रविवार, 28 फ़रवरी 2010

व्‍यंग्‍य: होरी की वेदना ..;; रंग के बादर फट गये - नरेन्‍द्र सिंह तोमर ‘’आनन्‍द’’

व्‍यंग्‍य: होरी की वेदना ..;; रंग के बादर फट गये

नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द''

होरी की हुरियारी में छायी मस्‍ती चारों ओर ।

छायी मस्‍ती चारों ओर मगर कछु दुबके फिरते ।।

लिये हाथ में रंग सफेदा, भरें अबीर, गुलाल चहकते ।

भरें अबीर गुलाल चहकते, मगर कछु बिल में घुसते ।।

बिलवाले दिलवाले से होरी वारे कह रहे ।

काहे बिल में दिल घुसा, सब चिन्‍ता कर रहे ।।

कब तक बिल में घुसे पड़े दिल की खैर मनाओगे ।

बिन धड़कन के दिल बिल की कब तक आह छुपाओगे ।।

कोई चोर डकैत आवेगा बिल खोद खाद ले जायेगा ।

दिल चोरी हो या लुट जावे कोई रोज रात को आयेगा ।।

कब तक जाग जाग ऑंखों में पहरेदारी कर पाओगे ।

कब तक चोरी चोरी आ आ कर नजर निगाही कर पाओगे ।।

इक सलाह हुरियारे दे रहे बात बता कर खास ।

छिप्‍पन और छिपावन कर दिल बचने की ना आस ।।

गर दिलवाले बिल में घुसकर दिल जो बचाते ।

तो सब दिलवाले अब तक बिल में घुस जाते ।।

इक मिला था लवली स्‍वीट था, दिल का बस ये रोना है ।

अब चला गया तो चला गया, तेरे छिपने सा का होना है ।।

कौन ले गया लेने वाला, ले गया जो ले गया ।

ले गया कैसे गया, अब गया चला तो चला गया ।।

क्‍या हो गया चोरी दिल ये, या हो गयी लूट ।

बिल में दुबकी सोच रही, मेरी किस्‍मत गयी है फूट ।।

किस्‍मत गयी है फूट, सबको क्‍या मुख दिखलाऊं ।

बिन दिल के अब इस बिल से कैसे बाहर जाऊं ।।

बाहर कुत्‍ते हैं खड़े, करते इंतजार मनुहार ।

पूंछ हिला कर कह रहे, आओ जी सरकार ।।

आओ जी सरकार, हमारे यार, डिनर तैयार रखा है ।

मुर्गे की है स्‍वीट बनाई नहीं जो अब तक चखा है ।।

प्‍लीज जागिये, उठ बैठिये, मैडम अक्‍कलमंद ।

सारे कुत्‍ते आये हैं ले लेकर अपने बिस्‍तर बंद ।।

लेकर बिस्‍तर बंद, द्वार पर वे खड़े भुंकियावैं ।  

देसी और विलाइती सारे अदायें वे दिखलावैं ।।

सारे कुत्‍ते कर रहे पिछले दो हफ्ता से उपवास ।

मैडम संग इक डिनर करिहे पूरी सबकी आस ।।

होगी पूरी सबकी आस, सोच लाइन कुत्‍तन की लग गई ।

बिन दिलवाली मैडम की, भौंका भाकी में निंदिया खुल गई ।।

 

