मंगलवार, 1 अप्रैल 2008

हैलिविक तैराकी फाउण्डेशन कोर्स सम्पन्न

हैलिविक तैराकी फाउण्डेशन कोर्स सम्पन्न

महापौर विवेक नारायण शेजवलकर द्वारा प्रमाण पत्र वितरित

ग्वालियर 30 मार्च 08 । कल देर शाम को सम्पन्न हुई हैलिविक फांउडेशन कोर्स के भागीदारों को महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने प्रमाण पत्र वितरित किये। इस अवसर पर संबोधित करते हुये उन्होंने इंग्लैण्ड से आईं हैलिविक स्वीमिंग थैरेपी की प्रशिक्षिका सुश्री बेरिल केलसी को बधाई दी तथा रोशनी रामकृष्ण आश्रम, लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान व फ्रैण्ड्स ऑफ रोशनी यू.के. को इस पहल के लिये साधुवाद दिया । समापन समारोह के पूर्व एल.एन.आई.पी.ई. के कुलपति मेजर जनरल श्री एस.एन. मुखर्जी ने हैलिविक ऐसोसिएशन का भारतीय चैप्टर प्रारंभ करने की दिशा में करारनामें पर हस्ताक्षर किये।  इस अवसर पर स्वीमेड के सचिव प्रो. वी.के. डबास, रोशनी रामकृष्ण आश्रम की संचालिका श्रीमती मंजुला पाटनकर सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। एन.एल.आई.पी.ई. के कुलपति श्री मुखर्जी ने अधिक से अधिक नि:शक्तजनों को हैलिविक तैराकी विधि से प्रशिक्षित करने के संकल्प को दोहराया । उन्होंने कहा कि ग्वालियर को केन्द्र बिंदु बनाकर इस प्रशिक्षण विधि का ज्ञान अन्य क्षेत्रों में भी पहुंचाया जावेगा ।

       इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन के जोनल चेयरमैन डॉ. मुकुल तिवारी ने हैलिविक तैराकी प्रशिक्षण के आयोजन को महत्वपूर्ण कदम निरूपित किया तथा कहा कि आई.एम.ए नि:शक्तजनों के विकास कार्यक्रमों में अपना योगदान देता रहेगा।

       रोशनी रामकृष्ण आश्रम की संचालिका श्रीमती पाटनकर ने बताया कि उनकी संस्था विगत 1998 से लगातार इस दिशा में प्रयासरत है व समय-समय पर एल.एन.आई.पी.ई के सहयोग से डिसएबिल्ड बच्चों को तैराकी के लिये भेजती रही है । उन्होंने इस बार के अनुभव को खास बताया । उल्लेखनीय है कि प्रशिक्षण के अंतिम दिन प्रमस्तिष्क अंगघात (सी.पी.) से प्रभावित बच्चे तो आसानी से पानी में उतर गये किन्तु स्वपरायणता (आटिज्म) से ग्रसित बच्चों को काफी प्रयास के बाद ही उतारा जा सका । किन्तु पानी में उतरने के बाद सभी बच्चों ने खूब धमाल मचाया और आनंद लिया । उनके चेहरों पर खुशी देखते बनती थी !

       प्रशिक्षण में शामिल देश के अन्य प्रांतों से आये प्रशिक्षणार्थियों ने कोर्स की मुक्तकण्ठ से प्रशंसा की । उन्होंने कहा कि उन्हें इस कोर्स से बहुत कुछ नया सीखने को मिला है । अधिकांश प्रशिक्षणार्थियों ने एल.एन.आई.पी.ई. में अपने प्रवास को सुखद अनुभव बताया । कार्यक्रम के अंत में ''रोशनी'' रामकृष्ण आश्रम के थैरेपिस्ट श्री विवेक शर्मा ने आभार व्यक्त किया ।

 

 

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