नि:शक्तजनों के पुनर्वास और विकास के सभी जरूरी कदम उठाये जाएंगे
चार प्रतिशत की ब्याज दर पर ऋण एवं अनुदान योजना शीघ्र लागू होगी, मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा नि:शक्तजन पंचायत का शुभारंभ
भोपाल 29 अप्रैल 08 । मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में नि:शक्तजनों के सशक्तीकरण के प्रयासों में कोई कोताही नहीं की जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि नि:शक्तजनों की सभी स्तर की शिक्षा-दीक्षा, आर्थिक और सामाजिक पुनर्वास के लिए अनेक नये कदम उठाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नि:शक्त व्यक्ति (समान अवसर, अधिकार संरक्षण और पूर्ण भागीदारी) अधिनियम 1995 पर अधिनियम की मूल भावना के अनुरूप अमल सुनिश्चित किया जायेगा। मुख्यमंत्री आज अपने निवास पर आयोजित नि:शक्तजन पंचायत को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में नि:शक्तजनों के आर्थिक पुनर्वास के उद्देश्य से 4 प्रतिशत की ब्याज दर पर ऋण एवं अनुदान की योजना शीघ्र लागू करने की घोषणा की। उन्होंने नि:शक्तजनों के उपयोग में आने वाले वाहनों को कर मुक्त करने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नि:शक्तजन भी ईश्वर की संतान हैं। उनकी शारीरिक कमी को उन्हें शैक्षणिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से स्वावलंबी बनाकर दूर करने के लिये राज्य सरकार सभी संभव प्रयास करेगी। श्री चौहान ने कहा कि नि:शक्तजनों का सशक्तीकरण महज राजनैतिक कर्मकाण्ड नहीं है। यह कार्य राज्य सरकार का दायित्व है और हम इसे पूरा करके रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नि:शक्तजनों को नि:शक्तता प्रमाण-पत्र का वितरण अभियान चलाकर किया जायेगा। अभियान के अंतर्गत सभी चिन्हांकित नि:शक्तजनों को 15 जून 2008 तक आवश्यक रूप से प्रमाण-पत्र उपलब्ध करा दिये जायेंगे। इसके लिये लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आवश्यक चिकित्सा बोर्ड गठित किया जायेगा। साथ ही ऑन लाइन आवेदन-पत्र भी स्वीकार किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने शंघाई (चीन) में आयोजित नि:शक्तजन ओलम्पियाड में पदक जीतने वाले जबलपुर के अभिजीत मोडक को पुरस्कार स्वरूप 50 हजार, भोपाल के अजीज खान को 25 हजार और पन्ना के शहबाज खान को पुरस्कार स्वरूप 15 हजार रूपये की राशि के चेक भेंट किये। श्री चौहान ने भोपाल की मेघावी छात्रा कुमारी प्रज्ञा सोनी को 50 हजार रूपये और होशंगाबाद के श्री आशीष चटर्जी को नि:शक्तजनों की शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये 25 हजार रूपये की राशि पुरस्कार देने की घोषणा की।
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