इक अंगड़ाई मार के, फेंक नजर के तीर ।

सब कुत्‍तन को देख के, मैडम भई गंभीर ।।

मैडम भई गंभीर, और फिर दौड़ के बाहर आई ।

मैं इक कुत्‍ते की थी प्‍यारी ये लाइन कहॉं से आयी ।।

है मेरा अलबेला कहॉं, झबरू काला रंग ।

दिल मेरा जो ले गया, कित गया भुजंग ।।

मैं कुत्‍ते की, कुत्‍ता मेरा, पिया वो परम सुहावन ।

डिनर करूं और रूप रचूं  बार बार फिर देखूं दरपन ।।

मेरा झबरू मेरा गबरू नहीं लाइन में आता नजर ।

कित्‍थे है वो मेरा डमरू मैं कराऊंगी उसे डिनर ।।

तभी बीच कुत्‍तों में से था झबरू दौड़ा आया ।

मैं भी इस लैन बिच्‍च में अपनी संगत लाया ।।

ओ हसीना नाजनीना जरा याद करो वो बात बड़ी मशहूर ।

कुत्‍ते सदा झुण्‍ड में रहते मिल बांट कर खाते हैं भरपूर ।।

बीच बीच में भौं भौं कूं कूं, उवाय उवाय भ्‍वयाय ।

जम कर सेवा पूंछ हिलाना, बिना बखत चिल्‍लाय ।।

पर अपनी अपनी किस्‍मत होती क्‍या करिये इसको ठीक ।

जैसी लीला रची विधि ब्रह्मा ने वही होवेगा याद रहे ये सीख ।।

याद ये रखना सीख, नहीं झुण्‍ड शेरों के होते ।

इक अकेला कूद जाये जब सब पानी भरते ।।

नहीं डिनर ना सोवा सावी ना सस्‍ती मस्‍ती करो इन कुत्‍तन के संग ।

शेर कहत बुरा न मानो होली है, आप पर अब आपका फेंक दिया है रंग ।।

 

शनिवार, 27 फ़रवरी 2010

राज्य के आम बजट पर प्रतिक्रियायें

राज्य के आम बजट पर प्रतिक्रियायें

ग्वालियर 25 फरवरी 10। वित्तीय वर्ष 2010-11 के लिये विधानसभा में गुरूवार को वित्तमंत्री श्री राघवजी ने राज्य का आम वजट पेश किया। आम वजट पर ग्वालियर अंचल के लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रियां व्यक्त की हैं।

       राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष श्री अरूण सिंह तोमर ने बजट को किसान हितैषी बताया है। उनका कहना है बजट में ग्रामीण विकास पर विशेष जोर दिया गया है। मुख्यमंत्री सड़क योजना से प्रदेश के सभी गांवों को बारहमासी सड़कों से जोड़ा जा सकेगा। श्री सिंह ने महिला सशक्तिकरण, प्रदेश के 14 जिलों में महाविद्यालय की स्थापना व महानगरों में पेयजल के लिये बड़ी धनराशि का बजट में प्रावधान करना सरकार की विकासात्मक सोच को उजागर करता है। उन्होंने कहा अनाजों एवं दलहनों पर टैक्स कम करने से मंहगाई में कमी आयेगी। साहित्यकार एवं शिक्षाविद् श्री भगवानस्वरूप चेतन्य ने कहा आमबजट में तीन प्रतिशत के नाममात्र ब्याज दर पर किसानों को कृषि ऋण देने का प्रावधान करना अभिनंदनीय है। बजट में महिला सशक्तीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया गया है।

       वरिष्ठ पत्रकार श्री सुरेश डंडौतिया ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आजादी के बाद से आज तक ग्रामों के विकास की बातें तो बहुत हुईं परंतु इसे अमली जामा पहनाने का प्रयास सही मायने में श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री सड़क योजना के तहत तीन सालों में सभी गांवों को सड़कों से जोड़ने की बात बजट में शामिल कर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण विकास के संकल्प को पुष्ट किया है।

       कम्प्यूटर के छात्र श्री अवधेश हरदैनियां ने कहा कि आम बजट में स्कूली शिक्षा के साथ उच्च शिक्षा के लिये भी बहुत बड़ी धनराशि का प्रावधान किया गया है। मेधावी छात्रों कों सरकारी सहायता देने की बात भी बजट में कही गई है। विद्यार्थियों की ओर से अच्छे आम बजट के लिये सरकार को धन्यबाद। सहकारिता निरीक्षक श्री सुधीर शर्मा ने आमबजट में वृत्ति कर की स्लेव बढ़ाने को कर्मचारियों के हित में अच्छा कदम निरूपित किया है। उन्होंने कहा इसका सबसे अधिक लाभ कम वेतन प्राप्त करने वाले प्रदेश के हजारों कर्मचारियों को मिलेगा। साथ ही बड़े वेतन पाने वाला सरकारी अमला भी इससे लाभान्वित होगा।

 

क्रिकेट मैच का सफल आयोजन टीमवर्क से संभव- कलेक्टर

क्रिकेट मैच का सफल आयोजन टीमवर्क से संभव- कलेक्टर

शांति समिति ने गत दिवस भारत दक्षिण अफ्रीका के मध्य खेले गये मैच की चाक चौबंद व्यवस्था के लिये कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक को बधाई भी दी जिसपर कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने इसका श्रेय ग्वालियर की खेल प्रेमी जनता और टीम वर्क को दिया। उन्होंने कहा कि जीडीसीए.सहित सभी लोग के प्रयासों से यह मैच व्यवस्थित ढंग से सम्पन्न हो सका है।

 

होली, मिलाद-उन-नवी तथा गुड फ्राइडे का त्यौहार पारम्परिक प्रेम सौहार्द पूर्ण मनाया जावे

