बुधवार, 6 जून 2007

विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रधानमंत्री का संदेश

विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रधानमंत्री का संदेश

       प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर निम्नलिखित संदेश दिया है -

       न्न मैं विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रत्येक देशवासी से आग्रह करता हूं कि वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अनमोल शब्दों को याद करें कि हमारे भूमंडल मे हरेक की जरूरतों को पूरा करने की पर्याप्त क्षमता है लेकिन उनके लालच को नहीं । हम सभी का कर्तव्य है कि उपभोग की हर क्रिया से पहले हम आने वाली पीढी और भूमंडल के भविष्य के बारे में सोचें । जलवायु परिवर्तन का खतरा एक सच्चाई है और जब तक हम अपने जीवन-यापन के तौर-तरीकों में बदलाव नहीं लाते और स्थाई विकास के मॉडल को नहीं अपनाते हमारा भविष्य खतरे में रहेगा ।

 

       भारत पर्यावरण के स्थाई विकास की कार्यनीति को अपनाने के लिए वचनबध्द है। हालांकि हमें लोगों की उम्मीदों को पूरा करने में अभी काफी समय लगेगा । हमें गरीबी, अज्ञानता और बीमारी जैसे संकटों से देश को निजात दिलाना है । लेकिन हमें यह कार्य पर्यावरण को सुरक्षित बनाते हुए करना चाहिए । अत: हमारे समक्ष चुनौती यह है कि हम भावी पीढी क़े कल्याण के लिए आर्थिक विकास की गति को बढाने में, औद्योगिकीकरण में, और लोगों के जीवन-स्तर में सुधार लाने के लिए पर्यावरण को सुरक्षित बनाएं ।

       मैं युवाओं से आग्रह करता हूं कि वे इस चुनौती से निपटने के लिए सृजनात्मक और अभिनव विचारों के साथ आगे आयें ।

 

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