जल वितरण प्रणाली को और सुदृढ़ करें – अनूप मिश्रा
नगर की पेयजल आपूर्ति सुचारू बनाने जल संसाधन मंत्री की अध्यक्षता में जन प्रतिनिधियों व वरिष्ठ अधिकारियों ने किया विचार विमर्श
ग्वालियर 3 मई 08 । ग्रीष्मकाल में ग्वालियर नगर की पेयजल आपूर्ति सुचारू बनाये रखने के लिये प्रभावी रणनीति तय करने के मकसद से जल संसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा की अध्यक्षता में आज एक बार पुन: जनप्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने एक साथ बैठकर विस्तृत विचार विमर्श किया । यहां राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में सम्पन्न हुई बैठक में महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर, वन एवं राजस्व राज्यमंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, नगरनिगम के सभापति श्री बृजेन्द्र सिंह जादौन, संभाग आयुक्त डॉ. कोमल सिंह, पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर रेंज श्री डी.एस सेंगर, जिला कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव, वन संरक्षक श्री आर.बी. सिन्हा, पुलिस अधीक्षक श्री व्ही.के सूर्यवंशी तथा अपर आयुक्त नगरनिगम श्री राजेश बाथम सहित नगर की पेयजल व्यवस्था से जुड़े तकनीकी अधिकारी मौजूद थे । उल्लेखनीय है कि ग्वालियर नगर की पेयजल समस्या के समाधान के लिये प्रदेश सरकार शुरू से ही चिन्तित रही है । सरकार ने ककेटो पहसारी से तिघरा डेम तक नगर के पेयजल हेतु पानी पहुंचाने के लिये बड़ी धनराशि मुहैया कराई है ।
जल संसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने बैठक में कहा है कि ग्वालियर नगरवासियों को पेयजल मुहैया कराने के लिये पानी और धन की कमी नहीं है अपितु जल वितरण प्रणाली को और सुदृढ़ बनाने की जरूरत है । इस व्यवस्था से जुड़े नगर निगम के अधिकारी युध्द स्तर पर कार्य कर जल वितरण प्रणाली की खामियों को दूर करें, जिससे ग्रीष्मकाल में नगर के हर मोहल्ले में निर्वाध रूप से पेयजल सप्लाई हो सके । उन्होंने साफतौर पर कहा कि प्रदेश सरकार नगर के हर मोहल्ले में पेयजल की सुचारू आपूर्ति के लिये गंभीर है, अत: यदि किसी अधिकारी की ढिलाई की वजह से पेयजल आपूर्ति बाधित होती है तो उसके विरूध्द कठोर कार्रवाई की जायेगी ।
जल संसाधन मंत्री ने परिणाममूलक प्रयासों पर जोर देते हुये कहा कि जल वितरण प्रणाली से जुड़े सहायक यंत्री व्यक्तिगत रूप से यह देखें कि नगर की सभी टंकिया (ओवर हेड वाटर टेंक) प्रतिदिन पूरी मात्रा में भरी जायें, जिससे पूर्ण दवाब के साथ पेयजल सप्लाई हो और मोहल्ले के हर घर तक पानी पहुंच सके । जिन बस्तियों में जल वितरण प्रणाली (पाइप लाइन के जरिये) के तहत पेयजल पहुंचाना संभव न हो वहां के लिये यदि संभव हो तो नये टयूबवेल खनन अथवा परिवहन के जरिये पेयजल सप्लाई नियमित करने के निर्देश भी जल संसाधन मंत्री ने दिये । उन्होंने बताया कि ककेटो-पहसारी जलाशय से तिघरा डेम में इतना पानी पहुंचाया जा रहा है जिससे ग्रीष्म ऋतु के दौरान निर्वाध रूप से नगर की पेयजल आपूर्ति हो सकेगी ।
वन एवं राजस्व राज्य मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह ने नगरनिगम के अधिकारियों से कहा कि नये खनित हुये टयूबवेल में मोटर डालने व उन्हें विद्युत कनेक्शन से जोड़ने की कार्रवाई जल्द से जल्द पूर्ण करें, जिससे इनका उपयोग पेयजल आपूर्ति में हो सके । महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने भी नगर की पेयजल समस्या के समाधान के लिये उपयोगी सुझाव दिये और सुचारू पेयजल आपूर्ति के लिये नगरनिगम की ओर से हर संभव प्रयास करने का भरोसा दिलाया ।
संभाग आयुक्त डॉ. कोमल सिंह ने पाइप लाइन के लीकेज बंद करने तथा पाइप लाइनों की अन्य रूकावटों व नलों के बाल्व दुरूस्त करने की हिदायत नगरनिगम के अधिकारियों को दी । पुलिस महानिरीक्षक श्री डी.एस. सेंगर ने कहा कि पेयजल के काम में अड़ंगा पैदा करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई में पुलिस पूर्ण सहयोग देगी ।
तिघरा जलाशय में प्रतिदिन पानी की बढ़ोत्तरी
नगर की पेयजल आपूर्ति के प्रमुख स्त्रोत तिघरा जलाशय से नियमित पेयजल सप्लाई किये जाने के बावजूद इस जलाशय में प्रतिदिन 0.09 फीट पानी की वृध्दि हो रही है । उल्लेखनीय है कि ककेटो पहसारी जलाशय से तिघरा में पानी पहुंचाया जा रहा है । गत 2 मई को तिघरा मे 303.80 एम.सी.एफ.टी. पानी मौजूद था । जबकि मोतीझील जलशोधन केन्द्र पर 3 एम.सी.एफ.टी. पानी प्रदाय हो रहा है । जो नगर की वर्तमान पेयजल व्यवस्था हेतु पर्याप्त है ।
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