होली, मिलाद-उन-नवी तथा गुड फ्राइडे का त्यौहार पारम्परिक प्रेम सौहार्द पूर्ण मनाया जावे

ग्वालियर 25 फरवरी 10। रंगों का त्यौहार होली, हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन मिलाद उल-नवी तथा गुड फ्राइडे का त्यौहार पारम्परिक प्रेम, स्नेह तथा शांति पूर्ण ढंग से मनाये जाने के लिये जिला शांति समिति की बैठक कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन संस्थान के सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में होली पर पानी का अपव्यय रोकने, पेड़ों की कटाई न करने तथा नशे पत्ते से दूर रहने के साथ ही मिलाद उल नवी पर संयमित ढंग से जलूस आयोजन की अपील समिति ने जिले के सभी वासियों से की है। बैठक में आयुक्त  नगर निगम श्री पवन शर्मा, ए डी एम. श्री आर के. जैन व श्री वेदप्रकाश, एडीशनल एस पी. श्री एम एस. वर्मा सहित समिति के सदस्य सर्वश्री पं. बैजनाथ शर्मा, शहरकाजी अब्दुल हमीर कादरी, अख्तर हुसैन कुरैशी, राजू फ्रांसिस, डॉ. आर पी. शर्मा, पप्पू भाई, राम विलास गोस्वामी, अमर सिंह माहौर सहित अन्य सदस्यगण व पुलिस प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।

      कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने कहा कि ग्वालियर जिले में सभी धार्मिक त्यौहारों को पारंपरिक स्नेह से मनाने की लम्बी परंपरा है जो इस वर्ष की विधमान रहेगी। उन्होंने कहा कि इन दोनों त्यौहारों के लिये जिला प्रशासन द्वारा सभी तैयारियां की जावेंगी। उन्होंने कहा कि होली और मिलाद उन नवी के दिन विद्युत कटौती नहीं की जावेगी तथा एक मार्च को नगर निगम द्वारा पानी सप्लाई दोपहर एक बजे से दी जावेगी।

      श्री त्रिपाठी ने कहा कि होली के दिन 28 फरवरी और एक मार्च को असामाजिक तत्वों पर पुलिस कड़ी निगरानी रखेगी। एक मार्च को शराब की दुकानें बंद रहेंगीं। नगर निगम द्वारा स्ट्रीट लाइट संधारण और फायर व्रिगेड की तैनाती की जायेगी।  इन दोनों दिनों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एम्बुलेंस और चिकित्सकों की व्यवस्था करने के निर्देश दिये गये है।

उन्होंने जनता से अपील की है कि वे होली जलाते समय लकड़ी के स्थान पर कण्डे का उपयोग करें। पक्की डम्मर की सड़क पर होलिका न जलायें, या उसपर मिट्टी डालकर होलिका जलायें। होलिका दहन से बिजली और टेलीफोन तथा केबल वायर को कोई क्षति नहीं पहुंचनी चाहिए। एक मार्च को रंग खेलते समय प्राकृतिक रंगों और प्रतिष्ठित कंपनियों के  आई एस आई मार्क रंगों का ही प्रयोग किया जाये। होली के दिन किसी भी स्थिति में पानी की बर्बादी न की जाये।

      उन्होंने बताया कि आगामी 27 फरवरी को मिलाद-उद-नबी के पावन पर्व पर मुरार, घासमंडी, कम्पू ईदगाह से प्रात: 10 बजे जुलूस निकाले जायेंगे। नगर निगम द्वारा फूलबाग मस्जिद प्रांगण के साथ-साथ जलूस स्थलों पर पानी टेंकर की व्यवस्था की जावेगी, इसके साथ मस्जिद परिसर के आसपास साफ सफाई की व्यवस्था भी नगर निगम द्वारा की जायेगी। कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने फालका बाजार स्थित चर्च के आसपास अतिक्रमण को शीघ्र हटाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये।

 

क्रिकेट मैच का सफल आयोजन टीमवर्क से संभव- कलेक्टर

शांति समिति ने गत दिवस भारत दक्षिण अफ्रीका के मध्य खेले गये मैच की चाक चौबंद व्यवस्था के लिये कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक को बधाई भी दी जिसपर कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने इसका श्रेय ग्वालियर की खेल प्रेमी जनता और टीम वर्क को दिया। उन्होंने कहा कि जीडीसीए.सहित सभी लोग के प्रयासों से यह मैच व्यवस्थित ढंग से सम्पन्न हो सका है।

