शुक्रवार, 25 जुलाई 2008

चम्बल संभाग में बदल रहा है औद्योगिक परिदृश्य

चम्बल संभाग में बदल रहा है औद्योगिक परिदृश्य

भिण्ड 24 जुलाई 2008। ग्वालियर तथा चम्बल संभाग के औद्योगिक परिदृश्य में तेजी से बदलाव आ रहा है । 29 एवं 30 जुलाई को ग्वालियर ईन्वेस्टर्स मीट में मालनपुर में निवेश की काफी संभावनाएं हैं ।

       औद्योगिक विकास को गति प्रदान करने हेतु ग्राम मालनपुर, जो राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 92 पर स्थित है, जिसकी सीमाएं ग्वालियर जिले से भी मिलती है को चुना गया । जहां वर्ष 1982 में 95 एकड़ शासकीय भूमि से औद्योगिक विकास यात्रा प्रारंभ हुई । वर्ष 1990 -91 तक 1327.34 हैक्टैयर भूमि पर एक विशाल औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर - घिरोंगी के रूप में वट वृक्ष के समान आकार ले चुका है।

       भिंड जिले का औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर -घिरोंगी आज प्रदेश में ही नहीं अपितु देश के औद्योगिक मानचित्र पर अपनी विशिष्ट पहचान रखता है । इस औद्योगिक क्षेत्र की कुल 1327.34 हैक्टेयर में से 803.34 हैक्टैयर भूमि औद्योगिक इकाईयों को उद्योग स्थापना हेतु आवंटन योग्य है जिसमें 520.49 हैक्टेयर भूमि पर 36 वृहद 73 लघु एवं मध्यम श्रेणी की औद्योगिक इकाईयां उत्पादनरत है । इन इकाईयों में 916 करोड़ को पूजीनिवनियोग होकर 13065 व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त हो रहा है ।

       औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर घिरोंगी में देश के प्रतिष्ठित उद्योग समहों की यथा- गोदरेज, क्राम्पटन ग्रीव्स, एसआरएफ, सुप्रीम, इंडस्ट्रीज, सूर्या रोशनी, रेनबैक्सी, जमुना आटो, एटलस साइकिल, व्हीआरएस फूड, स्टर्लिंग एग्रो, कर्लआन, मालनपुर केप्टिव पावर लि. एवं गैस अथारिटी आफ इंडिया आदि बड़े उद्योग स्थापित होकर कार्यरत है । इसके अलावा जहां अंतर्र्राष्टीय इकाईयां केडबरी, कोडक इंडिया कार्यरत हैं वहीं इजराइल की इकाई टेवा एपीआई इंडिया निर्माणाधीन है ।

       इस औद्योगिक क्षेत्र के विकास में लगभग 52 करोड़ का पूंजी निविनयोजन होकर 85 किमी सड़क, 110 किमी नाली, 50 किमी सड़क स्ट्रट लाइट, 142 नग पुलियों की अधोसंरचना विकसित है । आवासीय योजना हेतु 100 एकड़ भूभाग पर सड़क, ड्रेनेज, स्ट्रीट लाइट विकसित है। औद्योगिक क्षेत्र में आवश्यक सुविधाओं में ईएसआई डिस्पेंसरी, फायर ब्रिगेड, रेल्वे स्टेशन, रेल्वे साइडिंग, कन्टेनर डिपो, वेयर हाउस, कोल्ड स्टोरेज आदि भी स्थापित है ।

मै. मालनपुर केप्टिव पावर लिमिटेड : प्रयासों की समयबध्द सफलता

      किसी भी औद्योगिक क्षेत्र की सफलता के लिये उस क्षेत्र में उपलब्ध अधोसरंचना का अत्याधिक महत्व होता है । विगत कुछ वर्षों में प्रदेश में अधोसरंचना के विकास हेतु उत्साहजनक वातावरण का निर्माण हुआ है । जिसके परिणामस्वरूप, आईआईडीसी ग्वालियर के मालनपुर ओद्योगिक क्षेत्र में 26 मेगावाट क्षमता के एक केप्टिव पावर प्लांट की स्थापना हुई है  जिसकी लागत 100 करोड़ रूपये है । प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों के आत्मनिर्भरता की दिशा में मालनपुर औद्योगिक विकास केन्द्र का यह अभिनव प्रयास अनुकरणीय है ।

