बुधवार, 18 नवंबर 2009

स्वच्छता की अच्छी आदत स्वस्थ जीवनशैली की कुंजी: राष्ट्रपति

स्वच्छता की अच्छी आदत स्वस्थ जीवनशैली की कुंजी: राष्ट्रपति

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खुले में शौच से मुक्ति पाने वाले और निर्मल गांवों के लिए 28 पंचायतें सम्मानित

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            "स्वच्छता की अच्छी आदतें ही स्वस्थ जीवनशैली की कुंजी हैं' और सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान ने ग्रामीण लोगों में बहुत उत्साह का संचार किया है और इसलिए यह सही मायने में जन अभियान बन पाया है। राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने आज यहां विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में वर्ष 2009 के लिए निर्मल ग्राम पुरस्कार प्रदान करते हुए यह संदेश दिया। श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने कहा कि यह आवश्यक है कि पंचायतों के अध्यक्ष  स्वच्छता कार्यक्रम में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएं क्योंकि वे जमीन से जुड़े लोगों की इच्छा को प्रतिबिंबित करते हैं। राष्ट्रपति ने पुरस्कार विजेता पंचायतों से कहा कि वे हासिल किए गए स्वच्छता के स्तर को बनाएं रखें। आज निर्मल ग्राम पुरस्कारों के लिए 1000 से अधिक पुरस्कृत किए जाने वाले और अन्य आमंत्रितगण उपस्थित थे। 24 खण्ड पंचायतों और 2 जिला पंचायतों ने खुले में शौच जाने से मुक्ति पाने के लिए निर्मल का दर्जा हासिल किया। इसके लिए राष्ट्रपति ने इन्हें पुरस्कृत किया।

 

       राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के  ग्रामीण भारत के विकास पर जोर देने का उल्लेख करते हुए  श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने कहा कि वे भी स्वच्छता के महत्त्व के बारे में ग्रामीणों में जागरूकता फैलाने को प्राथमिकता देते थे। उन्होंने अन्य भागीदारों के फायदे के लिए सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान को कार्यान्वित करने के लिए बेहतरीन आदतें अपनाने को कहा। उन्होंने कहा कि जागरूकता बढाक़र हम बेहतर शौचालय निर्माण और प्रबंधन में समर्थ हो सकेंगे तथा देश में स्वच्छता के उच्चतम मानदण्ड स्थापित कर सकेंगे। विद्यालयों और आंगनवाड़ियों में शौचालय सुविधाओं की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि गांवों में महिलाओं की भूमिका को प्रमुख महत्त्व देना समय की मांग है। महिला स्व सहायता समूहों, आंगनवाडी और अन्य महिला संस्थाओं को अभियान का आंतरिक अंग बनाना अनिवार्य है।

 

       इस अवसर पर ग्रामीण विकास राज्य मंत्री सुश्री अगाथा संगमा ने कहा राष्ट्रपति के संरक्षण से स्वच्छता कार्यक्रम को अधिक प्रभावी ढंग से कार्यान्वित करने में बहुत मदद मिली है।

 

       ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री डॉ. सी पी जोशी ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं ने स्वच्छता को उच्च प्राथमिकता देने के जरिए ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के जीवन की गुणवत्ता सुधारने में बहुत योगदान दिया है।

 

 

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