 

शुक्रवार, 26 फ़रवरी 2010

न्याय सबके लिये है - न्यायाधीश श्री सिध्दार्थ तिवारी

न्याय सबके लिये है - न्यायाधीश श्री सिध्दार्थ तिवारी

विधिक साक्षरता शिविर मुरार के ग्राम जखारा में सम्पन्न

ग्वालियर 25 फरवरी 10। जिला न्यायाधीश श्री ए के मिश्रा के आदेशानुसार गुरूवार को विकासखंड मुरार के ग्राम जखारा में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया। शिविर का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला न्यायालय ग्वालियर द्वारा किया गया। शिविर में न्यायाधीश श्री सिध्दार्थ तिवारी, अभिभाषक श्री विनोद श्रीवास्तव, श्री काशीराम कुशवाह, श्री पुरूषोत्तम राय, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री अरूण प्रधान सहित व बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

       शिविर में न्यायाधीश श्री सिध्दार्थ तिवारी ने कहा कि न्याय सबके लिये है। न्याय पाने का सभी को समान अधिकार है। इसी उद्देश्य से लोगों में उनके विधिक अधिकारों के प्रति जागरूकता लाने के लिये विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया जाता है। उन्होंने बताया कि विधिक सहायता अनुसूचित जाति, जनजाति, महिला या बालक, मानव दर्ुव्यवहार का सताया व्यक्ति, मानसिक रूप से अस्वस्थ, असमर्थ, जातीय हिंसा, अत्याचार, बाढ़, सूखा, औद्यौगिक विनाश से पीड़ित व्यक्ति, जेल बंदी तथा वार्षिक आय 50 हजार रूपये से कम वाला व्यक्ति विधिक सहायता का पात्र है। सभी न्यायालयों में कार्यवाही के लिये नि:शुल्क वकील, कोर्ट फीस, गवाह खर्चा, टाईप खर्चा आदि सहायता दी जाती है। इसके लिये निकटतम सिविल न्यायालय से संपर्क किया जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार ने जनमानस के हित के लिये विभिन्न कानून बनाये हैं इसकी जानकारी हर आम नागरिक को होना चाहिये। जानकारी के अभाव में निर्दोष व्यक्ति को अकारण प्रभावित होना पड़ता है।  उन्होंने अभिभावक एवं वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण एवं भरण पोषण अधिनियम, पुलिस यातनाओं के संबंध में, बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका, मोटर व्हीकल एक्ट, सौदा अभिभाग आदि सहित कई और विधिक सलाह योजनाओं की जानकारी दी।

       अभिभाषकों ने भी शिविर में किसान एवं महिलाओं के हित में विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने म.प्र. भू राजस्व संहिता की विभिन्न धाराओं व महिला उत्पीड़न अधिनियम आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

       शिविर में जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री अरूण प्रधान ने विधिक साक्षरता एवं सेवा और नि:शुल्क विधिक सेवा व विधिक सलाह योजनाओं के बारे में बताया।

 

ग्राम की सफाई की जिम्मेदारी ग्रामीण स्वयं उठायेंगे

ग्राम की सफाई की जिम्मेदारी ग्रामीण स्वयं उठायेंगे

92 निर्मल ग्रामों में ग्रामीणों ने उठाया बीड़ा

ग्वालियर 25 फरवरी 10। जिले के 92 ग्रामों के निवासी अपने ग्राम की स्वच्छता की जिम्मेदारी स्वयं उठायेंगे तथा सामूहिक सहभागिता के तहत सफाईकर्मी की नियुक्ति, वेतन, भत्ते ग्रामीण जन मिलकर देंगे। यह निर्णय समग्र स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत चिन्हित निर्मल ग्रामों में लिया गया है।

       मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री विनोद शर्मा ने कहा कि समग्र स्वच्छता अभियान के माध्यम से ग्रामीणों में स्वच्छता के प्रति जनचेतना विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में जिले के चारों विकासखण्डों के 92 ग्रामों को चिन्हित किया गया है। इन ग्रामों के ग्रामीणों में व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ ग्राम की स्वच्छता के प्रति भी जागरूक बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि अभियान के अन्तर्गत इन ग्रामों में सर्वप्रथम खुले में शौच प्रथा को प्रतिबंधित किया जायेगा। ग्राम में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले प्रत्येक परिवार को स्वच्छ शौचालय निर्माण हेतु 2200 रूपये की राशि शतप्रतिशत अनुदान के रूप में उपलब्ध कराई जावेगी तथा गरीबी रेखा से ऊपर वाले ग्रामीणों को निर्मल वाटिका बनाने के लिये प्रेरित किया जावेगा। उन्होंने कहा कि निर्मल वाटिका के अन्तर्गत प्रत्येक परिवार को शौचालय के लीन पिट के करीब 5 फलदार वृक्ष लगाने के लिये प्रेरित किया जायेगा। ऐसा करने वाले प्रत्येक परिवार को 1800 रूपये अनुदान के रूप में दिये जावेंगे।

       उन्होंने कहा कि ग्राम की स्वच्छता के लिये प्रत्येक ग्राम में एक सफाईकर्मी की नियुक्ति ग्रामवासियों की परस्पर सहमति के आधार पर ग्राम पंचायत द्वारा की जायेगी, जिस पर ग्राम की गलियों, गंदे पानी की निकासी, स्कूल और ग्राम पंचायत परिसर की सफाई का दायित्व होगा। इस सफाई कर्मी को सफाई कार्य के लिये झाड़ू, फिनायल अन्य सामग्री ग्राम पंचायत द्वारा उपलब्ध कराई जायेगी, लेकिन सफाई कर्मी को वेतन ग्रामीणों द्वारा चंदा कर नगद या वस्तु या खाद्य सामग्री के रूप में दी जावेगी। सफाई कर्मी की कार्यप्रणाली की निगरानी ग्रामीणों द्वारा ही की जायेगी। उन्होने कहा कि ग्वालियर जिले में 34 ग्रामों में पूर्व से ही यह व्यवस्था संचालित की जा रही है जो कि सफल रही है। इसी से प्रेरित होकर इस प्रक्रिया को 92 नवीन ग्रामों में प्रारंभ किया जा रहा है।

       श्री शर्मा ने बताया कि समग्र स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत मुरार विकासखण्ड के 19 ग्राम बड़ागांव, गुठीना, बहादुरपुर, डांग गुठीना, पारसेन, सरसपुरा, रमौआ, चककेशवपुर, वीरमपुरा, सिरसौद, भवनपुरा, आरौरा, गढ़रौली, मोहनपुर, सैंथरी, जलालपुरा, बैनीपुरा, आरौली, डबका में, घाटीगांव विकासखण्ड के 19 ग्राम बागवाला गांव, बड़ागांव, सिरसा, धुंआ, लखनपुरा, सैजना, कुलैथ, निरावली, तिलघना, पानलपुर, वीरपुर, डांगचराई, चैत, रामपुराकला, पाटई, सांतऊ, पुरासानी, पिपरौली, नौगांव, विकाखण्ड डबरा में 24 ग्राम देवरा, पठा पनिहार, छीमक, छपरा, बरौठा, धई, सालवई, समूदन, मिलधा, जतर्थी, कैथौदा, सर्वा, लिधौरा, अजयगढ़, गढ़ी, अकवई छोटी, जरगांव, कल्याणी, गैडोलाकलां, बड़ी अकवई, सिसगांव, किरौल, गिजौर्रा तथा किटोरा शामिल हैं। इसी प्रकार विकासखण्ड भितरवार के 30 ग्राम पुरावनवार, किशोरगढ़, सिरसुला, मैना, ईटमां, गड़ाजर, बाजना, डोंगरपुर, चिटोली, वेलगढ़ा, देवरीकला, सहारन, जौरा, बेला, रही, गोहिन्दा, लुहारी, पवाया, गधौटा, भेंगना, दौलतपुर, बनियातोर, ककरघा, भौरी, झांकरी,  देवगढ़, खड़रूआ, पलायछा, खेड़ा भितरवार तथा पिपरूआ को निर्मल ग्राम के रूप में चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि इन ग्रामों में ठोस अपशिष्ट निवारण के अन्तर्गत नाड़ेप टांका, वायोगैस, वर्मीकल्चर को प्रोत्साहित किया जायेगा। इसी प्रकार तरल अपशिष्ट निवारण के तहत घरों से निकलने वाले गंदे पानी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जायेगी। गांव में अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया जायेगा, जिसमें सर्वप्रथम रास्ते में पड़े घूरों को हटाया जायेगा। ग्रामीण महिलाओं के लिये सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण भी कराया जायेगा।

       उन्होंने बताया कि ग्राम में समस्त स्वच्छता गतिविधियों का संचालन ग्रामीणों की सहमति से किया जायेगा, जिसके लिये ग्राम में स्वच्छता समितियों का गठन किया जायेगा।