त्रुटिपूर्ण पुस्तकें बदल सकेंगे बच्चे
मध्यप्रदेश के शासकीय विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को नि:शुल्क वितरित की जाने वाली पुस्तकों में अब वितरण के उपरांत बच्चों के हित में एक कदम और आगे बढ़कर स्कूल शिक्षा विभाग ने नया निर्णय लिया है। नि:शुल्क पाठय पुस्तक वितरण योजना के तहत बच्चों के उपयोग हेतु स्कूलों में पहुँचने वाली पुस्तकों में से अगर कुछ पुस्तकें मुद्रण, कटिंग, बाइडिंग की दृष्टि से आंशिक त्रुटिपूर्ण भी हों अथवा पैकिंग परिवहन या अन्य कारणों से मैली या कट-फट हो गयी हों तो संबंधित स्कूल ऐसी पुस्तकें पाठय पुस्तक निगम के डिपो से तत्काल बदल सकेंगे।
पाठय पुस्तक निगम की आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिन स्कूलों में इस तरह की कुछ किताबें प्राप्त हों वे, विद्यार्थियों को नि:शुल्क वितरीत की जाने वाली पुस्तकों में मुद्रित सीरीयल नंबर के आधार पर पाठय पुस्तकें बदलकर निगम के संबंधित डिपो से नवीन पाठय पुस्तकें प्राप्त कर सकते हैं। इस संबंध में पूर्व में ही संबंधित डिपो अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है।
पाठय पुस्तक निगम के द्वारा कक्षा एक से 8 तक की नि:शुल्क वितरित की जाने वाली समस्त पाठय पुस्तकें डिपो के माध्यम से समय सीमा में उपलब्ध करायी जा चुकी है। वहीं नवीं से बारहवीं कक्षाओं की भी सभी पाठय पुस्तकें लक्षित सुख्या के अनुसार आगामी एक सप्ताह में पूर्ण रूप से उपलब्ध करायी जा रही है। अभी तक इन कक्षाओं की 75 प्रतिशत से अधिक पुस्तकों की आपूर्ति निगम के द्वारा की जा चुकी है। जिनमें खुले बाजार की पुस्तकें भी शामिल हैं।
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