सहयोग देने के लिए प्रदेश सरकार की सराहना की । उन्होंने मेले में मौजूद खासतौर पर युवा पीढ़ी का आव्हान किया कि वे देश भक्तों व वीरों की लिखी कितावें पढ़े, जिससे उनमें देश भक्ति का जज्बा पैदा हो सके।
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर कहा कि देश पर मर-मिटने वाले शहीदों को तभी सच्ची श्रध्दान्जलि मानी जाएगी, जब हम उनके सपनों के लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें । प्रदेश सरकार इस दिशा में पूरी तन्मयता से काम कर रही है । सरकार ने एक ओर जहाँ वीरांगना लक्ष्मी बाई के बलिदान मेले को और भव्यता प्रदान करने में सहयोग प्रदान किया है । साथ ही बलिदान दिवस अर्थात 18 जून को प्रदेश भर में महिलाओं के लिए विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया गया , जिससे प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को गति प्रदान की जा सके । मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अब बालिकायें बोझ नहीं अपितु वरदान है इसके लिए सरकार ने जहाँ बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए योजनाओं की श्रंखला चलाई है वहीं लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजना के माध्यम से बालिकाओं के समग्र कल्याण की दिशा में कदम बढ़ाये हैं । उन्होंने बताया कि महिलाओं के कल्याण के लिए संचालित मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत प्रदेश में इस वर्ष 40 हजार से अधिक गरीब कन्याओं के हाथ पीले किये गये हैं ।
मुख्यमंत्री ने इस मेले में आये लोगों को आश्वस्त किया कि ग्वालियर में बलिदान मेला स्थल पर शहीद पार्क स्थापित करने के संकल्प को पूरा करने में प्रदेश सरकार हर संभव सहयोग देगी । उन्होंने इस अवसर पर प्रदेश में शुरू होने जा रहीं बहुप्रतीक्षित बिजली परियोजनाओं के बारे में भी जानकारी प्रदान की । श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के बच्चों को महापुरूषों के सद्कार्यों से प्रेरणा मिल सके इसके लिए पाठय पुस्तकों में महापुरूषों की जीवनियों व उनके कार्यों को शामिल किया जा रहा है ।
राज्यसभा की पूर्व उप सभापति श्रीमती नजमा हेपदुल्ला ने कहा कि ग्वालियर का बलिदान मेला शहीदों को याद करने की दिशा में एक सराहनीय पहल है । उन्होंने कहा कि महारानी लक्ष्मीबाई नाम से लक्ष्मी , कर्म से दुर्गा और मन से सरस्वती के सद्श्य थीं । उनकी जीवनी से प्रेरणा लेकर युवाओं को सही दिशा मिलेगी ।
कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पूर्व प्रवक्ता श्री राम माधव ने भी अपने विचार व्यक्त किए । स्वागत उद्बोधन प्रदेश के संस्कृति राज्य मंत्री श्री लक्ष्मी कांत शर्मा ने प्रस्तुत किया । बलिदान मेले के संयोजक श्री जयभान सिंह पवैया ने बलिदान मेले के इतिहास व इसे आयोजित करने के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला ।
कार्यक्रम में प्रदेश के जल संसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा, स्कूल शिक्षा मंत्री डा. नरोत्तम मिश्र, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम सिंह , सामाजिक न्याय राज्य मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, राज्य सभा सांसद श्रीमती माया सिंह , महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर विधायक गण तथा अन्य जन प्रतिनिधि, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा बड़ी संख्या में नगरवासी मौजूद थे ।
वनवासी कल्याण परिषद को नवाजा गया अमर शहीद आजाद सम्मान से
नजमा हेपतुल्ला व स्वतंत्रता सेनानी भी सम्मानित हुए
वीरांगना समाधि स्थल के समीप आयोजित बलिदान मेले में अतिथियों ने प्रदेश सरकार के स्वराज संस्थान संचालनालय के अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद राष्ट्रीय सम्मान से अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम, जशपुर नगर (छत्तीसगढ़) को नवाजा । राज्य सभा की पूर्व उप सभापति श्रीमती नजमा हेपतुल्ला को वीरांगना सम्मान से नवाजा गया । समारोह में महारानी लक्ष्मी बाई के दत्तक वंशज व शहीद तात्या टोपे के के वंशजों को भी सम्मानित किया गया । साथ ही खेरूल्ला खान सहित अन्य स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया । जनसंपर्क विभाग के आयुक्त श्री मनोज श्रीवास्तव ने वनवासर कल्याण को प्रदान किये गये सम्मान पत्र का वाचन किया ।
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