कृषि दर्शन कार्यक्रमों के बारे में किसानों से भी चर्चा करें
- कलेक्टर
ग्वालियर 21 जून 2007
कृषि दर्शन कार्यक्रम के तहत किसानों के हित में प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों के संबंध में क्षेत्र में भ्रमण के दौरान किसानों से चर्चा की जाये । उनकी कार्यक्रमों के संबंध में प्रतिक्रियाओं व उनमें आये बदलाव की जानकारी ली जाये । नई तकनीक के उपयोग के संबंध में अनुभवी किसानों से चर्चा के कार्यक्रम भी कृषि दर्शन के तहत प्रसारित किये जाये ।
कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव ने ये बात आज यहाँ नैरोकास्ंटिग के तहत कृषि दर्शन कार्यक्रम के संबंध में आयोजित जिला स्तरीय समिति की अध्यक्षता करते हुए कही । बैठक में दूरदर्शन और आकाशवाणी से किसानों के हित में प्रसारित कार्यक्रमों के संबंध में समीक्षात्मक रिपोर्ट देने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया । बैठक में जुलाई से सितम्बर की अवधि में प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों के विषयों पर भी चर्चा की गई । इस अवधि में खरीफ में अन्तर्वतीय फसलों से अधिक लाभ, फसलों में खरपतवार प्रबंधन, फसलों में जल प्रबंधन, फसलों में पोषण तत्वों की कमी के लक्षण एवं उनका निदान, जैव उर्वरकों का उपयोग कब और कैसे करें , मृदा परीक्षण के लिए नमूने कब और कैसे लें एवं रिपोर्ट के आधार पर उर्वरकों का उपयोग, संकुल एवं संकर किस्मों के बीजों का संरक्षण , वर्षा जल संग्रहण , तिलहनी फसलों में प्रमुख बीमारियों का प्रबंधन , बाजरा में बीमारियों की समस्या एवं उनका प्रबंधन , फसलों के प्रमुख कीट एवं उनका नियंत्रण आदि विषयों पर कार्यक्रम प्रसारित किये जायेंगे ।
बैठक में कृषि महाविद्यालय, कृषि, पशुपालन, दूरदर्शन, आकाशवाणी, मण्डी, कृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृषि से जुड़े अन्य संबंधित विभागों एवं संस्थाओं के अधिकारी व कृषक सदस्य उपस्थित थे ।
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