वैज्ञानिक किसानों की खेती लाभप्रद बनाऐं - डॉ.कुसमरिया
प्रदेश में कृषि के क्षेत्र में चहुमुखी विकास- श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, कृषि विश्वविद्यालय का स्थापाना दिवस मनाया गया
ग्वालियर 19 अगस्त 09/ राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि की आंसदी से बोलते हुए म.प्र. शासन के किसान कल्याण कृषि विकास, पशुपालन, मछलीपालन, पिछड़ावर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ड़ॉ रामकृष्ण कुसमरिया ने कहा कि वैज्ञानिक इस प्रकार शोध प्रबंध करें कि किसानो की खेती लाभ का धंधा बन जाए। उन्होने कृषि के साथ बागवानी, पशुपालन आदि के विकास पर जोर दिया। उन्होने कृषि विश्च विद्यालय अधोसंरचना मद हेतू 55 करोड़ रू. की राशि कृषि विश्वविद्यालय को देने की बात कही । समारोह पूर्वक मनाए गए कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने की। इस अवसर पर सांसद श्री प्रभात झा, श्रीमती मायासिंह, महापौर श्री विवेक शेजवलकर, कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजयसिंह तोमर मंचासीन थे । अतिथियों द्वारा कार्यक्रम के उपरांत वृक्षारोपण भी किया गया।
डॉ. कुसमरिया ने कहा कि कृषि योजनाओं को लागू करने में धन की कमी आड़े नही आएगी। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय योजनाओं के माध्यम से कृषि विश्वविद्यालय को साढे 5 करोड़ की राशि मिली है। अधोसंरचना विकास हेतु 55 करोड़ की राशि राज्य शासन द्वारा दी जा रही है। उन्होनें कहा की प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है तथा किसानों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि प्रदेश में दो हेक्टेयर तक के किसानो को हलधर योजना के तहत गहरी जुताई हेतु अनुदान दिया जायेगा।
कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि 19 अगस्त का दिन ग्वालियर के लिए महत्वपूर्ण है । इस दिन ग्वालियर को संगीत एवं कृषि दो विश्वविद्यालयों की सौगात एक वर्ष पूर्र्व मिली थी। उन्होने राजमाता विजयराजे सिंधिया के आमजन के प्रति गहरे लगाव का उल्लेख करते हुए कहा कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्व विद्यालय ग्वालियर चम्बल सहित अन्य क्षेत्रों के कृषि विकास हेतु महत्वपूर्ण सोपान सिद्व होगा। उन्होने वैज्ञानिको का आव्हान करते हुए कहा कि वह अपनी मेहनत से इस विश्व विद्यालय को देश का अग्रणी विश्वविद्यालय बनाने हेतु कार्य करें । उन्होंने प्रदेश के चहुमुखी विकास का उल्लेख करते हुये कहा कि सागर में मेडीकल कालेज , जबलपुर में वैटनरी यूनीवर्सिटी, उज्जैन में संस्कृत विश्वविद्यालय जैसी उपलब्धियों प्रदेश के मुख्यमंत्री की निरंता विकास की सोच का
परिणाम हैं। उन्होंने अनउपजाऊ भूमि को उपजाऊ बनाने में देश में संपन्न वर्ग के व्यक्तियों को आगे आने की बात कही उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिवार सहित सभी को शुभकामनाये दी ।
सांसद श्री प्रभात झा ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय हमारे लिये महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने अनुरोध किया इस विश्वविद्यालय को आवंटित जिलों में कटौती न की जावे । उन्होंने कम रकबा में अधिक पैदावार की फसलें विकसित करने पर जोर दिया । राज्य सभा सदस्य श्रीमती माया सिंह ने कहा कि ग्वालियर में कृषि शिक्षा का नया सौपान जुड़ा है । उन्होंने कृषि की नई तकनीक विकसित करने में किसानों के अनुभवों को सम्मिलित करने पर जोर दिया । उन्होंने कृषि विभाग से तालमेल कर किसानों को लाभान्वित करने की बात की ।
महापौर श्री विवेक शेजवलकर ने कृषि अनुसंधान द्वारा उन्नत तकनीक विकसित करने तथा कृषि शिक्षा से जन-जन को जोड़ने की बात कही ।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय सिंह तोमर ने सभी स्वागत करते हुये विश्वविद्यालय की एक वर्ष की उपलब्धियों को गिनाया । इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले वैज्ञानिकों तथा विभिन्न कृषि कालेजों के उत्कृष्ठ छात्रों को पुरस्कृत किया गया । कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के ध्वज तथा विभिन्न पुस्तकों को विमोचन किया गया ।
कार्यक्रम के अंत में प्रो. एस एल नायक ने सभी का आभार व्यक्त किया । इस अवसर पर जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती शशिप्रभा विश्वविद्यालय के , विश्वविद्यालय के प्राध्यापकगण, गणमान्य नागरिक, पत्रकार एवं कृषक प्रतिनिधि उपस्थित थे ।
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