शहर विकास की कवायद में जनप्रतिनिधियों ने पहली बैठक ली
ग्वालियर दिनांक 29.08.2009- शहरीकरण के कारण जो समस्यायें आयीं है उनका समाधान ढूढ़ना अत्यंत आवश्यक है। ग्रामीण क्षेत्रों से नागरिकों का पलायन हो रहा है जो लोग ग्रामों से पलायन करके आते हैं उनके अनुरूप शहर को विकसित किया जाना चाहिये। उक्त उदगार महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने आज ग्वालियर शहर की नगर विकास योजना 2031 का उद्धाटन करते हुये व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि नगर विकास योजना बन जाने से आर्थिक अवसरों में बढ़ोत्तरी होगी, बुनियादी सुविधायें सड़क, बिजली, पानी तथा स्वास्थ्य सेवाओं का विकास का रास्ता खुलेगा।
उन्होंने आगे कहा कि ग्वालियर शहर को इस लायक बनाना है कि जो लोग ग्रामों से पलायन कर शहर आते है उन्हें रोजगार मिल सके। उन्होनें कहा कि शहरी गरीबों में ग्रामीणों की तुलना में अधिक अवसाद है यदि उन्हें बुनियादी सुविधायें उपलब्ध करा दी जाती है तो उनका अवसाद खत्म हो सकता है। श्री शेजवलकर ने कहा कि झोपड़े में रहने वाले लोग वे हीं हैं जो शहरों को निर्माण कर रहे हैं ऐसे लोगों को मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये नगर विकास की दीर्घगामी योजना बनाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर की नगर विकास योजना बनें इस बात के लिये निगम बहुत दिन से प्रयासरत थी। आज जबकि ग्वालियर शहर के अघोषित रूप से जवाहरलाल नेहरू मिशन में शामिल होने की घोषणा हो चुकी है हम ग्वालियर नगर की विकास योजना जे.एन.यू.आर.एम. में शामिल होने की पुष्टि के पहले ही कर लेंगे तो हमें मिलने वाली राशि अन्य शहरों की तुलना में पहले ही प्राप्त हो जावेगी।
कार्यशाला के दौरान राज्यसभा सदस्य तथा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रभात झा भी उपस्थित हुये तथा उन्होंने महापौर विवेक नारायण शेजवलकर, सभापति बिजेन्द्र सिंह जादौन तथा निगमायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा को शहर के दीर्घगामी विकास के लिये योजना तैयार करने के लिये शुरू की गई इस कार्यशाला के लिये बधाई दी। उन्होंने आश्वस्त किया कि नगर विकास का खाका तैयार होने के बाद वे केन्द्र सरकार से विकास के लिये अधिक से अधिक राशि दिलाये जाने के लिये प्रयास करेेंगे।
निगम सभापति बिजेन्द्र सिंह जादौन ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम लगातार विकास की ओर अग्रसर हैं। महापौर विवेक नारायण शेजवलकर के नेतृत्व में अनेक योजनायें बनी और उन पर अमलीजामा पहनाया गया। शहर विकास की यह योजना ग्वालियर शहर को महानगरों की श्रेणी में लाकर खड़ा करेगी। उन्होनें कहा कि शहर विकास की योजना में शहर के विभिन्न मंदिरों पर भिक्षावृत्ती कर रहे भिखरियों के व्यवस्थापन की भी योजना शामिल की जानी चाहिये।
नेता प्रतिपक्ष देवेन्द्र सिंह तोमर द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि यह प्रसन्नता का विषय है कि वर्तमान परिषद के कार्यकाल में शहर के सुनियोजित विकास के लिये योजना बन रही है लेकिन जनप्रतिनिधियों का दायित्व है कि वे देखें शहर का विकास टेबल पर बैठकर न हो अपितु नगर की आवश्यकताओं और भावनाओं को ध्यान में रखते हुये शहर में आधारभूत संरचनायें प्रदान की जाये। उन्होंने कहा कि शहर के सौन्दर्यीकरण और विकास का कार्य स्थानीय संस्थायें ही कर सकती हैं। संसाधनों की कमी के कारण शहर का विकास करने में हमें परेशानियां आई हैं फिर भी महापौर विवेक नारायण शेजवलकर बधाई के पात्र है कि उन्होंने विकास योजनाओं को मूर्त रूप दिया। उन्होंने आगे कहा कि शहर विकास योजना बनाने में सरकार के पूर्ण सहयोग की आवश्यकता होगी। आज नगर का फैलाव बढ़ रहा है तथा ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन के कारण शहर संकुचित हो रहा है ऐसी स्थिति में विकास योजनायें बनाया जाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सुझाव दिया कि शहर विकास योजना में उद्यमता केन्द्र विकसित किये जाने चाहिये ताकि रोजगार के अवसरों में बढ़ोत्तरी हो यदि उद्यमता के केन्द्र विकसित होंगे तो उद्योगों के आकर्षित किया जा सकता है जिससे शहर की क्रय व विक्रय शक्ति बढ़ेगी।