       निजी भागीदारी में औद्योगिक क्षेत्र में विद्युत उत्पादन के प्रथम प्रयास हेतु इकाई के साथ निरंतर समन्वय एवं सहयोग प्रदान किया गया, इकाई द्वारा शीघ्र ही उत्पादन के प्रथम भाग की इकाई को प्रारंभ करते हुये 4 फरवरी 07 को उत्पादन प्रारंभ कर दिया गया है।

       इस इकाई द्वारा क्षेत्र परियोजना में 100 करोड़ का पूंजीनिवेश किया जा रहा है । इकाई की कुल उत्पादन क्षमता 26 मेगावाट प्रस्तावित है । मै. मालनपुर केटिप्व पावर लिमिटेड द्वारा क्षेत्र में स्थापित इकाई में मै. एसआरएफ लि को 11 मेगावाट, मै.मोन्टेन को 1.8 मेगावाट, मै. सुप्रीम इंडस्ट्रीज को 1.8 मेगावाट विद्युत प्रदाय किये जाने के अनुबंध कंपनी द्वारा किये गये । इकाई द्वारा विद्युत उत्पादन में गैस अथारिटी आफ इंडिया लि. से 1 लाख एससीएमडी गैस प्राप्त की जा रही है । इकाई के उत्पादन में आने से उपयोगकर्ताओं को अवरोध रहित निरंतर विद्युत आपूर्ति मिल रही है जो औद्योगिक उत्पादन में सहायक महत्वपूर्ण कारक है ।

वातवरण का प्रभाव

      विगत कुछ वर्षों में प्रदेश में औद्योगिक वातावरण निर्मित हो रहा है । प्रदेश में अधोसरंचनपात्मक सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई है । जिससे प्रदेश में विभिन्न विकास केन्द्रों में पूंजीनिवेश हो रहा है । इन गतिविधियों से प्रेरित होकर विगत वर्षों में औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर में अधोसरंचनातम्क सुविधाओं हेतु गैस अथारिटी आफ इंडिया लि.(गेल) द्वारा गेस वितरण स्टेशन, निजी भागीदारी में मै­. मालनपुर केप्टिव पावर प्लांट की स्थापना की गई है ।

औद्योगिक क्षेत्र में गेल द्वारा 2 एमएमएससीएमडी की क्षमता का गैस वितरण स्टेशन स्थापित किया गया है जिसके माध्यम से मै केप्टिव पावर जनरेशन एवं स्थानीय औद्योगिक इकाईयों को गैस उपलब्ध कराई जा रही है । इस परियोजना में 100 करोड़ रूपये का निवेश किया गया है तथा ओद्योगिक है तथा औद्योगिक क्षेत्र तक 83 किमी पाईप लाईन के माध्यम से गैस इस स्टेशन तक लाई गई है । इसी गैस पर आधारित एक निजी भागीदारी मै मालनपुर केप्टिव पावर लिमिटेड द्वारा 100 करोड़ की लागत का प्लांट स्थापित किया गया है । जिसमें प्रथम चरण में बिजली का उत्पादन प्रारंभ हो गया है । इसक साथ-साथ मे कर्लआन समूह द्वारा भी रबराईज्ड क्वायर के उत्पादन बनाने की इकाई स्थापित की गई है । इस समूह द्वारा इस औद्योगिक इकाई में लगभग 30 करोड़ रूपये का निवेश किया गया है । जो विगत वर्षों में निर्मित किये गये वातावरण का ही सार्थक परिणाम है ।

 

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