मंगलवार, 20 मई 2008

''कम्यूनिटी आप्थोमोलॉजी एण्ड हास्पिटल एडिमिशट्रेशन'' विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न

''कम्यूनिटी आप्थोमोलॉजी एण्ड हास्पिटल एडिमिशट्रेशन'' विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न

ग्वालियर 18 मई 08 । भारत सरकार  के स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त महानिदेशक डॉ. रिचल जोस ने कहा कि भारत में नैत्र रोगियों में लेंस प्रत्यारोपण 5 प्रतिशत से बढ़कर 93 प्रतिशत हो गया है । जिसे वर्ष 2011 तक 95 प्रतिशत तक बढाना है। डॉ. जोस आज रतन ज्योति नेत्रालय ग्वालियर में आयोजित ''कम्यूनिटी आप्थोमोलॉजी एण्ड हास्पिटल एडिमिशट्रेशन'' विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रही थीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्वालियर संभाग के कमिश्नर डॉ. कोमल सिंह ने की । डॉ जोस ने कार्यशाला के लिये आयोजकों को साधुवाद देते हुये कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से आये सुझावों के आधार पर लोगों को आंखों के उपचार हेतु बेहतर सुविधायें प्राप्त होंगी।

       उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में उत्तर भारत सहित ग्वालियर एवं चंबल संभागों में आंखों की बीमारियों का आकलन कर उनके उपचार के संबंध में विचार करना है । डॉ. जोस ने कहा कि कम उम्र में बच्चों में आई साईड कमजोर होने तथा आखों में होने वाली बीमारियों की जांच एवं उपचार के लिये स्कूली छात्र-छात्राओं के नेत्राेंं का परीक्षण कराया जा रहा है । उन्होंने डायबिटीज के कारण आंखों में होने वाली बीमारियों के साथ-साथ अलग-अलग उम्र में आंखों में होने वाली बीमारियों पर भी प्रकाश डाला ।

       कमिश्नर डॉ. कोमल सिंह ने कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुये कार्यशाला आयोजन की सरहाना की । उन्होंने कहा कि इस वर्कशॉप में नेत्र विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न पहलुओं पर जो चर्चा की गई है, उसका सीधा लाभ मरीजों को प्राप्त होगा । डॉ. कोमल सिंह ने चिकित्सकों से आग्रह किया है कि वह अपने मरीजों के प्रति पूर्ण सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुये मरीजों को अधिक से अधिक समय देने के साथ-साथ अपने कार्य के प्रति सजग होकर अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिये । कमिश्नर ने कहा कि संभाग में चिकित्सा संस्थाओं में बेहतर अधोसंरचना की सुविधाओं के कारण चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार भी देखने को मिल रहा है ।

जी.आर. चिकित्सा महाविद्यालय की डीन डॉ. शैला सप्रे ने एवं पूर्व डीन डॉ. ए.के. गोबिला ने  अस्पताल संचालन हेतु प्रशासनिक गुरों की जानकारी से भी अवगत कराया। चेम्बर आफ कॉमर्स क संयुक्त सचिव श्री भूपेन्द्र जैन ने कहा कि आंखों की सुरक्षा एवं देखभाल के लिये हमें सजग होना होगा । इसके लिये समाज को मीडिया के माध्यम से जागरूक किया जा सकता है। रतन ज्योति नैत्रालय के सलाहकार डॉ. बी. शुक्ला ने ''विजन 20-20'' पर प्रकाश डाला । कार्यशाला में स्वास्थ्य सेवायें के संयुक्त संचालक डॉ. एचएस. शर्मा, डॉ. पी दत्ता तथा डॉ. ए.के. मिश्रा ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये ।

       कार्यशाला में रतन ज्योति नेत्रालय के संचालक डॉ. पुरेन्द्र भसीन ने कार्यशाला के उद्देश्यों एवं महत्व पर प्रकाश डालते हुये रतन ज्योति नेत्रालय में मरीजों को उपलब्ध आधुनिक चिकित्सा सेवाओं की जानकारी दी । शुरू में रतन ज्योति नेत्रालय की संचालक डॉ. श्रीमती प्रियम्बद भसीन ने स्वागत भाषण एवं अंत में सभी का आभार व्यक्त किया ।

 

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