उन्होंने आगे कहा कि शहर की समृध्दि होगी तभी शहर की अर्थव्यवस्था सुधरेगी। उन्होनें नगर निगम द्वारा सड़कों के सौन्दर्यीकरण के लिये किये गये प्रयासों की सराहना भी की।
ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक ए.सांई मनोहर ने नगर विकास योजना पर अपने सुझाव देते हुये कहा कि शहर में 54 चौराहे और 15 बाहर जाने के रास्ते हैं। अगर इन रास्ते और चौराहों पर क्लोज सर्किट केमरे लगा दिये जायें तो अपराधों पर तेजी से अंकुश लगेगा। उन्होंने शहर विकास योजना में जी.पी.एस. आधारित पुलिस मोबाईल बेन तथा पुलिस थानों के उन्नयन के प्रस्ताव को भी शामिल करने का सुझाव दिया।
चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्री लढ्ढ़ा ने अपने सुझाव देते हुये कहा कि शहर के विकास के सुझावों के लिये ज्यादा से ज्यादा लोगों को आंमत्रित किया जाये। प्रत्येक वर्ग का इसमें प्रतिनिधित्व हो। उन्होंने कहा कि विकास कहा किया जाना वहां के ट्रेफिक तथा ट्रांसपोर्ट एरिया पर भी चर्चा की जानी चाहिये। उन्होने कहा कि यातायात के बढ़ते दबाव को देखते हुये शहर में बड़ी बसों के स्थान पर छोटी बसें तथा वाहने चलाये जाने चाहिये ताकि एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने में कम समय लगे।
बैठक में साडा अध्यक्ष जय सिंह कुशवाह, निगम के पूर्व सभापति गंगाराम बघेल, अपर आयुक्त सुरेश शर्मा, कौशलेन्द्र सिंह भदौरिया, जल प्रभारी दत्तात्रेय भालेराव ने भी शहर के विकास के लिये अपने सुझाव से अवगत कराया।
शहर विकास के लिये बुलायी गई इस पहली सर्वजन सभा में नगर निगम के सभी दलों के सम्मानीय पार्षद, जिला प्रशासन एवं नगर निगम के विभिन्न विभागों के अधिकारी, पत्रकार, समाजसेवी, व्यवसायी उपस्थित हुये। कार्यक्रम का विषय परिवर्तन आयुक्त नगर पालिक निगम ग्वालियर डॉ. पवन शर्मा द्वारा किया गया उन्होंने बताया कि शहर विकास योजना बनाने के लिये एक संचालन समूह का निर्माण किया गया है जिसमें महापौर विवेक नारायण शेजवलकर, ग्वालियर से संसद में हमारे प्रतिनिधि श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, राज्यसभा सदस्य माया सिंह, प्रभात झा, कप्तान सिंह सोलंकी, म0प्र0 शासन में मंत्री मान. अनूप मिश्रा, नारायण सिंह कुशवाह, विधायक प्रधुम्न सिंह तोमर, सभापति बिजेन्द्र सिंह जादौन, जी.डी.ए. अध्यक्ष जगदीश शर्मा, साडा अध्यक्ष जयसिंह कुशवाह, मेला अध्यक्ष अनुराग बंसल, चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष जी.डी. लढ्ढा, नेता प्रतिपक्ष देवेन्द्र सिंह तोमर, उपाध्यक्ष 20 सूत्रीय क्रियान्वयन समिति जयभान सिंह पवैया, पार्षद दत्तात्रेय भालेराव, कलेक्टर आकाश त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक सांई मनोहर, आर.के लोजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया के सदस्य डी.के. सिंह, जी.डी.ए. के मुख्य कार्यपालनयंत्री अधिकारी विजय अग्रवाल, साड़ा मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुमार पुरूषोत्तम, संयुक्त संचालक शहरी विकास योजना वी.के. शर्मा, गृह आयुक्त डी.वी. जोशी, प्रबंधन ए.के.वी.एन. के.के. तिवारी, महा्रपबंधक जिला उद्योग केन्द्र एस.के. श्रीवास्तव, पी.सी.बी. के क्षेत्रीय अधिकारी आर.के. गुप्ता, नगर निगम के नोडल अधिकारी देवेन्द्र सिंह चौहान तथा सिटी प्लानर विष्णु खरे को शामिल किया गया है।
कार्यक्रम का संचालन एम.पी.यू.एस.पी. के नोडल ऑफीसर देवेन्द्र सिंह चौहान ने किया। शहर विकास की प्रक्रिया से परिचित कराने के लिये नगर निगम ग्वालियर द्वारा शहर विकास योजना 2031 बनाने के लिये चुनी गई गुण-गांव की संस्था बायण्ट सोल्यूशन प्रा0लि0 की प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुश्री सुष्मिता द्वारा कार्य योजना की जानकारी उपस्थित विद्वानों को दी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें