शुक्रवार, 18 जुलाई 2008

//इन्वेस्टर्स मीट//क्षेत्र के उज्ज्वल पक्ष को निवेशकों के सामने लायें – अनूप मिश्रा

//इन्वेस्टर्स मीट//क्षेत्र के उज्ज्वल पक्ष को निवेशकों के सामने लायें अनूप मिश्रा

जलसंसाधन मंत्री का चेम्बर पदाधिकारियों व क्षेत्र के उद्यमियों से आग्रह

ग्वालियर 16 जुलाई 08 । इन्वेस्टर्स मीट की मेजबानी ग्वालियर के लिये सुनहरा अवसर है । इस मीट में देश के जाने-माने औद्योगिक घराने एवं प्रमुख निवेशक भाग लेने आ रहे हैं । हम सब मिल-जुलकर अपने उज्ज्वल पक्ष को उनके सामने रखें, जिससे उद्यमी यहां भारी पूंजी निवेश के लिये आकर्षित हो और ग्वालियर क्षेत्र के समग्र विकास को जो सपना हमने संजोया है वह साकार हो सके । जलसंसाधन एवं उच्च मंत्री श्री अनूप मिश्रा आज चकम्बर आफ कामर्स के सभाकक्ष में चेम्बर पदाधिकारियों, विभिन्न व्यापारिक व औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे ।

       क्षेत्र के उद्यमियों, व्यवसायियों व व्यापारिक संगठनों से इन्वसटर्स मीट में सकारात्मक सहयोग की अपेक्षा व्यक्त करते हुये जलसंसाधन मंत्री श्री मिश्रा ने कहा कि  ग्वालियर अंचल में निवेश के लिये बहुत सारी अनुकूल परिस्थितियां हैं । हमारे प्रयास ऐसे हों, जिससे क्षेत्र की सारी अच्छाइयाँ निवेशकों के समक्ष उजागर हों । हमारे व्यवहार से नकारात्मक भाव सामने नहीं आना चाहिये । उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के छोटे-मोटे नकारात्मक पक्ष को अतिरंजना के साथ देखा गया है, जबकि यहां से कहीं अधिक विपरीत परिस्थितियों वाले क्षेत्रों में भारी पूंजी निवेश हुआ है । इसलिये हमें इन्वेस्टर्स मीट की मेजबानी के माध्यम से जो सुनहरा मौका मिला है, उसका पूरा फायदा उठाना चाहिये ।

       जल संसाधन मंत्री ने कहा हालांकि ग्वालियर में इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन सम्पूर्ण प्रदेश में पूंजी निवेश को ध्यान में रखकर किया जा रहा है लेकिन मेजबान होने का स्वाभाविक फायदा इस अंचल को मिलेगा । उन्होंने बताया कि इन्वेस्टर्स मीट में ग्वालियर अंचल में लगभग 8 हजार करोड़ रूपये के एमओयू (करारनामे) होने की संभावना बन चुकी है तथा यह संख्या और भी आगे बढ़ सकती है । श्री मिश्रा ने कहा प्रदेश सरकार का प्रयास है बड़े-बड़े उद्योगों के साथ छोटे-छोटे उद्योग भी स्थापित हों । इन्वेस्टर्स मीट में इस बात का पूरा ख्याल रखा जा रहा है ।

       जलसंसाधन मंत्री ने इस मौके पर नगर के उद्यमियों व व्यापारिक संगठनों की समस्यायें व सुझाव भी सुने । उन्होंने इन सभी को आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार उनकी समस्याओं के समाधान के लिये पूरी संजीदगी से प्रयासरत है । चेबर की प्रमुख मांगों मसलन भू खंड नामांतरण शुल्क 20 प्रतिशत करने, उद्योग मित्र योजना की अवधि बढ़ाने, बाजार मूल्य पर स्टाम्प डयूटी की मांग, ग्वालियर जिले को पिछड़े औद्योगिक जिले अर्थात 'सी' श्रेणी में शामिल करने आदि सभी मांगों को जलसंसाधन मंत्री ने गंभीरता से सुना । उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार इनमें से अधिकांश मांगों पर सैध्दांतिक रूप से सहमत है । इन पर अमल करने के लिये जल्द से जल्द प्रदेश सरकार निर्णय लेगी ।

       चेम्बर आफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज के अध्यक्ष श्री जी सी लङ्ढा ने इन्वेस्टर्स मीट में चेम्बर्स की ओर से हर संभव और सकारात्मक सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि हम सब मिलजुलकर अपने आपको बेहतर मेजबान साबित करेंगें ।

       कार्यक्रम का संचालन चेम्बर आफ कामर्स के मानसेवी संयुक्त सचिव श्री भूपेन्द्र जैन व आभार प्रदर्शन चेम्बर के उपाध्यक्ष श्री राधा किशन खेतान ने किया । इस अवसर पर चेम्बर के संयुक्त अध्यक्ष श्री हेमंत गुप्ता व अन्य पदाधिकारी , मालनपुर व बानमौर औद्योगिक क्षेत्र के प्रतिनिधिगण, नगर के उद्यमी व व्यवसायी मौजूद थे ।

       उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा देश और दुनिया के स्थापित और प्रतिष्ठित निवेशकों को प्रदेश में पूंजी निवेश के लिये आकर्षिति करने हेतु अब तक आयोजित की गई इन्वेस्टर्स मीट के सकारात्मक परिणाम सामने आये हैं । इन्वेस्टर्स मीट के माध्यम से प्रदेश में दो लाख 76 हजार 550 करोड़ रूपये के 241 करारनामे हुये हैं । इसी क्रम में ग्वालियर में 29 30 जुलाई को आयोजित होने जा रही  मीट में लगभग 8 हजार करोड़ के करार होने की संभावना है । प्रदेश में खासतौर पर ऊर्जा, सूचना प्रौद्योगिकी, खाद्य प्रसंस्करण, माइनिंग इत्यादि क्षेत्रों में प्रमुखता से पूंजी निवेश हुआ है ।

 

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