शिक्षा सत्र शुरू होने से पूर्व छात्रावास- आश्रमों की व्यवस्थायें सुदृढ़ करें - कलेक्टर
ग्वालियर 14 जून 2007
अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जन जाति वर्ग के विद्यार्थियों के लिए जिले में संचालित सभी छात्रावास- आश्रमों की व्यवस्थायें नये शिक्षण सत्र के प्रारंभ होने से पूर्व सुदृढ़ कर ली जायें । यह कार्रवाई अभियान बतौर की जायें, इसमें किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं होगी ।
यह निर्देश जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग तथा अन्य संबंधित अधिकारियों को दिए हैं । उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने अनुसूचित जाति - जन जाति के छात्रावासों - आश्रमों के सुदृढीकरण एवं रख- रखाव के लिए सभी जिला कलेक्टर्स को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं ।
शासन ने जिला कलेक्टरों को निर्देश दिये हैं कि वे नये शैक्षणिक सत्र प्रारम्भ होने से पहले सभी छात्रावासों-आश्रमों का एक विशेष अभियान चलाकर एक बार पुन: निरीक्षण अपने स्तर पर करवायें। यदि संस्थाओं में कोई कमी परिलक्षित होती है तो उसको पूरा कर लिया जाये। निरीक्षण के लिये प्रत्येक विकासखण्ड स्तर पर एक तीन सदस्यीय समिति का गठन करने को कहा गया है । यह समिति दूसरे विकासखण्ड में संचालित सभी संस्थाओं का पूर्व में जारी स्थायी निर्देशानुसार निरीक्षण कर प्रतिवेदन सात दिन में प्रस्तुत करेगी।
विकासखण्ड स्तरीय समिति के प्रतिवेदन के लिये 20 जून तक की समय-सीमा निर्धारित की गई है। साथ ही जिलों के अधीन विकासखण्डों का एकजाई प्रतिवेदन तैयार कर 25 जून, 2007 तक विभाग को भेजने को कहा गया है। प्रतिवेदन में इस बात का उल्लेख करने को भी कहा गया है कि अधीनस्थ जिले में संचालित सभी संस्थाओं में पायी गई कमियां दूर कर ली गई हैं। साथ ही विभागीय छात्रावास तथा आश्रमों के लिये पूर्व में जारी स्थाई निर्देश के मान से सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली गई हैं।
सर्वश्रेष्ठ छात्रावास- आश्रम को मिलेगा उत्कृष्टता पुरस्कार
राज्य शासन ने सर्वश्रेष्ठ छात्रावास-आश्रमों के लिये उत्कृष्टता पुरस्कार योजना भी लागू की है। इस संबंध में जिला कलेक्टर विकासखण्ड स्तरीय समिति के प्रतिवेदन के आधार पर जिले में संचालित शैक्षणिक संस्थाओं, छात्रावासों एवं आश्रमों में से उत्कृष्ट संस्था को इस योजनांतर्गत पुरस्कार दिये जाने की अनुशंसा भेजेंगे ।
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