बुधवार, 26 अगस्त 2009

शहर को पेयजल समस्या विहीन बनाने के लिये निगम दृढ़-संकल्पित : शेजवलकर

शहर को पेयजल समस्या विहीन बनाने के लिये निगम दृढ़-संकल्पित : शेजवलकर

ग्वालियर दिनांक 21.08.2009- एडीबी परियोजना के तहत बन रही वृहद टंकियां ग्वालियर नगर के वर्तमान तथा भविष्य में उत्पन्न होने वाले पेयजल संकट के निदान हेतु मील का पत्थर साबित होंगी। उक्त उद्गार महापौर विवेक नारायण शेजवलकर द्वारा आज मुरार क्षेत्र में वार्ड क्र. 22, 23 एवं 24 में एडीबी परियोजना के तहत बनाई जा रही 20 लाख लीटर क्षमता की बड़ी पेयजल टंकियों के भूमि पूजन अवसर पर व्यक्त किये। उन्होने कहा कि चालू नगर निगम परिषद द्वारा इस परिषद के कार्यकाल प्रांरभ होते ही यह संकल्प लिया था कि सबसे पहले नगर को पेयजल संकट से स्थाई रूप से मुक्त कराना है उसी क्रम में आज नगर निगम ग्वालियर एडीबी परियोजना के लिये चयनित किये गये अंतिम कार्यों का भूमि पूजन कर रहा है।

       इस परियोजना के प्रांरभ हो जाने से सम्पूर्ण मुरार क्षेत्र में आगामी 30 साल के लिये पेयजल की समस्या का स्थाई निदान होगा। उन्होंने कहा कि नगर निगम परिषद में मेरे सहयोगियों के प्रयास से प्रोजेक्ट उदय के समस्त कार्य पूर्णता पर है। पेयजल संकट के निराकरण हेतु हमने तिघरा पर नया ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया है जो नवम्बर 2009 से ग्वालियर शहर को पानी उपलब्ध कराना प्रांरभ कर देगा। इसके साथ ही दशकों पुराने मोतीझील पेयजल शुध्दीकरण संयंत्र का भी आधुनिकीकरण 864 लाख रू. की लागत से पूर्ण किया जा चुका है। नगर निगम परिषद की यह भावना है कि ग्वालियर शहर के साठों वार्डों में नागरिकों को तिघरा का फिल्टर पानी उपलब्ध कराया जाये। इसी उद्देश्य से नगर में 6 बड़ी उच्च स्तरीय टंकियों का निर्माण दो माह पूर्व प्रांरभ हो चुका है। 3 बड़ी टंकियों का आज भूमि पूजन हो रहा है। शेष 6 टंकियों के भूमि पूजन का कार्य भी शीघ्र सम्पन्न होकर पेयजल संकट के स्थाई निदान की दिशा में मेरी परिषद का ग्वालियरवासियों को बड़ा तोहफा होगा।

       उन्होंने कहा कि हम यह स्वीकार करते हैं कि प्रोजेक्ट उदय के कार्य में विलंब हुआ लेकिन यह विलंब पिछले वर्षों में सीमेण्ट और लोहे के भावों में तेजी से हुई वृध्दि के कारण संभव हुआ। फिर भी मुझे प्रसन्नता है कि वर्तमान परिषद के कार्यकाल में प्रोजेक्ट उदय के सभी कार्य पूर्ण होने जा रहे हैं।

       उन्होंने कहा कि वर्तमान परिषद द्वारा शहर का नक्शा बदलकर शहर में आमजन को विश्वस्तरीय सुविधायें प्रदान करने की दिशा में कार्यवाही प्रांरभ कर दी है। शहर में सभी ओर डिवाईडरयुक्त चार लेन सड़कों का विकास हुआ है। साथ ही जो सुविधायें कॉलोनी वासियों को दी गई हैं वही सुविधायें में शहर को मलिन बस्तियों को भी नगर निगम द्वारा प्रोजेक्ट उत्थान बनाकर प्रदान की जा रही हैं। 30 करोड़ की इस परियोजना से शहर की 24 मलिन बस्तियों में बड़े पैमाने पर विकास कार्य प्रांरभ किये गये है मुझे आशा है कि अगले 2 वर्ष में शहर मलिनबस्ती विहीन होकर भोपाल और इंदौर जैसे सुंदर व विकसित शहरो में तब्दील होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिषद के प्रयासों से ग्वालियर क्षेत्र में विकास का हवाईजहाज टेक ऑफ कर चुका है तथा विकास की उड़ान भरना है जिसके भरते ही ग्वालियर लवेबल और लिवेबल शहर में परिवर्तित होगा।

       महापौर विवेक नारायण शेजवलकर द्वारा सर्वप्रथम प्रात: सुरेशनगर टे्रचिंग ग्राउण्ड पर सवा करोड़ की लागत से बनने वाली टंकी का भूमि पूजन किया। यहां स्थानीय पार्षद श्रीमती हेमलता रामेश्वर भदौरिया द्वारा क्षेत्र को पेयजल संकट से निजात दिलाने के लिये किये जा रहे प्रयासों पर क्षेत्रीय नागरिकों के साथ महापौर का आभार व्यक्त किया। इसके पश्चात महापौर द्वारा अशोक कॉलोनी स्थित पार्क में प्रस्तावित उच्च स्तरीय टंकी का भूमि पूजन किया जहां पार्षद श्रीमती हेमलता भदौरिया एवं मधु शाक्य द्वारा भूमि पूजन करवाया गया। इसके पश्चात कृष्णा नगर गोला का मंदिर पर तीसरी टंकी का भूमि पूजन किया गया। तीनों टंकियों के निर्माण पर लगभग 3 करोड़ 50 लाख रू. व्यय आन की संभावना है।

कार्यक्रम में महापौर विवेक नारायण शेजवलकर के साथ मुरार क्षेत्र के पार्षद देवेन्द्र सिंह कुशवाह, विशाल सिंह गुर्जर, भानू जैन, दीवान सिंह नरवरिया, मोहन सिंह कोटिया तथा वरिष्ठ समाज सेवी चौधरी कप्तान सिंह ने भी नागरिकों को सम्बोधित कर पेयजल संकट निवारण की दिशा में नगर निगम ग्वालियर द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की।

कार्यक्रम में एडीबी परियोजना अधिकारी के.क.े श्रीवास्तव, परियोजना इंजीनियर आर.के. शुक्ला, मुरार क्षेत्र के सहायकयंत्री पी.एच.ई. ए.पी.एस. भदौरिया, क्षेत्राधिकारी अशोक मोरे के साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित हुये।

 

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