शनिवार, 20 फ़रवरी 2010

आपसी समन्वय से स्वर्ण रेखा नदी परियोजना के कार्यों को गति दें

आपसी समन्वय से स्वर्ण रेखा नदी परियोजना के कार्यों को गति दें

समीक्षा बैठक में कलेक्टर के निर्देश

 

ग्वालियर 15 फरवरी 10। स्वर्ण रेखा नदी परियोजना के शेष कामों को गति देने के मकसद से कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने इस परियोजना से जुड़े अधिकारियों की आज बैठक ली । बैठक में खास तौर पर स्वर्ण रेखा नदी परियोजना के उन कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई जिनके संबंध में जिले के प्रभारी मंत्री द्वारा मौजूदा माह के प्रथम पखवाड़े में निर्देश दिये गये थे। बैठक में नगर निगम आयुक्त डा. पवन शर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री विनोद शर्मा, कार्यपालन यंत्री जलसंसाधन श्री आर डी त्यागी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे । ज्ञात हो प्रभारी मंत्री एवं जलसंसाधन मंत्री श्री जयंत मलैया द्वारा गत 5 फरवरी को संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर इस परियोजना के कामों को जल्द से जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये थे ।

      आज यहां राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में आयोजित हुई बैठक में कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने कहा कि परियोजना से जुड़े सभी अधिकारी आपसी समन्वय से कार्य कर परियोजना के कार्यों को गति दें । उन्होंने इस परियोजना के ठेकेदार को भी साफतौर पर ताकीद किया कि जो समय सीमा तय की गई है उसी अवधि के भीतर कार्य पूर्ण करायें । श्री त्रिपाठी ने जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री को भी निर्देश दिये कि कार्यों का समय पर मूल्यांकन करायें और प्रगति के अनुपात में ठेकेदार का भुगतान करें ।     नगर निगम आयुक्त डा. पवन शर्मा ने इस परियोजना के कामों को पूरा कराने में निगम से पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया ।

      कार्यपालन यंत्री जलसंसाधन श्री आर डी त्यागी ने बताया कि प्रभारी मंत्री की समीक्षा बैठक में दिये गये निर्देशों के परिपालन में इस परियोजना के अन्तर्गत खेड़ापति पुल का काम शुरू कर दिया गया है । यह पुल संभवत: आगामी मार्च माह तक पूर्ण हो जायेगा । उन्होंने बताया कि स्वर्ण रेखा नदी में लाइनिंग ,शेष क्षेत्र में मिट्टी निकालने का काम व हजीरा पुल आदि कार्यों को भी गति दी गई है ।

      बैठक बताया कि विश्व बैंक वित्त पोषित यह परियोजना करीबन 37 करोड़ 84 लाख रूपये की लागत से मंजूर हुई थी। योजना के तहत 60  प्रतिशत से अधिककार्य पूर्ण हो चुके हैं, जिन पर 22 करोड़ 48 लाख रूपये से अधिक धनराशि खर्च की जा चुकी है। पूर्ण कार्यों में स्वर्ण रेखा में करीबन साढ़े सात किलोमीटर सिल्ट एवं मिट्टी की खुदाई, साढ़े चार किलोमीटर से  अधिक लाइनिंग कार्य, नदी में सात किलोमीटर लंबाई में पेरापिट वॉल का निर्माण, चित्रगुप्त गंज पुल व गुरूद्वारा पुल का निर्माण व बारादरी जीर्णोध्दार आदि कार्य शामिल हैं। इसके अलावा छ: पुराने पुलों का जीर्णोध्दार कराया गया है। साथ ही हजीरा पुल का कार्य जारी है  और खेड़ापति पुल का निर्माण भी शुरू हो गया है। स्वर्ण रेखा से जुड़े पाँच बांधों की कनेक्टिंग चैनल एवं हनुमान बांध का गहरीकरण व पिचिंग कार्य भी तकरीबन पूर्ण हो चुके हैं। नदी से जुड़े सहायक नालों मसलन हॉस्पिटल रोड नाला, तानसेन नगर नाला व प्रेम नगर नाला आदि काम भी कराये गये हैं।

 

कोई टिप्पणी नहीं: