सोमवार, 25 जून 2007

किसानों को सामयिक सलाह

किसानों को सामयिक सलाह

ग्वालियर 23 जून 2007

खरीफ फसलों की बोनी के संबंध में किसानों को उपयोगी सलाह दी गई है। आंचलिक प्रबंधक कृषि, जलवायु क्षेत्र ग्वालियर ने फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के संबंध में सामयिक सलाह दी है ।

किसानों को सोयाबीन बीज बुवाई के पूर्व थायरम प्लस कार्बनडिज्म 2:1 के अनुपात में तीन ग्राम मिश्रण अथवा ट्राईकोडर्मा 5 ग्राम प्रति किलो से बीज उपचारित करने एवं इसके पश्चात राईजोबियम एवं पी.एस.बी. कल्चर से बीज को उपचारित कर बोनी की सलाह दी गई है । गंधक की पूर्ति हेतु सिंगल सुपर फास्फेट का प्रयोग अधिक लाभाकारी होता है । भूमि में जस्ते की कमी होने पर 25 किलोग्राम प्रति हेक्टर की दर से अधिक जिंक सल्फेट का उपयोग किया जाये । किसान भाई समतल खेतों में 10 से 15 मीटर की दूरी पर जल निकास नालियां बनायें और फसलों की प्रारंभिक अवस्था में संभावित नीदा नियंत्रण करें । लगातार वर्षा की स्थिति में बीमारियों के लक्षण दिखने पर एक ग्राम कार्बनडिज्म एक लीटर पानी में घोल कर छिडकाव करें ।

इसी तरह धान बीज को थायरम अथवा मेन्कोजैव 5 ग्राम दवा प्रति किलोग्राम के हिसाब से बीज उपचार करें । जीवाणु रोगग्रसित क्षेत्रों में स्टेप्टोसाईक्लिन तीन ग्राम दवा प्रति 10 लीटर पानी में घोलकर बीजों को उपचारित करें । जिंक सल्फेट 25 किलोग्राम प्रति हेक्टर का उपयोग करें । शीघ्र पकने वाली किस्मों में 40 से 50 किलोग्राम नत्रजन, 20 से 30 किलोग्राम स्फुर, 15 से 20 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टर प्रयोग करें । रोपा पध्दति में 3-4 सप्ताह के पौधे रोपाई के लिये उपयुक्त होते है । एक स्थान पर 2-3 पौधें लगायें । नमी हेतु खेत में पर्याप्त जल स्तर बनाये रखें ।

कृषक तिल की उन्नत किस्मों के लिये टी.के.जी. 55, टी.के.जी 22, जे.टी.एस. 8 आदि किस्मों का बीज लगावें । बोनी के पूर्व थायरम एवं मेन्कोजैव तीन ग्राम प्रति किलो के हिसाब से बीज उपचारित करें । जिन क्षेत्रों में जीवाणु पत्ती रोग की संभावना होती है, वहां बोनी से पूर्व एग्रीमाईसीन दवा से उपचारित कर बोनी करें । वर्षा होने पर 10 से 20 से.मी. कतारों में बुवाई करें । कतार से कतार की दूरी 30 से.मी. व पौधे से पौधे की दूरी 10 से.मी. रखें व 5 किलो बीज प्रति हेक्टर उपयोग करें । गंधक की पूर्ति हेतु सिंगल सुपर फास्पेट का उपयोग करने की सलाह दी गई है ।

 

 

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